Wednesday 30 August 2023

नई पेंशन योजना के विरुद्ध 1 सितंबर को काला दिवस, दिशा निर्देश तय....

नई पेंशन योजना के विरुद्ध 1 सितंबर को काला दिवस, दिशा निर्देश हुए तय.....

पटना (30.08.2023):- एनएमओपीएस (पुरानी पेंशन प्रतिबद्ध संगठन) की बिहार इकाई द्वारा बिहार में एनपीएस लागू होने के दिन 1 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा और उस दिन बिहार सरकार के सभी पदाधिकारी/कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर काला बिल्ला लगाकर शांतिपूर्वक अपने कार्यों का निष्पादन करते हुए सरकार के समक्ष एनपीएस का विरोध दर्ज करेंगे । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


इस अवसर पर बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय द्वारा बताया गया कि हम लोग लगातार सरकार के समक्ष अपनी मांग रख रहे हैं, सरकार के तरफ से अब तक कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला है; ऐसी स्थिति में पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 1 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है और उस दिन बिहार सरकार के सभी पदाधिकारी/ कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे।

प्रदेश महासचिव शशि भूषण कुमार द्वारा बताया गया कि हम लोग बिहार सरकार के प्रति आशान्वित हैं,बिहार में गठबंधन की सरकार हैं और गठबंधन के घटक दलों द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन लागू करने का वादा किया गया था, इसलिए हम लोग लगातार सरकार के समक्ष अपनी मांग रख रहे हैं।

प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव तिवारी द्वारा बताया गया कि बिहार सरकार के पदाधिकारी/कर्मचारी 1 सितंबर को काला दिवस मनाने हेतु कृत संकल्पित हैं और अब तक बिहार प्रशासनिक सेवा, बिहार स्वास्थ्य सेवा, ,बिरसा,,बिहार वित्त सेवा,बिहार सचिवालय सेवा संघ,बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन (बिहार अग्निशामक सेवा) सहित केंद्र एवम् बिहार के लगभग 30 से अधिक संगठनों; यथा:- रेलवे, कृषि, शिक्षक, पुलिस, इत्यादि; द्वारा इस कार्यक्रम को समर्थन देने की घोषणा की जा चुकी है तथा शेष संगठन शीघ्र ही इस संबंध में पत्र जारी कर रहे हैंl हम लोग तब तक संघर्ष करते रहेंगे, जब तक की बिहार में पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा नहीं हो जाती।

प्रदेश मुख्य प्रवक्ता संतोष कुमार द्वारा बताया गया कि आज जब देश के पांच राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा हो चुकी है, तो बिहार सरकार को भी इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने सरकारी सेवकों के हित में निर्णय जाना चाहिए।

नेशनल पेंशन फ़ॉर ओल्ड पेंशन शतरंज, बिहार के अयोज़ में दिनांक 01.09.2023 (बिहार में एनपीएस लागू होने के दिन) को ब्लैक डे कार्यक्रम दिशा निर्देश (मानक संचालन प्रक्रिया) दिए गए: -

1. राज्य इकाई के स्वामित्व वाले प्रमुखों द्वारा लागू किए गए आवेदन की प्रति संलग्न किए गए एनएमओपीएस, बिहार के प्रत्येक जिला अध्यक्ष , जिला सचिव से संबंधित जिला पोर्टफोलियो नियंत्री अनुमान दिनांक 01.09.2023 (बिहार में एनपीएस लागू होने के दिन) को 'ब्लैक' तय किया गया डे' कार्यक्रम के संबंध में सूचना दी जाएगी और उसके स्थानीय मीडिया को भी दिया जाएगा। साथ ही यदि संभव हो तो कार्यक्रम की पूर्व संध्या (31.08.2023) पर एक प्रेस वार्ता आयोजित कर कार्यक्रम की विस्तृत सूचना प्रेस (इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट मीडिया) को दी जा सकती है।

2. बिहार राज्य के एनपीएस से अच्चादित कर्मचारी/कर्मचारी अपनी प्रतिबद्धता पर काला बिला लगा कर अपने कार्य की शांति को बेकार कर देंगे।

3. सिद्धांत यह है कि यह विरोध लोकतांत्रिक तरीकों से किया जा रहा है और विरोध का स्वरूप निर्धारित किया गया है, इसलिए इस दौरान किसी भी प्रकार के उग्र प्रदर्शन में शामिल नहीं किया जाएगा।
4. एन0पी0एस0सी0 से अच्चादित सभी कर्मचारी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे और तस्वीरें अपने मीडिया,सोशल मीडिया (ट्विटर,फेसबुक) में शामिल होंगे।

5. इस कार्यक्रम का संचालन एन0एम0ओ0पी0एस00 बिहार की जिला इकाई और स्थानीय द्वारा किया जाएगा।

6. प्रत्येक जिला अध्यक्ष,सचिव,समन्वयक द्वारा इस कार्यक्रम की जानकारी शाम 4:00 बजे तक एकत्रित की जाती है। मीडिया को समाचार भेजा जाएगा तथा राज्य इकाई को भी सूचित किया जाएगा।

7. सभी एन0पी0एस0ओ0 दीक्षार्थियों से पूर्ण रूप से जुड़े अनुशासित और संयमित रहते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रयास किया जाये। कार्यक्रम की समाप्ति के संबंध में एक बैठक के बाद कार्यक्रम के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

Saturday 26 August 2023

भारत के इस रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म 1 और 2 के बीच है 2 KM की दूरी

भारत के इस रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म 1 और 2 के बीच है 2 KM की दूरी

जब भी आपको कहीं भी लंबी दूरी जाना होता है तो सबसे कम खर्चे में आपके साथ भारतीय रेलवे ही निभाता है। आप चैन से एक स्टेशन से दूसरी स्टेशन तक यात्रा तय करते हैं। ऐसे भारतीय रेलवे का पूरा भारत में बहुत ही बड़ा नेटवर्क है। यह जंगल, खेत, रेत पहाड़ होते हुए आपको मंजिल तक पहुंचाता है। लेकिन आज हम भारतीय रेलवे का एक आश्चर्यजनक बात बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे।
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 जी हां। हम चर्चा करने जा रहे हैं एक ऐसे रेलवे स्टेशन की बिहार राज्य में स्थित है। इस स्टेशन के दो प्लेटफार्मों की दूरी 2 km हैं। ऐसे तो आपको भी इस स्टेशन से यात्रा करने का मौका जरूर मिला होगा। लेकिन अपने दिमाग पर जोर कम दिए होंगे।  भारतीय रेलवे का यह स्टेशन बिहार के बेगूसराय जिले में स्थित है। इस स्टेशन का नाम है बरौनी जंक्शन। जो गंगा  किनारे स्थित है।

