Saturday 25 February 2023

आखिर क्या है इस महात्मा में खास गुण ? जंगली जानवर भी आते हैं सुनने इनकी रामधुन

मध्य प्रदेश के जंगल में आज भी सुनते हैं इनका भजन
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में घने जंगलों के बीच, कुटिया बनाकर रहने वाले एक साधु के पास उनके भजन की मधुर ध्वनि से आकर्षित होकर भालू आते हैं ! आसपास की जगह में चुपचाप बैठकर भजन सुनते हैं। ये सभी भालू भजन के दौरान खामोशी से साधु के आस-पास बैठ जाते हैं और भजन पूरा होने पर प्रसाद लेने के बाद वापस चले जाते हैं। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा में जैतपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत खड़ाखोह के जंगल में सोन नदी के समीप राजमाड़ा में सीताराम साधु 2003 से कुटिया बनाकर रह रहे हैं। साधु ने बताया कि जंगल में कुटिया बनाने के बाद उन्होंने वहां प्रतिदिन रामधुन के साथ ही पूजा पाठ शुरू की।

एक दिन जब वह भजन में लीन थे तभी उन्होंने देखा कि दो भालू उनके समीप आकर बैठे हुए हैं और खामोशी से भजन सुन रहे हैं। साधु ने बताया कि यह देखकर वह सहम गये लेकिन उन्होंने जब देखा कि भालू खामोशी से बैठे हैं और किसी तरह की हरकत नहीं कर रहे हैं तो उन्होंने उक्त भालूओं को भजन के बाद प्रसाद दिया। प्रसाद लेने के कुछ देर बाद भालू वापस जंगल में चले गये।

सीताराम ने बताया कि बस उस दिन से भजन के दौरान भालुओं के आने का जो सिलसिला शुरू हुआ तो वह आज तक जारी है। उन्होंने बताया कि भालुओं ने आज तक उन्हें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। इतना ही नहीं जब भी भालू आते हैं तो कुटिया के बाहर परिसर में ही बैठे रहते हैं और कभी भालुओं ने कुटिया के अंदर प्रवेश नहीं किया।

उन्होंने बताया कि फिलहाल इस वक्त एक नर और मादा भालू के साथ उनके दो शावक भी आ रहे हैं। सीताराम ने बताया कि भालुओं से उनका अपनापन इस तरह का हो गया है कि उन्होंने उनका नामकरण भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि नर भालू को ‘लाला’ और मादा को ‘लल्ली’ के साथ ही शावकों को ‘चुन्नू’ और ‘मुन्नू’ का नाम दिया है।

वन विभाग के रेंजर ने भालुओं के वहां आने की पुष्टि करते हुए कहा कि सीताराम जी के भजन गाने के दौरान कुछ भालू उनके आस पास जमा हो जाते हैं और अब तक भालुओं ने किसी को नुकसान भी नहीं पहुंचाया है।
साभार

Sunday 19 February 2023

बागेश्वर धाम में 125 बेटियों का सामूहिक विवाह संपन्न, घर बैठे ऐसे लगाए अपनी अर्जी...

बागेश्वर धाम में 125 बेटियों का सामूहिक विवाह संपन्न, घर बैठे ऐसे लगाए अपनी अर्जी...

आपने बागेश्वर धाम सरकार का नाम तो अवश्य सुना होगा । यह कई दिनों से चर्चा में है। लेकिन इस बार चर्चा का मुख्य कारण बागेश्वर धाम में कल 125 जोड़े वर बधु का विवाह संपन्न करवाया गया। ये वही बागेश्वर धाम है जो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला के गढ़ा नामक गांव में स्थित है। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