बरौनी जंक्शन से होते हुए रेलगाड़ी दिल्ली, अहमदाबाद तक जाती है। यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की भीड़ रहती है। ऐसे बरौनी शहर औधोगिक शहर के लिए जाना जाता है जहां थर्मल पॉवर प्लांट के साथ साथ खाद का भी कारखाना है।
क्या है मामला
 बिहार के बेगूसराय जिले में स्थित इस बरौनी जंक्शन को अंग्रेजों द्वारा 1883 ईस्वी में बनाया गया था। तब प्लेटफॉर्म संख्या एक से शुरू किया गया था। लेकिन इस स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर एक पर मालगाड़ी को खड़ा किया जाता था, जिससे पैसेंजर्स को काफी परेशानी होती थी। कुछ पैसेंजर्स ने रेलवे से शिकायत की, लोगों की शिकायत के बाद कुछ दूरी पर एक और बरौनी जंक्शन बनाने का फैसला लिया गया। अब वर्तमान बरौनी जंक्शन से दो किलोमीटर की दूरी पर दूसरा बरौनी रेलवे स्टेशन बनाकर तैयार किया गया और यहां प्लेटफॉर्म की संख्या भी 1 ही रखी गई। लेकिन समस्या ये थी कि दो किलोमीटर की दूरी पर एक नाम वाले दो स्टेशन बन गए।
नया बरौनी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या एक बन गया तो पुराने बरौनी स्टेशन से प्लेटफॉर्म नंबर 1 हटा दिया गया। मतलब पुराने स्टेशन पर अब प्लेटफॉर्म नंबर 1 है ही नहीं। यहां प्लेटफॉर्म नंबर 2 से शुरू होती हैं। जिन यात्रियों का ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आती है उन्हें ट्रेन पकड़ने 2 किलोमीटर दूर जाना होता है। बहुत से यात्रियों का कंफ्यूजन में ट्रेन छूट जाती है।
बिहार में स्थित यह स्टेशन बहुत ही अनोखा है, और शायद पूरे भारत में इस तरह का अनोखा रेलवे स्टेशन कही और देखने को नहीं मिलेगा। जिन यात्रियों का ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आती है उन्हें समय से दूसरी रेलवे स्टेशन पर समय से पहुंचना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि समय पर 2 किलोमीटर की दूरी तय करना भी मुश्किल होता है।

न्यु बरौनी जंक्शन रेलवे स्टेशन
इस बरौनी स्टेशन पर कुल प्लेटफॉर्म की संख्या 1 है। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे ने रेलवे ने इस स्टेशन का नाम न्यू बरौनी जंक्शन कर दिया है। ये अपना नए अस्तित्व में दिसंबर 2020 से आ गया है। ये न्यु बरौनी स्टेशन पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल में पड़ता है। अलग अस्तित्व में आने से इसका प्रशासनिक देख रेख भी न्यु बरौनी स्टेशन से ही हो रहा है। इस स्टेशन पर 30 ट्रेनों का ठहराव है। इसका स्टेशन कोड NBJU है।

बरौनी जंक्शन रेलवे स्टेशन
इस बरौनी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की संख्या 2 से लेकर 9 तक है। इसकी स्थापना 1883 में ही हुई थी। यह भी पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल में है। 

UNDERTAKEN FOR NON-INTERLOCKING WORK AT SURAT YARD, following 28 trains are cancelled

UNDERTAKEN FOR NON-INTERLOCKING WORK AT SURAT YARD

A major block of 56 hours will be undertaken for carrying out the Non-Interlocking (NI) work at Surat Yard from 09.30 hrs of 26 August, 2023 upto 17.30 hrs of 28 August, 2023. This block is in connection with Surat - Udhna 3" line work. Due to this work, several Western Railway trains will remain cancelled, short terminated/short originated, re-scheduled and will be diverted.



According to a press release issued by Shri Sumit Thakur - Chief Public Relations Officer of Western Railway, the details of the affected trains from 26" to 28 August, 2023 are as under:

Western Railway Cancelled the following trains, see list of Trains:

1. Train No. 12959 Bandra Terminus-Bhuj SF Express of 26 August, 2023


2. Train No. 12989 Dadar-Ajmer Express of 26" & 28" August, 2023


3. Train No. 22929 Dahanu Road - Vadodara Express of 26, 27 & 28 August, 2023


4. Train No. 12979 Bandra Terminus-Jaipur Express of 26 August, 2023

5. Train No. 12931 Mumbai Central-Ahmedabad Double Decker Express of 26" & 28" August, 2023

6. Train No. 12267 Mumbai Central-Hapa Duronto Express of 26th August, 2023

7. Train No. 12490 Dadar-Bikaner Express of 27 August, 2023

8. Train No. 12995 Bandra Terminus-Ajmer Express of 27 August, 2023

9. Train No. 12990 Ajmer-Dadar Express of 27th August, 2023

10. Train No. 22901 Bandra Terminus-Udaipur City SF Express of 26th August, 2023

11. Train No. 02133 Bandra Terminus - Jabalpur SF Festival Special of 26 August, 2023

12. Train No. 12935 Bandra Terminus-Surat SF Intercity Express of 27" August, 2023

13. Train No. 19101 Virar- Bharuch Express of 27 & 28 August, 2023

14. Train No. 09185 Mumbai Central-Kanpur Anwarganj Special of 26th August, 2023

15. Train No. 09079 Surat Vadodara MEMU Special of 26, 27 & 28 August, 2023

16. Train No. 20955 Surat-Mahuva SF Express of 26 & 27 August, 2023


17. Train No. 12901 Dadar Ahmedabad Gujarat Mail of 26 & 27 August, 2023


18. Train No. 04712 Bandra Terminus-Bikaner Special of 27 August, 2023


19. Train No. 09622 Bandra Terminus - Ajmer SF Special of 28th August, 2023

20. Train No. 12227 Mumbai Central-Indore Duronto Express of 26" August, 2023

21. Train No. 22923 Bandra Terminus-Jamnagar Humsafar Express of 26 August, 2023

22. Train No. 22963 Bandra Terminus-Bhavnagar SF Express of 28th August, 2023

23. Train No. 22451 Bandra Terminus-Chandigarh Express of 28 August, 2023

24. Train No. 22930 Vadodara-Dahanu Road Express of 26, 27" & 28 August, 2023

25. Train No. 09156 Vadodara-Surat MEMU Special of 26, 27 & 28 August, 2023

26. Train No. 12932 Ahmedabad-Mumbai Central Double Decker Express of 26" & 28th August, 2023

27. Train No. 22902 Udaipur City-Bandra Terminus SF Express of 27th August, 2023

28. Train No. 12936 Surat-Bandra Terminus Intercity Express of 27 Autust, 2023.
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Friday 25 August 2023

बोधगया महाबोधी मंदिर परिसर में चली गोली, हवलदार की मौत

बोधगया महाबोधी मंदिर परिसर में चली गोली, हवलदार की मौत

बोधगया। दिनांक 25.08.23 को समय लगभग 1:40 पर महाबोधि मंदिर परिसर बोधगया के अंदर गोलियों की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर महाबोधि मंदिर के अंदर तैनात पुलिस बल तुरंत अलर्ट हो गए और जिला पुलिस बल तथा विशेष सशत्र बल के वरीय पदाधिकारियो को इसकी सूचना दी गई।



सूचना पाते ही वरीय पुलिस अधीक्षक गया, नगर पुलिस अधीक्षक, गया समेत जिला पुलिस बल के अन्य पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर तुरंत पहुंच गए। घटनास्थल पर हवलदार अमरजीत कुमार यादव बिहार स्वाभिमान बटालियन का शव पाया गया। शव के पास ही उनका सरकारी हथियार कारबाइन मौजूद पाया गया।

घटनास्थल के अवलोकन से प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है की हवलदार अमरजीत कुमार यादव के सरकारी कार्बाइन से किसी कारण दुर्घटनावश गोली चल गई है और अपने हथियार से ही उन्हें गोली लग गई है जिसके कारण घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई है। घटनास्थल को तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान हेतु विधिवत सुरक्षित कर दिया गया है। फॉरेंसिक टीम एवं अन्य अनुसंधान इकाइयों को तुरंत घटनास्थल पर बुलाया जा रहा है।

वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर ही कैंप कर गहन अनुसंधान कर रहे हैं। इस घटना के तुरंत बाद लगभग आधे घंटे के लिए महाबोधि मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश रोका गया था, जिसे आवश्यक जांच पड़ताल के बाद पुन आरंभ कर दिया गया है। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दी जा रही है। वर्तमान में स्थिति सामान्य है। घटना के कारणों के संबंध में गहन अनुसंधान किया जा रहा है। मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज का अवलोकन किया जा रहा है।

Friday 18 August 2023

File Online cyber fraud complaint, इन 6 डॉक्यूमेंट के साथ इन 5 जगह शिकायत दर्ज करवाएं, तुरंत वापस मिलेगा पैसा...

यदि आप cyber Fraud का शिकार हो गए हो तो आप इन 5 जगहों पर शिकायत दर्ज करवाएं, मिलेगा भरपूर फायदा...

कंप्यूटर और इंटरनेट की दुनिया में हर काम ऑनलाइन होने से ज्यादातर काम घर बैठे हो जा रहा है। कही जाने की कोई जरूरत नहीं है। सिर्फ अपना पैन कार्ड को आधार से लिंक होना चाहिए। अपना बैंक अकाउंट होना चाहिए। फिर क्या है UPI और इससे क्रिएट ओटीपी से ऑनलाइन खरीददारी से लेकर बिल पेमेंट, पैसा एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर होना आम बात हो गया है। इसके बहुत ही फायदे है लेकिन कुछ नुकसान भी है। आज के समय में cyber crime भी बहुत ज्यादा हो रहा है। Cyber crime, cyber spam, cyber fraud जैसे नाम तो सुने ही होंगे। बहुत काम के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड ऑफिस में जमा करना होता है। इसका कुछ cyber criminal गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं। ऑनलाइन ठगी हो जाती है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


Cyber fraud के शिकार होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। बिना देर किए आप कुछ कागजात के साथ अपने नजदीकी cyber police station में जाकर camplain कर सकते हैं। Cyber अपराधियों को पकड़ने के लिए बिहार पुलिस तत्परता से करवाई कर रही है। अगर आप भी cyber fraud ke शिकार हो गए हैं तो बिना देरी किए अपने साइबर थाना में DAIL 1930 NCCRP portal पर विजिट कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

आज के समय में बहुत से ऐसे जगह है जहां पर cyber fraud, cyber crime पर आप शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। चाहें आप अपने देश के किसी राज्य में हों या विदेश की धरती पर, हर जगह cyber fraud के खिलाफ शिकायते दर्ज करवा सकते हैं।

Cyber fraud होने पर आप यहां अपना शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

1. Cyber police station:- online cyber fraud होने पर आप नजदीकी cyber पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज करवा सकते हैं। अगर चाहें तो लोकल पुलिस थाना में भी मामला दर्ज करवा सकते हैं।

2. Online camplain :- Cyber fraud होने पर कई ऐसे वेबसाइट है जहां ऑनलाइन complain दर्ज किया जाता है। जैसे बिहार पुलिस की वेबसाइट पोर्टल NCCRP पर विजिट कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

3. Cyber crime agency :- कई देश या भारत के कई राज्यों में अलग से cyber crime police station का गठन किया गया है। और ये इस तरह के शिकायत दर्ज करते हैं। उनके पास रिपोर्ट लिखवाकर अपना सामान वापस ले सकते हैं वे आपको इस पर बहुत मदद करेंगे।

4. Customer care service:- आपके साथ जिस एजेंसी या बैंक, रेलवे, ऑनलाइन शॉपिंग जैसे यूनिट से cyber fraud के शिकार होने पर उस यूनिट के कस्टमर केयर में अपना शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। वे भी आपको इस में काफी हेल्प करेंगे।

5. Banking sector unit:- अगर आप वित्तीय लेन देन करते समय fraud का शिकार हो गए हैं तो सबसे पहले संबंधित बैंक या उससे संबंधित संस्था में रिपोर्ट लिखवाकर अपना बैंक अकाउंट लॉक करवाएं।

Cyber crime के शिकार होने पर बिहार पुलिस के cyber police station में complain करें इसके लिए बिहार पुलिस तत्परता के साथ करवाई कर रही है जिसका परिणाम भी सार्थक आ रहा है।

इसके लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाना होगा।

1. DAIL 1930 पर कॉल करें

2. NCCRP पोर्टल पर विजिट करें।

3. अपना शिकायत https://cybercrime.gov.in पर दर्ज करवाएं।

4. अपने नजदीकी cyber थाना में इन 6 डॉक्यूमेंट को लेकर जाएं

(i) Name और मोबाइल नंबर

(ii) नजदीकी पुलिस स्टेशन और जिला का नाम

(iii) Bank Name, Account number, wallet merchent, UPI ID जिससे फ्रॉड हुई है।

(iv) Fraud की गई राशि

(v) Transaction ID

(vi) Cyber fraud की संक्षिप्त विवरण

Thursday 17 August 2023

एनपीएस के विरुद्ध 1 सितंबर को ब्लैक डे का आह्वान, मुख्यमंत्री को इस बात को लेकर सौंपा ज्ञापन

एनपीएस के विरुद्ध 1 सितंबर को ब्लैक डे का आह्वान, मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

पटना(17.08.2023):- एनएमओपीएस (पुरानी पेंशन प्रतिबद्ध संगठन) की बिहार इकाई द्वारा आज पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर एक बार फिर से माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया, अगर यह अनुरोध स्वीकार्य नहीं होता है तो बिहार में एनपीएस लागू होने के दिन 1 सितंबर को ब्लैक डे (काला दिवस) के रूप में मनाया जाएगा और उस दिन बिहार सरकार के सभी पदाधिकारी/कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर काला बिल्ला लगाकर शांति पूर्वक अपने कार्यों का निष्पादन करते हुए सरकार के समक्ष एनपीएस का विरोध दर्ज करेंगे। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


इस अवसर पर बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय द्वारा बताया गया कि हम लोग लगातार सरकार के समक्ष अपनी मांग रख रहे हैं, सरकार के तरफ से अब तक कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला है; ऐसी स्थिति में पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 1 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है और उस दिन बिहार सरकार के सभी पदाधिकारी/ कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे।

प्रदेश महासचिव शशि भूषण कुमार द्वारा बताया गया कि हम लोग बिहार सरकार के प्रति आशान्वित हैं,बिहार में गठबंधन की सरकार हैं और गठबंधन के घटक दलों द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन लागू करने का वादा किया गया था, इसलिए हम लोग लगातार सरकार के समक्ष अपनी मांग रख रहे हैं।

प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव तिवारी द्वारा बताया गया कि 'एक ही मिशन, पुरानी पेंशन' के तर्ज पर हम लोग तब तक संघर्ष करते रहेंगे, जब तक की बिहार में पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा नहीं हो जाती।

प्रदेश मुख्य प्रवक्ता संतोष कुमार द्वारा बताया गया कि आज जब देश के पांच राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा हो चुकी है, तो बिहार सरकार को भी इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने सरकारी सेवकों के हित में निर्णय लिया जाना चाहिए।

एनएमओपीएस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री पाण्डेय जी द्वारा बताया गया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंप कर पुरानी पेंशन की मांग किया गया है जिसमें दिनांक 01.09.2005 एवं उसके बाद नियुक्त राज्य कर्मियों को भी पूर्व की भाँति पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिये जाने का जिक्र है, जो भारत सरकार द्वारा दिनांक 01:01 2004 या उसके बाद नियुक्त कर्मियों के लिये उस समय प्रचलित पुरानी पेंशन योजना के स्थान पर नई अशदायी पेंशन योजना लागू करने के उपरांत राज्य सरकार द्वारा भी उक्त योजना के अनुरूप दिनांक 01.09.2005 के प्रभाव से राज्यकर्मियों के लिये भी बिहार सरकारी कर्मचारी अंशदायी पेंशन योजना 2005 लागू कर दी गई है।