कल बागेश्वर धाम में शिवरात्रि पर 125 बेटियों की विवाह में 10 से 12 लाख घराती, बाराती, भक्त एवं श्रद्धालु पहुंचे थे। साधु संतों एवं महात्माओं को क्या कहने, उनके भी संख्या अच्छी खासी थी। इधर राजनेताओं के भी जमघट लगा हुआ था। सभी जोड़ों के लिए उचित व्यवस्था किया गया था। पूरे व्यवस्था का जीमा भक्तजनों का था। बाबा धीरेंद्रनाथ शास्त्री ने सभी बेटियों के विवाह उपरांत दिए जाने वाले उपहार का समुचित व्यवस्था पहले ही कर रखा था। कहा जा रहा था कि सभी नवविवाहित बेटियों को अलग अलग तरह का 45 सामान दिया जाना था लेकिन शाम होते होते इसकी संख्या 70 हो गया। बाबा ने अपनी 125 बेटियों को बिबाह में लकड़ी का पलंग, फ्रिज, वाशिंग मशीन, प्रेशर कुकर, चूल्हा, पीतल के बर्तन, कूलर, एलईडी टीवी समेत करीब 70 सामान दिया।


  सभी जोड़े लाइन से बैठाया गया था। ये सभी बिटिया साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। जिनके माता पिता सक्षम नहीं है। बागेश्वर धाम में जहां तक नजर आ रहा था वहां तक चारों तरफ श्रद्धालु ही श्रद्धालु दिख रहे थे।

बागेश्वर धाम सरकार श्री धीरेन्द्र शास्त्री जी ने भावुक होते हुए बेटियों से बात करते हुए बताया कि इस विवाहोत्सव में करीब 52 बेटियां ऐसी है जिसके माता पिता नहीं है किसी किसी का भाई भी नहीं है।

 विवाह मंडप में दुल्हन की जोड़े में सजी उन्नाव जिले की एक बिटिया ने वहां पर उपस्थित जनसमूह से कहा कि हमारे गुरु जी बहुत ही अच्छे हैं। ये चमत्कारिक है। इन्हें बदनाम ना करें सभी से मेरी प्रार्थना है यह सब बाबा बागेश्वर धाम वाले बालाजी के शक्ति है। मैंने ऐसा कभी नहीं लगवाया मेरे मां बाप भाई बहन कोई भी नहीं है लेकिन फिर भी बालाजी की कृपा हुई कि हम बाबा शास्त्री जी के बिटिया बनने का सौभाग्य हुआ।

बागेश्वर धाम किस जिला में पड़ता है?

बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में स्थित है यह बहुत ही पवित्र स्थान है जहां भारत के दूर-दूर से लोग अपने अर्जियां लगाने के लिए आते है। यहां बाबा बालाजी की कृपा से सभी लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण हो रही है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित श्री कृष्ण शास्त्री जी के द्वारा लोगों की मन की अर्जी को सुना जा रहा है तथा उसे आशीर्वाद दिया जा रहा है।

kaise lagaen Bageshwar dham mein apni arji

बागेश्वर धाम की अर्जी कैसे लगती है?

बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगाने के लिए सिर्फ मंगलवार को अपने घर पर लाल बस में नारियल को बांधकर आर जी को अपने पूजा स्थल पर रख देना है। फिर "ॐ बागेश्वराय नमः " की एक माला जप करें। यदि बागेश्वर बाला की कृपा हुई तो आपकी अर्जी स्वीकार कर ली जाएगी।
अपना न्यूज हमें फोटो सहित 9443486335 पर व्हाट्सएप करें।

बागेश्वर धाम सरकार की फीस कितनी है?
बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के अनुसार फीस पूर्णतः निशुल्क है। बल्कि आपको वहां पर जाने पर दो टाइम का भोजन भी फ्री मिलता है जो बागेश्वर धाम के तरफ से मिलता है जो भी पूर्णतः निशुल्क है।

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Friday 17 February 2023

मलाठी पंचायत में किसान पाठशाला, जैविक विधि से करें फसलों की सुरक्षा

 मलाठी पंचायत में किसान पाठशाला, जैविक दवा (Organic medicine) से करें फसलों की सुरक्षा

जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड के मलाठी पंचायत में आज वृहस्पति बार को फसल सुरक्षा योजना कार्यक्रम के तहत पौधा संरक्षण पाठशाला का आयोजन किया गया। यह समाचार आप www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


जहानाबाद जिले इस मलाठी पंचायत (Malathi panchayat) में आयोजित पौधा संरक्षण पाठशाला में पंचायत के मुखिया धीरज कुमार ने उपस्थित किसानों को फसल सुरक्षा कैसे की जाय, इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि खेतों में यूरिया खाद एवम कीटनाशकों का ज्यादा उपयोग करने से मृदा प्रदूषित हो रहा है और इसका प्रभाव फसल उत्पादन पर पड़ रहा है। 

किसानों को आगे उन्होंने बताया कि मजबूत फसल और अच्छी उपज के लिए कंपोस्ट का उपयोग किया करना चाहिए तथा कीटों से फसल के बचाव के लिए नीम का पता या उससे बने गाढ़ा घोल का छिड़काव करना चाहिए। जबकि कृषि समन्वयक सत्येंद्र नारायण गौतम, किसान सलाहकार लालदेव चौधरी ने किसानों को कहा कि खेतों में रासायनिक दवा का प्रयोग जरूरत के हिसाब से थोड़ा बहुत ही प्रयोग करें। खेती पूर्णतः जैविक तरीके से ही होना चाहिए। किसानों को चाहिए कि खेती करते समय नीम के पते द्वारा बनाए गए मठ्ठा एवम गौमूत्र का प्रयोग कर खेतों में फसलों के बीच छिड़काव करना चाहिए। 


इस कार्यक्रम का संचालन महेश प्रसाद ने किया। फसल संरक्षण योजना के तहत पाठशाला में उपस्थित किसानों को आईपीएल कीट का वितरण किया गया जिसमें दूरबीन, कलम, सेलोटेप, पेंसिल, मार्कर एवम अन्य सामग्री के साथ कीट का वितरण किया गया।  इस किसान पाठशाला में किसानों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

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Wednesday 15 February 2023

जहानाबाद जिले के सरेन पंचायत में किसान पाठशाला का आयोजन..

जहानाबाद जिले के सरेन पंचायत में किसान पाठशाला का आयोजन..

जहानाबाद जिले के मखदुमपुर के पंचायत पूर्वी सरेन के सैदपुर ग्राम आज 15 फरवरी दिन बुधवार को पौधा संरक्षण विभाग जहानाबाद द्वारा किसान पाठशाला का आयोजन किया गया । यह समाचार OPERAFAST HINDI NEWS पर पढ़ रहे हैं।


इस किसान पाठशाला में कृषि समन्वयक सत्येंद्र नारायण गौतम, किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार द्वारा किसानों को बताया गया कि पौधा को संरक्षण कैसे करना है एवं जैविक विधि द्वारा खेती करना है। किसानों को खेती करते समय रसायनिक दवा का प्रयोग नहीं करना है। अगर ज्यादा आवश्यकता महसूस हो तभी रासायनिक दवा का प्रयोग करना चाहिए। अन्यथा नीम के पत्ते द्वारा बनाए गए मट्ठा के द्वारा एवं गोमूत्र द्वारा बनाए गए घरेलू दवा का प्रयोग कर खेतों में फसलों के बीच छिड़काव करना चाहिए।

आज पौधा संरक्षण विभाग के द्वारा पंचायत के किसानों के बीच आईपीएल के कीट का वितरण किया गया जिसमें दूरबीन ,कलम, सेलोटेप, पेंसिल मार्कर व अन्य सामग्री के साथ किट का वितरण किया गया।
👉 किसी भी तरह का न्यूज 9443486335 भेजें, हम इसे छापेंगे।

 वातावरण को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से वहां उपस्थित किसानों के बीच नीम का पौधा भी वितरण किया गया। इस किसान पाठशाला में शिवकुमार वार्ड सदस्य प्रेमचंद कुमार धर्म शिला देवी नीरज कुमारी पिंकी देवी समेत कई किसान उपस्थित हुए ।