नई अंशदायी पेंशन योजना के लागू होने से राज्यकर्मियों को विभिन्न प्रकार की कठिनाई हो रही है एवं सेवानिवृत्ति अथवा उसके पूर्व मृत्यु के उपरांत मिलने वाली पेंशन की राशि बहुत ही कम होती है जो वृद्धावस्था में आवश्यक जीवन निर्वाह के लिये पर्याप्त नहीं है, जिससे राज्यकर्मी वृद्धावस्था में सामाजिक प्रतिष्ठा एवं सुरक्षा को लेकर आशंकित है।

उल्लेखनीय है कि नई पेंशन प्रणाली में शेयर बाजार पर आधारित पेंशन मिलेगा, जिसमें नुकसान की संभावना बनी रहती है बिहार सरकार द्वारा प्रति माह कर्मियों के पेंशन के नाम पर 14 प्रतिशत राशि अपने हिस्से का और 10 प्रतिशत राशि कर्मियों के वेतन से काटकर (अर्थात कुल वेतन का 24 प्रतिशत) एजेंसी के पास जमा किया जाता है, जिसका फायदा कर्मियों को मिलने की कोई गारंटी नहीं है, बल्कि राज्य सरकार को भी प्रतिमाह राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है और कर्मियों में भी अंसतोष व्याप्त है। अगर यही पैसा भविष्य निधि में जमा रहता तो इस राशि का उपयोग राज्य सरकार राज्य के विकास के कई कार्यों में कर सकती थी। स्पष्ट है कि NPS से सरकार और कर्मियों दोनों को नुकसान हो रहा है। विदित हो कि भारत सरकार का उक्त आदेश राज्यों के लिए बाध्यकारी नहीं है। इसी आलोक में राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अपने कर्मियों के लिए नई पेंशन योजना (NPS) को समाप्त करते हुए पुरानी पेंशन योजना लागू कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल में अभी भी पुरानी पेंशन योजना लागू है इन तथ्यों के आलोक में स्पष्ट होता है कि पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए राज्य सरकारें स्वतंत्र है।

एक संवेदशील मुख्यमंत्री होने के नाते बिहार का सरकारी सेवक वर्ग आपसे भी उम्मीद करता है कि आप उनकी पीड़ा को समझते हुए राज्य कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाली के संबंध में न्यायोचित निर्णय लेंगे। वर्ष 2005 में पदभार ग्रहण करने के पश्चात् से लेकर आज तक महोदय द्वारा अनेक महत्वपूर्ण एवं कल्याणकारी निर्णय लिए गए जिसे धरातल पर मूर्तरूप देने का कार्य इन्हीं सरकारी सेवको द्वारा किया गया। कोविड काल में इन्हीं सरकारी सेवकों ने अपनी सुरक्षा की परवाह न करते हुए राज्य के नागरियों के सुरक्षा, जानमाल, आवागमन, चिकित्सा जैसे अनेकों कार्यों का निष्पादन किया।

आगे ज्ञापन में लिखा है कि भवदीय को इस संबंध में विभिन्न आवेदनों के द्वारा पूर्व में भी अवगत कराया जा चुका है. परन्तु अभी तक इस संबंध में कोई संज्ञान नहीं लिया गया है।

बिहार के राज्यकर्मियों की माँग के अनुरूप बिहार में दिनांक 01.09.2005 के प्रभाव से लागू नई अंशदायी पेंशन योजना (NPS) को निरस्त किया जाए और पुरानी पेंशन योजना (OPS) को पुनस्थापित किया जाए अन्यथा बाध्य होकर दिनांक 16.07 2023 को बिहार राज्य के अधिकांश सरकारी सेवक संघों की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुरूप बिहार के सभी NPS कर्मियों द्वारा दिनांक 01.09.2023 (बिहार में NPS लागू होने के काला दिन) को विरोधस्वरूप कोला बिल्ला लगा कर शांतिपूर्वक अपने स्थान पर अपने सरकारी कार्यों का निष्पादन किया जाएंगा।

Wednesday 16 August 2023

स्वतंत्रता दिवस 2023 के अवसर पर वीरता का परिचय देने वाले इन 07 (सात) पुलिस पदाधिकारी तथा कर्मियों को मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया, अब बधाइयों का तांता

स्वतंत्रता दिवस 2023 के अवसर पर वीरता का परिचय देने वाले इन 07 (सात) पुलिस पदाधिकारी तथा कर्मियों को मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया ।
स्वतंत्रता दिवस 2023 के अवसर पर वीरता का परिचय देने वाले 07 (सात) पुलिस पदाधिकारी तथा कर्मियों को माननीय मुख्यमंत्री, बिहार के द्वारा 51-51 हजार रुपयों से पुरस्कृत किया गया है।
पुरस्कृत होने वाले पदाधिकारी और कर्मी हैं :-



(1) श्री अजीत कुमार, तत्कालीन अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, इमामगंज सम्प्रति पुलिस उपाधीक्षक, यातायात, पटना।

(2) श्री विकास कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक, विशेष कार्य बल, बिहार, पटना।

(3) श्री जगदानंद कुमार, पी0टी0सी0 / 150, जिला आसूचना इकाई, गया ।

( 4 ) श्री संतोष कुमार, जे0सी0 / 814, विशेष कार्य बल, बिहार, पटना ।

(5) श्री अजय कुमार, सिपाही / 413, जिला आसूचना इकाई, गया।

(6) सुश्री जुही कुमारी, सिपाही/ 679, वैशाली जिला बल ।

(7) श्रीमती शान्ति कुमारी, सिपाही / 233, वैशाली जिला बल ।


वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी पदाधिकारियों कर्मियों को बिहार पुलिस की ओर से शुभकामनाएं दी जा रही है। ये सभी सात कर्मी अलग अलग बहादुरी का परिचय दे चुके हैइनके कार्य से जनता भी खुश है।

बिहार सचिवालय सेवा संघ के वार्षिक समागम हेतु बैठक कल

बिहार सचिवालय सेवा संघ के वार्षिक समागम हेतु बैठक कल

पटना (16.08.2023): बिहार सचिवालय सेवा संघ का वार्षिक समागम सितंबर माह में आयोजित होना है। इस संबंध में तिथि एवं समय निर्धारित करने का अनुरोध माननीय मुख्यमंत्री से करते हुए उन्हें इस समागम में मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से शीघ्र ही इस संबंध में सूचना प्राप्त होने की संभावना है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


इस वार्षिक समागम की तैयारी हेतु कल दिनांक 17.8.2023 को दोपहर 1:00 बजे से पुराने सचिवालय के विस्तारित भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया है, जिसमें सचिवालय सेवा के सभी सदस्यों की उपस्थिति का अनुरोध किया गया है।

इस संबंध में बात करते हुए बिहार सचिवालय सेवा संघ के महासचिव प्रशांत कुमार द्वारा बताया गया कि बिहार सचिवालय सेवा का गौरवपूर्ण इतिहास रहा हैl सचिवालय सेवा के सदस्यों द्वारा सरकार के बेहद करीब रहते हुए और नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निर्धारित करते हुए अपने कार्यों का निष्पादन किया जाता है। राज्य सरकार के महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय निर्धारण, उनके क्रियान्वयन और अनुश्रवण में सचिवालय सेवा के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है तथा सचिवालय सेवा के सदस्यों को माननीय मुख्यमंत्री का लगातार सहयोग प्राप्त होता रहा है। ऐसी स्थिति में माननीय मुख्यमंत्री से रूबरू होते हुए उन्हें अपनी उपलब्धियां तथा अपनी समस्याओं से अवगत कराए जाने हेतु इस वार्षिक समागम में आमंत्रित किया गया है।