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Tuesday 14 February 2023

वेलेंटाइन डे यानी बड़े बिजनेस का इवेंट ! और कौन हैं इसके स्पोर्ट करने वाले

वेलेंटाइन डे क्या है, और कौन हैं इसके स्पोर्ट करने वाले
बाप ने कतरा कतरा करके कमाई थी इज्जत और बेटी बेच आई वैलेंटाइन डे पर एक चॉकलेट में अपनी इज्जत।

14 फरवरी वेलेंटाइन डे या हवस दिवस

वेलेंटाइन दिन प्रेम पत्रों के "वैलेंटाइन के रूप में पारस्परिक आदान प्रदान के साथ गहरे से जुड़ा हुआ है। आधुनिक वैलेंटाइन के प्रतीकों में शामिल हैं दिल के आकार का प्रारूप, कबूतर और पंख वाले क्यूपिड का चित्र। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

तीन चीजें ध्यान देने की है......

1. वैलेंटाइन डे को सपोर्ट कौन करता है?

बॉलीवुड, टीवी सीरियल, प्राइवेट न्यूज़ चैनल ,एफएम रेडियो ,वामपंथी ,महिला वादी बुद्धिजीवी।

2. कमाई किसकी होती है?

शुरू में.....

विदेशी गिफ्ट कंपनियों की, विदेशी चॉकलेट बेकरी कंपनी की, विदेशी precaution की, बॉलीवुड फिल्मों की

बाद में......

गर्भपात करने वाले डॉक्टर्स की, अजन्मे बच्चे को बेचकर बांझपन, कैंसर, गुप्त रोग के डॉक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञों की, सच्ची घटनाओं पर आधारित टीवी सीरियल्स की, शॉर्ट मूवीस की, और महिला सुरक्षा के खोखले वादों पर बोट बनाने वाले और फर्जी योजनाएं चलाने वाले देश के गद्दार नेताओं की और भी छोटे बड़े।

3. इस में फंसती, मरती कौन है?

छोटे शहरों के मध्यमवर्गीय परिवार और निचले तबके की ज्यादातर पढ़ी-लिखी लड़कियां।

जिनके परिवार का कोई राजनीतिक और कानूनी पकड़ नहीं है, सीधे-साधे दुनियादारी से मतलब ना रखने वाले लोगों के परिवारों की नादान बच्चियां।

मैं जो लिखा हूं ऐसा इसमें कुछ भी नहीं जो आप नहीं जानते-समझते है।

दिसंबर से लेकर फरवरी तक एक मास्टर लेवल की स्क्रिप्ट बनाई जाती है, फिर बड़ी सफाई से प्यार, मोहब्बत, आशिकी के नाम पर बड़े स्तर पर लड़कियों को फंसाकर, मारकर अरबों खरबों रुपए का देसी विदेशी व्यापार होता है।

यह वैलेंटाइन कोई त्यौहार नहीं है यह बड़े लेवल का बिजनेस इवेंट है।

फरवरी का महीना सबसे खतरनाक महीना होता है लड़कियों के लिए, इसलिए

एक सोशल मीडिया यूजर आदित्य सिंह से बातचीत में उन्होंने बताया कि आपके इस पोस्ट के माध्यम से विशेष अनुरोध करता हूं कि आप सब अपनी बहन बेटी और बच्ची का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि जो दूसरी बच्चियों के साथ हो रहा है वह आपकी बच्ची के साथ नहीं होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है।

इन सब चीजों से बचा सकता है उसको तो वह आपका संस्कार इसलिए बच्चों को संस्कारी बनाएं।

कुछ भी अचानक से नहीं होता है , कुछ होने के पीछे बहुत बड़ा कारण होता है ।

फरवरी के इस महीने में जैसा कि मैंने गिनाया है ऊपर यह सभी फायदे उन सबको होंगे लेकिन आपका सामाजिक नुकसान आर्थिक नुकसान यहां तक आपका जीवन नष्ट हो जाएगा याद रखें।