इस वार्षिक समागम के आयोजन की घोषणा से सचिवालय सेवा के सदस्यों में जबरदस्त जोश का माहौल है और सभी सदस्य अपने स्तर से इस वार्षिक समागम की तैयारी में जुट गए हैं।

महासचिव द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि किसी भी संगठन की गतिशीलता और उसमें उत्साह का वातावरण बनाए रखने हेतु समय-समय पर कुछ कार्यक्रम होते रहना चाहिए, इसी आलोक में बिहार सचिवालय सेवा संघ द्वारा इस वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 

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Sunday 13 August 2023

ब्लैक डे के कार्यक्रम की तैयारी हेतु ऑनलाइन बैठक आयोजित

ब्लैक डे के कार्यक्रम की तैयारी हेतु ऑनलाइन बैठक आयोजित किया गया।

पटना । आज दिनांक 13.08. 2023 को नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम बिहार द्वारा राज्य स्तरीय ऑनलाइन मीटिंग की गई। ऑनलाइन मीटिंग में कई विभागों के कर्मीगण शामिल हुए तथा पुरानी पेंशन बहाली के ज्वलंत मुद्दे पर विमर्श किया गया। मुख्य रूप से 1 अगस्त 2023 से 30 अगस्त 2023 चल रहे स्थानीय माननीयों के घर जाकर घंटी बजाओ कार्यक्रम, 01 सितंबर 2023 को समूचे बिहार राज्य में NPS के विरोध में ब्लैक डे मनाए जाने एवं 01 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में पेंशन शंखनाद रैली में शामिल होने के संबंध में समीक्षा की गई। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


 विस्तृत विमर्शोपरांत यह तय किया गया कि राज्य के सभी विभागों के यूनियन से एनएमओपीएस बिहार के निर्देशन में चल रहे पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राज्य और दिल्ली में आयोजित होने वाले आगामी कार्यक्रम को लेकर अपना समर्थन पत्र निर्गत किया जाए और सभी विभाग के संघ द्वारा अपने अपने कर्मचारियों को आगामी कार्यक्रम मे बढ़कर हिस्सा लेने के लिए अपील जारी किया जाए।

एनएमओपीएस के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय, महासचिव शशि भूषण कुमार और उपाध्यक्ष संजीव तिवारी द्वारा अपील किया गया कि घंटी बजाओ कार्यक्रम के तहत स्थानीय विधायकों एवं सांसदों को अधिक से अधिक संख्या में जाकर ज्ञापन दिया जाए। 01 सितंबर 2023 को पूरे बिहार में एनपीएस के विरोध में ब्लैक डे मनाया जाने हेतु हर विभाग को तैयारी करने की अपील की गई। साथ ही से अधिक संख्या में राज्य और केंद्र के कर्मचारीगण पेंशन शंखनाद रैली में भाग लेने के लिए 1 अक्टूबर 2023 को दिल्ली चलें ताकि केंद्र सरकार से नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के बाध्य कर सके। जो लोग दिल्ली जाने में विशेष कारणों से असमर्थ हैं उन्हें नैतिक समर्थन एवं वित्तीय सहयोग के लिए कहा जाए क्योकि उनके हिस्से की लड़ाई जो दूसरे कर्मीगण लड़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि बैठक में आज एन एम ओ पी एस भागलपुर टीम द्वारा जिला सचिव शशि कांत शशि के नेतृत्व में बिहपुर(भागलपुर) के विधायक ईo कुमार शैलेंद्र को पेंशन बहाली हेतु दिए गए ज्ञापन की प्रशंसा की गई एवं बेतिया जिला टीम द्वारा वहां के सांसद श्री संजय जायसवाल को दिए गए ज्ञापन के लिए आभार जताया गया। अंत में बैठक का संचालन कर रहें श्री शशि कांत शशि द्वारा बैठक मे शामिल सभी विभागों के कर्मीगण एवं संघ का आभार व्यक्त किया गया।

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अन्वेषण में उत्कृष्टता हेतु बिहार पुलिस के चार पदाधिकारी Union Home Minister's Medal For Excellence In Investigation पदक 2023 से सम्मानित ।

अन्वेषण में उत्कृष्टता हेतु बिहार पुलिस के चार पदाधिकारी केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister's Medal For Excellence In Investigation)पदक 2023 से सम्मानित ।

→ अन्वेषण में उत्कृष्टता हेतु बिहार पुलिस के चार पदाधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister's Medal For Excellence In Investigation)पदक 2023 से सम्मानित किया गया है:-

1.श्री जयंत कांत (तत्कालीन वरीय पुलिस अधीक्षक, मुजफ्फरपुर वर्तमान पुलिस उप-महानिरीक्षक चम्पारण क्षेत्र, बेतिया)

2.श्री संतोष कुमार (तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, शिवहर, वर्तमान पुलिस अधीक्षक विशेष कार्य बल)

3.श्री कार्तिकेय शर्मा (पुलिस अधीक्षक शेखपुरा)

4.श्री राकेश कुमार (तत्कालीन अनु0पु0पदा0, शिवहर, वर्तमान अनु0पु0पदा0, खडगपुर,मुंगेर)


उत्कृष्ट अनुसंधान किये गये काण्ड 

→ मुजफ्फरपुर जिला अर्न्तगत सिम स्वैपिंग के माध्यम से कई लोगों के अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते थे। सिम स्वैपिंग के लिए वे फर्जी आधार कार्ड द्वारा स्वैप सिम प्राप्त कर लेते थे। इस कार्य में इनकी मदद पंजाब नेशनल बैंक के एक कर्मचारी द्वारा की जाती थी।अनुसंधान के क्रम में पीएनबी के मोबाइल बैंकिंग सॉफ्टवेयर मैं एक तकनीकी खामी पुलिस द्वारा चिन्हित की गई, जिसे पुलिस द्वारा पंजाब नेशनल बैंक को पत्र लिखकर दूर करने की सलाह दी गई थी। बाद में, माननीय उच्च न्यायालय, पटना द्वारा पंजाब नेशनल बैंक को तत्कालीन वरीय पुलिस अधीक्षक, मुजफ्फरपुर श्री जयंत कांत के साथ विमर्श करते हुए इस तकनीकी खामी को दूर करने का आदेश दिया गया। इस कांड में पटना उच्च न्यायालय द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक को यह निर्देश दिया गया कि इस तरह के कांडों में लोगों के पैसों की धोखाधड़ी रोकने के लिए विशेष दिशा-निर्देश तैयार किए जाएं।

कांड के अनुसंधान के क्रम में 3 करोड़ रुपए जप्त किए गए और 5 अलग-अलग जिलों में दर्ज किए गए 12 कांडों का उद्भेदन किया गया। अनुसंधान के क्रम में 20 से अधिक फर्जी केवाईसी के आधार पर खुले घोस्ट एकाउंट्स को पुलिस द्वारा जब्त किया गया। साथ ही, हवाला के माध्यम से अवैध रूप से दूसरे राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, आदि से वापस कुरियर एवं बस के माध्यम से नगद पैसे बिहार वापस भेजने के साजिश का भी उद्भेदन किया गया। अनुसंधान के क्रम में 35 पंजाब नेशनल बैंक के खाताधारकों को भी सावधान करते हुए उनके खातों में जमा करीब 5 करोड़ रुपए की राशि को इन अपराधियों के हाथ लगने से रोका गया। इन सारे खातों के सभी विवरण एवं फर्जी आधार कार्ड अपराधियों के पास से जप्त किए गए थे।

श्री संतोष कुमार, भा०पु०से०, तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, शिवहर एवं श्री राकेश कुमार, तत्कालीन अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, शिवहर, के नेतृत्व में उत्कृष्ट एवं वैज्ञानिक अनुसन्धान के आधार पर शिवहर के तरियानी छपरा थाना अंर्तगत एक नाबालिग बच्ची को बहला फुसला कर दुष्कर्म कर हत्या करने एवं साक्ष्य छुपाने के सम्बन्ध में दर्ज कांड सं0-65/20, दिनांक-19.10.2020 धारा-376/AB 302/201 भा०द०वि० एवं धारा-4/6 पोक्सो एक्ट का सफल उद्भेदन किया गया। कांड पंजीकृत होने के बाद 60 दिन से कम समय में इस कांड में अनुसन्धानोपरांत अप्राथमिकी अभियुक्त के विरूद्ध आरोप पत्र समर्पित किया गया तथा घटना के मात्र 19 महीने के अन्दर अभियुक्त को सजा करवायी गई।

→ बरबीघा (मिशन) थाना अंर्तगत दिनांक 18/19.07.21 की रात्रि अज्ञात अपराधकर्मियों के द्वारा घर में घुसकर डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना के दौरान अपराधियों के द्वारा लूट पाट करते हुये गृह स्वामी के 17 वर्षीय पुत्र हर्ष कुमार की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी थी। इस सम्बन्ध में काण्ड सं0-209/21 दिनांक 19.07.21 धारा-396/307/120बी भा0द0वि0 अज्ञात के विरूद्ध दर्ज करते हुये अनुसंधान की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी। पुलिस अधीक्षक, शेखपुरा श्री कार्तिकेय के शर्मा के नेतृत्व में 15 दिनों के अन्दर इस कांड का उद्भेदन हीं नहीं किया गया, बल्कि घटना में लूटे गये मोबाईल की बरामदगी के साथ-साथ घटना में संलिप्त अपराधियों को चिन्ह्ति करते हुये 06 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया एवं 01 अपराधकर्मी के विरुद्ध कुर्की जप्ती की कार्रवाई करते हुये उन सभी अपराधकर्मियों के विरूद्ध न्यायालय में आरोप-पत्र समर्पित किया गया। तत्पश्चात स्पीडी ट्रायल के तहत न्यायालय में इस काण्ड का विचारण पूर्ण कराते हुए सजा दिलाई गयी।

Saturday 12 August 2023

पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन में 2023 यादगार वर्ष बन सकता है।

पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन में 2023 यादगार वर्ष बन सकता है।

D N Singh

2004 में एन पी एस लागू होने के बाद से लेकर 2018 तक पुरानी पेंशन बहाल करो, कहने वाले देश भर में केवल मुट्ठी भर लोग थे और जो थे भी वे सब एकदम गुमनाम से ही थे।



देश के ज्यादातर बड़े और जाने माने कर्मचारी नेता यह सोचकर चुप बैठे थे कि सरकार ओ पी एस को बहाल तो करेगी नही, ओ पी एस बहाल करो बोलकर या इस मांग का समर्थन करने पर कही बड़े नेता होने का खिताब खतरे में न पड़ जाए। दूसरी बात यह भी थी कि कुछ बड़े नेताओं ने एन पी एस का समर्थन किया था। वे अब विरोध किस मुंह से करे। अगर बोलेंगे तो लिफाफे और अनुकम्पा याद दिलाई जायेंगी।

यूपी में अटेवा और उससे विकसित होकर देश स्तर पर बने संगठन एन एम ओ पी एस ने पहली बार देश में यह आवाज बुलंद की - " पुरानी पेंशन बहाल करो " इन्होंने यह नारा भी दिया कि - " जो पेंशन की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा " "पेंशन हमारा अधिकार , हम लेकर रहेंगे।" वोट फॉर ओ पी एस को इन्होंने रणनीति बनाया।

वर्ष 2018 में रामलीला मैदान दिल्ली में एन एम ओ पी एस ने एक शानदार कार्यक्रम ओ पी एस की मांग के लिए आयोजित किया था । इसमें लगभग देशभर से लगभग ७०-८० हजार कर्मचारियों ने भाग लिया था।


जन पक्ष के विख्यात पत्रकार रवीश कुमार ने एन डी टी वी पर इस कार्यक्रम पर एक रिपोर्ट पेश की तो पूरे देश की निगाह इस रिपोर्ट के जरिए पुरानी पेंशन बहाल कराने की आवाज पर गई।

इस आवाज ने लाखो एन पी एस कर्मचारियों के कान खड़े कर दिए। इंसाफ पसंद अनेक लोगो का भी इस पर ध्यान गया। मैं भी उनमें से एक हूं।

, यह आवाज किसकी है ? ये कौन लोग है ? यह तलाश शुरू हो गई। अटेवा, ऊ प्र और एन एम ओ पी एस पुरानी पेंशन बहाल करने की आवाज बुलंद करने वाले संगठन के रूप में राष्ट्र स्तर पर सामने आये।

इन्ही संगठनो के शीर्ष नेतृत्व में से एक और एन एम ओ पी एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु की पहचान राष्ट्र स्तर पर बनी और पांच राज्यो में पुरानी पेंशन बहाल कराने की उपलब्धि तक आते आते विजय कुमार बंधु को देशभर में पेंशन पुरुष कहा जाने लगा।

मैने विजय कुमार बंधु को जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली के एक होल में आयोजित मीटिंग में संबोधित करते हुए पहली बार देखा और सुना था।

एकदम साधारण सी कद काठी के शिक्षक, साधारण देहाती वेशभूषा, सांवला/ गेहुआ रंग, सामान्य से कम लंबाई, सीधा सरल स्वभाव लेकिन भाषण में दिए तर्को और दावों में दम था। उनके विचारो में ऊंचाई थी, उनकी सारी बात सहमति लायक थी, दावे यकीन लायक और समर्थन के काबिल थे।


बंधु जी कह रहे थे कि हम सब संगठित होकर ओ पी एस की मांग करे, एकजुट होकर वोट फॉर ओ पी एस की राह पर चले तो वह दिन दूर नही है, जब एन पी एस को लाइलाज बीमारी समझने वाले कर्मचारी नेता भी ओ पी एस के समर्थन में आयेंगे। ज्यादातर राजनीतिक पार्टियां भी ओ पी एस दिलाने के वादे करेंगी। नेता चीख चीख कर ओल्ड पेंशन बहाल कराने के वादे करेंगे। आप खड़े होइए और हमारा साथ दीजिए। पुरानी पेंशन सौ प्रतिशत बहाल होगी।

हमे बोलने के लिए कहा गया तो हमने पुरानी पेंशन बहाल करने की अहमियत को स्वीकार किया। इसे बेहद जरूरी बताया और ताउम्र अपनी क्षमता के अनुसार साथ देने का आश्वासन दिया।

मैं इस कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि था, उन दिनों दिल्ली के दास एवम स्टेनो केडर्स की वेलफेयर एसोशिएशन का अध्यक्ष था, मैं कर्मचारी आंदोलन में दिल्ली का उस वक्त का एक जाना माना चेहरा भी था, बंधु जी ने एन एम ओ पी एस (National Movement for old Scheme) लिखी एक टोपी पहनाकर मुझे दिल्ली एन एम ओ पी एस का संरक्षक बना दिया।