खैर अब पश्चिमी सभ्यता में किसका प्रचार प्रसार कैसे हुआ ये जानते है।

ये दिन प्रेम पत्रों के "वैलेंटाइन के रूप में पारस्परिक आदान प्रदान के साथ गहरे से जुड़ा हुआ है। आधुनिक वैलेंटाइन के प्रतीकों में शामिल हैं दिल के आकार का प्रारूप, कबूतर और पंख वाले क्यूपिड का चित्र।

19वीं सदी के बाद से, हस्तलिखित नोट्स की जगह बड़े पैमाने पर बनाने वाले ग्रीटिंग कार्ड्स ने ले ली है।

ग्रेट ब्रिटेन में उन्नीसवीं शताब्दी में वैलेंटाइन का भेजा जाना एक फैशन था और, 1847 में, एस्थर हौलैंड ने अपने वोर्सेस्टर, मैस्साचुसेट्स स्थित घर में ब्रिटिश मॉडलों पर आधारित घर में ही बने कार्ड्स द्वारा एक सफल व्यवसाय विकसित कर लिया था। 19 वीं सदी के अमेरिका में वैलेंटाइन कार्ड की लोकप्रियता जहां कई वैलेंटाइन कार्ड अब सामान्य ग्रीटिंग कार्ड प्यार की घोषणाओं के बजाय, संयुक्त राज्य अमेरिका में छुट्टियों के भविष्य व्यावसायीकरण के एक अग्रदूत था रहे हैं।
👉अपना न्यूज या सजेशन हमे 9443486335 पर व्हाट्सएप करें।

कई शुरुआती ईसाई शहीदों के नाम वैलेंटाइन थे। 1969 तक, कैथोलिक चर्च ने औपचारिक रूप से ग्यारह वैलेंटाइन दिनों को मान्यता दी। 14 फ़रवरी को सम्मानित वैलेंटाइन हैं रोम के वेलेटाइन वलेंतिनुस प्रेस्ब.म. रोमे) और टेर्नी के वैलेंटाइन रोम के संत वैलेंटाइन रोम के एक पादरी थे जिनको लगभग 269 ईसवी में शहादत मिली और वाया फ्लेमिनिया में उन्हें दफनाया गया था। उनके अवशेष रोम के सेंट प्राक्स्ड चर्च में और डब्लिन, आयरलैंड के व्हाइटफ्रियर स्ट्रीट कार्मेलाईट चर्च में हैं। टेरनी के वैलेंटाइन 197 ईसवी में इन्तेरामना (आधुनिक टेरनी) के बिशप बने और कहा जाता है कि औरेलियन सम्राट के उत्पीडन के दौरान उनकी हत्या की गयी थी। उन्हें भी वाया फ्लेमिनिया में ही गाड़ा गया है, लेकिन गाड़ने का स्थान रोम के वैलेंटाइन से अलग है। उसके अवशेष टेर्नी में संत वैलेंटाइन के बेसिलिका (बेसिलिका डी सैन वेलेन्टीनो) पर हैं।


Monday 13 February 2023

राष्ट्रपति ने 12 राज्यपाल की नियुक्ति की, 2 का स्तीफा स्वीकार, देखें लिस्ट..

राष्ट्रपति ने 12 राज्यपाल की नियुक्ति की, 2 का स्तीफा स्वीकार, देखें लिस्ट..