हमने यह सम्मान ,जिम्मेदारी हृदयतल की गहराइयों से स्वीकार की और आज तक निर्वाह करते आ रहे है। आगे भी करते रहने का पक्का इरादा है। जंतर मंतर पर धरने के दौरान मैने विजय बंधु और साथियों का आमरण अनशन करने का प्रोग्राम टलवाया और दुश्मनों से खाकर लड़ने का आह्वान किया। इसके साथ ही सब के लिए खाने के बंदोबस्त का वादा किया, हमने इस वादे को बाखूबी निभाया भी। बाहर से एन पी एस साथियों ने बताया कि खाना भी खाने लायक था। पुरानी पेंशन बहाल कराने के आंदोलन में यहां पहली बार हमारी पहचान बनी। विभिन्न राज्यों से आए एन पी एस साथियों ने इसे बहुत सराहा था। इसमें मदद करने वाले ज्यादातर OPS वाले ही थे।

उसके बाद लखनऊ,अमरोहा, दिल्ली के अनेक कार्यक्रमों में मैने भाग लिया। बंधु जी से लगातार संबंध संपर्क बना रहा है। एन पी एस निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा में मैं चंपारण बिहार से यूपी में अमरोहा तक और फिर गाजियाबाद से अलीगढ़ तक रहा, अटेवा, एन एम ओ पी एस , पुरानी पेंशन बहाली के आंदोलन के कार्य कर्ताओ के हाव भाव और हौसले को देखा और समझा। अनेक भाई बहनों से इस यात्रा के दौरान परिचय हुआ।

पेंशन सत्याग्रह सह निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा बिहार के चंपारण से 01 जुन से शुरू होकर 04 जुन तक चला था, जिसमें nmops के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वरुण पाण्डेय का सहयोग भी मिला।

जिस तरह वोट फॉर ओ पी एस की रणनीति पर चलकर अब तक पांच प्रदेशों में पुरानी पेंशन बहाल कराने में सफलता मिल चुकी है। मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि उसी तरह पुरानी पेंशन पूरे देश में बहाल कराने में कर्मचारी जल्द ही सफल हो जायेंगे। बशर्ते वे एकजुट होकर इसी राह पर आगे बढ़ते रहे। विचलित न हो और बिखरे नही।

10 अगस्त 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में अनेक कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा की एक बहुत बड़ी रैली आयोजित हुई है, उसमे एक स्वर से सभी नेताओ द्वारा ओ पी एस बहाल करने की मांग सरकार से की गईं है।

मैने देखा कि चारो ओर ओ पी एस के झंडे भी लगाए गए थे। अखबारों में भी ओ पी एस बहाल कराने की मांग की ही खबरे प्रकाशित हुई है। यह बहुत अच्छी खबर है,क्योंकि इनमें से अनेक कर्मचारी नेता एवम संगठन पहले एन पी एस की वकालत किया करते थे और एन पी एस को लागू कराने में सरकार के साथ थे और पांच राज्यो में पुरानी पेंशन बहाल होने तक चुप चाप बैठे थे।

मेरे विचार से यह बदलाव एन एम ओ पी एस और अटेवा के सतत चलाए गए पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन का ही शानदार परिणाम है। यह आंदोलन की बहुत बड़ी उपलब्धि अर्थात जीत है कि अब सभी कर्मचारी यह कहने लगे है कि ओ पी एस बहाल कराने से कम कुछ भी नही चाहिए। वी वांट ओ पी एस , पुरानी पेंशन बहाल करो, नारे लग रहे थे। हर कर्मचारी चाहता भी यही है। सोचने में आया यह बदलाव पेंशन आंदोलन की बहुत बड़ी जीत है। यह अच्छा संकेत है। नेतागण अब एनपीएस में संशोधन की बात नही कर पायेंगे। जो करेगा, उसका अस्तित्व खतरे पड़ना तय है।

अब जरूरत इस बात की है कि सारे कर्मचारी एकजुट होकर वोट फॉर ओ पी एस की रणनीति पर आगे बढ़े , तो उनकी जीत निश्चित होगी।

मैं समस्त एन पी एस कर्मचारियों को इस बदलाव की बहुत बहुत बधाई एवम हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं कि अब पुरानी पेंशन बहाल हो, सबका मुद्दा बन गया है। एन पी एस में संशोधन अब स्वीकार नहीं करना है।

सारे कर्मचारी इस बात पर एकजुट रहे तो वोट फॉर ओ पी एस और ज्यादा प्रभावी एवम सफलता का आधार बनेगा। सारे कर्मचारी याद रखे -

तीर से न तलवार से,

पेंशन मिलेगी वोट के प्रहार से ,

अब तक जीते, पांच प्रदेश,

आगे जीतेंगे, पूरा देश ,

अगर सभी एन पी एस वाले भाई बहन आपस में इस बात पर सहमत हो जाए, तो वर्ष 2023 उनके लिए बहुत भाग्यशाली वर्ष बन सकता है। जो भाई बहन 10 अगस्त को दिल्ली आए थे, उन्हे बहुत बहुत साधुवाद देता हूं। अगर वे सब 01 अक्तूबर 2023 को भी दिल्ली आना याद रखेंगे तो सफलता की अग्रिम बधाई देना चाहूंगा। पुरानी पेंशन सौ प्रतिशत बहाल हो जायेगी।

Wednesday 9 August 2023

बिहार पुलिस के द्वारा "राज्यस्तरीय फोटो प्रतियोगिता" में आप भी भाग ले सकते हैं, मिलेगा पुरस्कार, जानें प्रतियोगिता में भाग लेने की प्रक्रिया..

 बिहार पुलिस के द्वारा "राज्यस्तरीय फोटो प्रतियोगिता" में आप भी भाग ले सकते हैं, मिलेगा पुरस्कार, जानें प्रतियोगिता में भाग लेने की प्रक्रिया..

बिहार पुलिस के द्वारा "राज्यस्तरीय फोटो प्रतियोगिता" आयोजित की जा रही है। इसमें बिहार के पुलिसकर्मी सहित सभी नागरिक भाग ले सकते हैं। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


प्रतियोगिता में भाग लेने की प्रक्रिया:-


1. अपने जिले के अन्तर्गत पुलिस द्वारा किये जा रहे सराहनीय कार्यों का फोटो लेंI

2. 10-15 फोटोग्राफ्स गुगल ड्राइव/वन ड्राइव आदि ऑनलाइन स्टोरेज पर अपलोड करें।

3. अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल/पेज के माध्यम से उक्त ड्राइव का लिंक अपने नाम,पता एवं फोटो के साथ बिहार पुलिस के ईमेल pmc.phq-bih@gov.in पर भेजें।

4. सोशल मीडिया सेन्टर बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा संचालित सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपके चयनित फ़ोटोग्राफ़ शेयर किए जाएंगे।

5. प्रतियोगिता के विजेता/विजेताओं को सम्बन्धित जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रशस्ति पत्र/उचित पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा।

प्रतियोगिता कार्यक्रम निम्नांकित अवधि में सम्पन्न कराया जायेगा :-

प्रतियोगिता की घोषणा - 10 अगस्त 2023.

प्रतियोगिता की अवधि - 10 अगस्त 2023 से 25 अगस्त 2023.

अन्तिम तिथि - 25 अगस्त 2023.

मूल्यांकन की अवधि - 26 अगस्त 2023 से 31 अगस्त 2023.

प्रतियोगिता का निर्णय और विजेताओं की घोषणा - 04 सितम्बर 2023.

प्रदर्शनी एवं पुरस्कार समारोह - 08 सितम्बर 2023.