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को 12 राज्यों में राज्यपाल और एक केंद्र शासित प्रदेश में उपराज्यपाल की नियुक्ति की। इनमें सेवानिवृत्त जस्टिस एस अब्दुल नजीर समेत छह नए चेहरे हैं, जबकि सात राज्यों में फेरबदल किया है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्णन माथुर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है। सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक को अरुणाचल प्रदेश, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम, सीपी राधाकृष्णन को झारखंड, शिव प्रताप शुक्ल को हिमाचल प्रदेश, एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश और गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।

आंध्र प्रदेश के राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। छत्तीसगढ़ की अनुसुइया उइके को मणिपुर की जिम्मेदारी दी गई है। मणिपुर के गणेशन को नगालैंड, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय, हिमाचल के राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार का राज्यपाल और अरुणाचल के राज्यपाल सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर डॉ. बी.डी. मिश्रा को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है।

जैसा कि आप जानते हैं कि अयोध्या के फैसले में शामिल रहे अब्दुल नजीर
सुप्रीम कोर्ट से न्यायमूर्ति नजीर चार जनवरी को सेवानिवृत्त हुए थे। वह संवेदनशील अयोध्या भूमि विवाद, तीन तलाक और निजता को मौलिक अधिकार घोषित करने वाले समेत कई बड़े फैसलों का हिस्सा रहे।

Thursday 9 February 2023

DDA JE Recruitment 2023 apply Online Form here

Delhi Development Authority (DDA)

DDA JE Recruitment 2023 Online Form


दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी ने जूनियर इंजीनियर सिविल जूनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल के 279 पोस्ट पर भर्तियां निकाली है इसके लिए भारत के रहने वाले सभी योग्य एवं इंटरेस्टेड कैंडिडेट के से आवेदन मांगा गया है। आवेदक इस पद पर आवेदन के पहले रोजगार समाचार में प्रकाशित सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ ले। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

Title Name: DDA Engineer Recruitment 2023

POST Name: Junior Engineer (Civil) and Junior Engineer (Electrical/Mechanical)

कुल पदों की संख्या : 279

विज्ञापन संख्या : 03/2022/Recruitment cell/Per./DDA notice

Online Apply start: 04/02/2023

Last Date: 18/02/2022

Fee Payment Last Date: 18/02/2023


आवेदन पत्र पूरा होने के बाद, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआई, आदि के माध्यम से 1000 /- का शुल्क जमा करना होगा। डीडीए जेई भर्ती 2023 आयु सीमा न्यूनतम आयु: 18 वर्ष। अधिकतम आयु: 27 वर्ष। आयु में छूट: नियमानुसार। अधिक विवरण के लिए आधिकारिक पूर्ण अधिसूचना पढ़ें।

Educatinal Qualificatiin

JE - जूनियर इंजीनियर पद पर आवेदन कीजिए आवेदक को संबंधित पद के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से डिप्लोमा पास होना अनिवार्य है।

vacancy details

Junior Engineer (Civil) 220

Junior Engineer (Elect./Mech.) 35

Junior Translators 06

Assistant Directors 01

Planning Assistant 15

Programmer 02

IMPORTANT DOCUMENT

महत्वपूर्ण दस्तावेज अपलोड किए फोटोग्राफ, हस्ताक्षर और प्रमाण पत्र की स्कैनिंग के संबंध में निर्देश: उम्मीदवारों को नीचे दी गई प्रक्रिया के अनुसार अपने फोटोग्राफ और हस्ताक्षर की स्कैन की हुई (डिजिटल) फोटो अपलोड करनी चाहिए। आवेदक को ध्यान देना चाहिए कि केवल जेपीजी, जेपीईजी प्रारूप ही स्वीकार्य है।
(i) PHOTO: फोटोग्राफ एक हल्की पृष्ठभूमि पर हाल ही में पासपोर्ट आकार का कलर फोटो होना चाहिए। स्कैन की गई फोटो का आकार केवल जेपीजी/जेपीईजी प्रारूप में 50 kb -100 kb के बीच होना चाहिए।

(ii) Signature : आवेदक को सफेद कागज पर केवल काले बॉलपॉइंट पेन से हस्ताक्षर करना होगा। फ़ाइल का आकार केवल jpg, jpeg प्रारूप में 50kb – 100kb के बीच होना चाहिए।

(iii) प्रमाणपत्र फोटो: कृपया संबंधित प्रमाणपत्रों को स्कैन करें। प्रत्येक प्रमाणपत्र केवल जेपीजी/जेपीईजी/पीडीएफ प्रारूप में और फाइल का आकार 50केबी-1000केबी के बीच होना चाहिए।

 👉 Official website      Click

👉 APPLY Online        Click

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Monday 6 February 2023

HRMS UPDATE ! रेल कर्मचारी अपना प्रिविलेज पास PTO खुद जारी करें ।

रेल कर्मचारी अपना प्रिविलेज पास PTO खुद जारी करें ।

रेल कर्मचारी अपना पास या PTO एचआरएमएस एप के द्वारा Online बिना पास क्लर्क या PIA अप्रूवल के बिना स्वतः ले सकते है। इसके लिए आज सोमवार को रेलवे बोर्ड ने एक पत्र भेजकर सभी प्रोडक्शन यूनिट एवं जनरल मैनेजर को इस संबंध में सूचना दी है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।
रेलवे बोर्ड ने अपने पत्र में लिखा है कि एचआरएमएस के ई- पास मॉड्यूल का उपयोग करते समय उपयोगकर्ता के अनुभव और सुविधा को महत्वपूर्ण बढ़ावा देने के लिए, इसमें कुछ संशोधन पेश किए गए हैं। जिनका विवरण नीचे दिया गया है।

पास क्लर्क या पास जारी करने वाले प्राधिकारी के अनुमोदन की आवश्यकता के बिना, मौजूदा रेलवे कर्मचारी अपना प्रिविलेज पास नियमों के अनुसार, उपयोगकर्ता द्वारा अनुरोध प्रस्तुत करने पर एचआरएमएस प्रणाली द्वारा ई- पास , पीटीओ स्वचालित रूप से और तुरंत जारी किया जाएगा।

कर्मचारियों को मौजूदा परिवार घोषणा ( Family declaration) को फिर से घोषित करने का विकल्प प्रदान किया गया है, जो नई घोषणा में कोई बदलाव नहीं होने पर पास क्लर्क पास जारी करने वाले प्राधिकारी के अनुमोदन की आवश्यकता के बिना स्वत: स्वीकार कर लिया जाएगा। बिना किसी बदलाव के मौजूदा घोषणा की पुन: पुष्टि करने के लिए, कर्मचारी नो चेंज इन फैमिली डिक्लेरेशन बटन पर क्लिक कर सकता है, और उसके बाद सिस्टम मौजूदा परिवार घोषणा के आधार पर पास जारी करने की अनुमति देगा।

फैमिली मेंबर में कोई बदलाव होता है तो क्या करें।

यदि परिवार के विवरण में कोई परिवर्तन होता है, तो परिवार घोषणा पृष्ठ तक पहुँचने के लिए रि- डिक्लेयर फ़ैमिली बटन का उपयोग करके किया जा सकता है, और अनुमोदन के लिए संशोधित परिवार घोषणा प्रस्तुत की जा सकती है। अनुमोदन के बाद ही संशोधित घोषणा के अनुसार पास जारी किया जाएगा।

पास को रद्द (cancel) करने और परिवार घोषणा में बदलाव के लिए अभी भी पास क्लर्क या पास जारी करने वाले प्राधिकारी के अनुमोदन की आवश्यकता होगी।

पीटीओ के लिए भी तेज और वैकल्पिक मार्ग का विकल्प प्रदान किया गया है जो अभी वर्तमान में पास के लिए उपलब्ध है।

कर्मचारी द्वारा अनिवार्य रूप से वर्ष में एक बार पारिवारिक घोषणा पत्र दिया जाना।

यदि परिवार की घोषणा एक वर्ष से अधिक पुरानी है तो ई- पास जारी नहीं किया जाएगा। हालांकि, कर्मचारी को 1 महीने की छूट अवधि उपलब्ध होगी, जिसके दौरान पास अभी भी जारी किया जाएगा, अगर परिवार घोषणा के लिए सेवा अनुरोध किया गया है।

कब से यह लागू होगा ?