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Monday 7 August 2023

मनीष कश्यप के आने के खबर सुनते ही दौड़ पड़े हजारों लोग, करने लगे पुष्प वर्षा, जानिए क्या कहा पुलिस....

 मनीष कश्यप के आने के खबर सुनते ही दौड़ पड़े हजारों लोग, करने लगे पुष्प वर्षा, जानिए क्या कहा पुलिस....

आज बेतिया कोर्ट में मनीष कश्यप को पेश करने तमिलनाडु पुलिस खुद लेकर आ गई है। उन्हें मदुरै से दिल्ली ले गई, फिर दिल्ली से पटना हवाई जहाज से और पटना से बेतिया ट्रेन से लेकर आई। जैसे ही बेतिया सप्तक्रांति एक्सप्रेस आकार रुकी। मनीष कश्यप के आने की खबर सुनते ही उनके हजारों समर्थक उन्हें देखने दौड़ पड़े। हर कोई उनको एक पल के लिए देखना चाहता था। हर कोई उनको अपने मोबाइल में कैद करना चाहता था। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


जैसा कि आप जानते हैं कि सिविल इंजीनियर से पत्रकार बने बिहार के लाल मनीष कश्यप अपनी पत्रकारिता के बल पर इतने पॉपुलर हो गए थे कि जहां जाते थे वहां प्रशंसकों की भीड़ लग जाता था। इनका वीडियो आसानी से यूट्यूब और फेस बुक पर देखा जा सकता है। महीना में 10 लाख रुपए कमाने वाले श्री कश्यप अपने कमाई का आधा राशि जरूरतमंद को विभिन्न तरीके से दे देते थे।

 आज के 5 महीने पहले तमिलनाडु के तिरुपुर में एक विवाद के कारण वहां के लोग बिहारी को मारना भागना शुरू कर दिया था। जो कई प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से उठाया गया था। अपनी बेबाक पत्रकारिता के कारण मनीष कश्यप तमिलनाडु जाकर बिहारी मजदूरों के लिए आबाज उठाना शुरू कर दिए। बिहार सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार पर भी अंगुली उठाना शुरू करने के कारण राजनीतिज्ञों को मनीष कश्यप अखरने लगे। फिर गलत सही आरोप लगाकर इनपर बिहार पुलिस आरोप लगाकर जेल में बंद कर दिया । फिर तमिलनाडु पुलिस भी एफआईआर लिखकर अपने साथ ले जाकर मदुरै जेल में बंद कर दिया।

    आखिरकार चार महीने बाद तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को लेकर बेतिया कोर्ट में आज पेश किया। बेतिया सिविल कोर्ट के न्यायधीश बार बार कोर्ट में हाजिर करने का आदेश देते रहे लेकिन सुरक्षा का हवाला देकर तीन बार पुलिस तमिलनाडु से बिहार ला नही सकी। आज बेतिया रेलवे स्टेशन पर समर्थकों का बेतहासा भीड़ था, सार्थक पुष्प वर्षा कर रहे थे। मनीष कश्यप को देखने आ रहे लोगों को बिहार और तमिलनाडु पुलिस बार बार दूर रहने कह रहा था।

बेतिया सिविल कोर्ट के न्यायधीश ने कहा कि अब ये तमिलनाडु नही जायेंगे, बल्कि तमिलनाडु के केस में ऑनलाइन यही से सुनवाई होगा क्योंकि बिहार के बेतिया कोर्ट में भी 6 केस पेंडिंग है जिसपर सुनवाई होनी है।


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Sunday 6 August 2023

एनएमओपीएस बिहार के तत्वावधान में पुरानी पेंशन की मांग हेतु जनप्रतिनिधियों के आवास पर सतत् घंटी बजाओ कार्यक्रम

एनएमओपीएस बिहार के तत्वावधान में पुरानी पेंशन की मांग हेतु जनप्रतिनिधियों के आवास पर सतत् घंटी बजाओ कार्यक्रम

पटना (06.08.2023):- एनएमओपीएस (पुरानी पेंशन प्रतिबद्ध संगठन) की बिहार इकाई द्वारा आज पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों के आवास पर घंटी बजाओ कार्यक्रम के छठे दिन माननीय विधायक श्री सत्यदेव राम, उप नेता,भाकपा माले तथा श्री संदीप सौरभ विधायक, पालीगंज के आवास पर जाकर पुरानी पेंशन बहाली हेतु अपने स्तर पर माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध करने का निवेदन किया गया । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


उल्लेखनीय है कि एनएमओपीएस के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक देश भर में सभी जनप्रतिनिधियों के आवास पर पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने हेतु घंटी बजाओ कार्यक्रम का आयोजन अगस्त माह में किया जा रहा है, इसी क्रम में बिहार के भी सभी सांसदों, विधायकों के आवास पर पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने हेतु एनएमओपीएस बिहार द्वारा लगातार कार्यक्रम किया जा रहा है। दो दिन पूर्व भागलपुर टीम के द्वारा श्री अजीत शर्मा तथा नाथनगर विधायक, श्री अली अशरफ फातिमी को भी ज्ञापन दिया गया है। रोहतास टीम के द्वारा श्री छेदी पासवान, माननीय सांसद, सासाराम तथा नालंदा टीम द्वारा सांसद श्री कौशलेंद्र कुमार को भी कल ज्ञापन दिया गया है।


आज ही बेतिया टीम के द्वारा श्री सौरभ कुमार, एमएलसी को ज्ञापन दिया गया है।

घंटी बजाओ कार्यक्रम के तहत श्री संदीप सौरभ माननीय विधायक को बताया गया कि राज्यकर्मियों के लिए दिनांक: 01.08.2005 के बाद से ही पुरानी पेंशन योजना (OPS) के स्थान पर नई पेंशन योजना (NPS) लागू किया गया है, जिसमें विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड रहा है तथा इस योजना में सेवानिवृत्ति के उपरांत काफी कम राशि मिल रही है।

उल्लेखनीय है कि एन०पी०एस एक शेयर बाजार अधारित पेंशन व्यवस्था है जिसमें हमेशा नुकसान की संम्भावना बनी रहती है।

विदित हो कि एन०पी०एस० राज्यों के लिए बाध्यकारी नही है इसी के आलोक में राजस्थान, छतीसगढ़, झारखंड, पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश की राज्य सरकारों के द्वारा अपने-अपने राज्यकर्मियों के लिए नई पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू किया जा चुका है ।

ज्ञातव्य है कि नई पेंशन प्रणाली में प्रति माह कर्मियों के पेंशन के नाम पर राज्य सरकार द्वारा 14 प्रतिशत तथा कर्मियों के वेतन से 10 प्रतिशत की राशि कटौती कर एन०एस०डी०एल० नामक एजेंसी में जमा कराया जाता है तथा उक्त एजेंसी द्वारा कुल राशि को शेयर बाजार में लगाया जाता है इस तरह राज्य सरकार द्वारा प्रति वर्ष लगभग 2300 करोड़ रूपया उक्त एजेंसी के पास जमा कराया जाता है जो राज्य सरकार के लिए भी लाभ्यकारी नही है।

बिहार के राज्य कर्मियों के मांग के अनुरूप दिनांक: 01.09.2005 के प्रभाव से लागू नई पेंशन प्रणाली को निरस्त करते हुए पुरानी पेंशन योजना को लागू करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष हमारी मांग को रखने की कृपा की जाए।
सांसदों एवम् विधायकों द्वारा एनएमओपीएस की मांग को सदन, माननीय मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया।

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय, प्रदेश संरक्षक प्रेमचंद सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज यादव इत्यादि उपस्थित रहे।

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