कर्मचारी द्वारा अनुमोदन के लिए यह 19.02.2023 से प्रस्तुत किया गया है और इसी दिन से यह नियम लागू होगा।

रेलवे बोर्ड ने आगे कहा है कि ई- पास मॉड्यूल में उपर्युक्त संशोधनों को सभी कर्मचारियों की सुविधा के लिए व्यापक रूप से प्रसारित किया जाए। कर्मचारियों को यह भी सलाह दी जा सकती है कि वे ई- पास में शामिल किए जाने वाले मूल, गंतव्य और ब्रेक , वाया यात्रा स्टेशनों और परिवार के सदस्यों की पसंद का विवरण भरते समय आवश्यक सावधानी बरतें, क्योंकि नई प्रणाली में पास जारी करने वाले प्राधिकरण को प्रस्तुत किए बिना पास स्वतः जारी किया जाएगा।

Sunday 5 February 2023

काली पट्टी बांध व्यवहार न्यायलय कर्मी ने किया काम, अब आंदोलन की तैयारी

काली पट्टी बांध व्यवहार न्यायलय कर्मी ने किया काम, अब आंदोलन की तैयारी
शेट्टी आयोग की सिफारिश सरकार लागू करे- प्रदेश अध्यक्ष तिवारी

बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय संघ के बैनर तले राज्य के न्यायलय कर्मियों ने 01 से 04 फरवरी तक काली पट्टी बांधकर अपने कर्तव्य स्थल पर काम किया। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


बिहार की समस्त न्यायपालिका के कर्मचारियों ने राज्य सरकार के समक्ष वर्षों से लम्बित अपनी 05 सूत्रीय मांग की पूर्ति न होने के विरोध में 01 फरवरी से 04 फरवरी तक अपना कार्य काली पट्टी बांध कर किया। इस संदर्भ में बिहार व्यवहार न्यायालय संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी जी ने कहा कि हम सभी न्यायालय के कर्मचारियों को दशकों से हमारी मांगों के लिए उपेक्षित किया जाता रहा है। उन्होंने आगे बताया कि 1985 में ही जब सचिवालय सहायक और बिहार सरकार के सभी स्नातक कर्मचारियों की योग्यता में वृद्धि की गई थी। उसी समय मैट्रिक से स्नातक वेतनमान में वृद्धि इसी वर्ष माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सिविल कोर्ट के कर्मचारियों को भी मैट्रिक की मेरिट से स्नातक कर उनका पद सहायक से क्लर्क कर दिया गया तथा सरकार को वेतन देने का निर्देश दिया गया।

माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पुन: 2003 में माननीय शेट्टी आयोग ने सिफारिश की कि बिहार के सभी न्यायालय कार्मिक समूह 3 के कर्मचारियों को 3 संवर्गों में विभाजित कर दो अन्य ग्रुप बनाने के निर्देश दिए गए।जबकि अन्य प्रशासनिक विभागों के 1 पद, प्रत्येक पाँच वर्ष पर कर्मचारियों की नियमित पदोन्नति, नियुक्ति के साथ अतिरिक्त वेतन वृद्धि, कर्मचारी के लिए आवास निःशुल्क चिकित्सा योजना, सहकारी समिति आदि का प्रावधान किया गया। राज्य सरकार में मृत कर्मचारी के आश्रित को उसी तरह के एक पद पर तत्काल नियुक्ति करने की सिफारिश की लेकिन 38 वर्ष बीत जाने के बाद भी हमारी स्थिति कार्यालय के सरकारी अभिलेखों में धूल फाकने तक ही सीमित है।

सरकार लगातार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है। इस संदर्भ में हमारे द्वारा कई बार माननीय न्यायालय के समक्ष रिट भी की गई, जिसमें माननीय सरकार को शेट्टी आयोग के निर्देशानुसार हमारी सभी समस्याओं में सुधार करने तथा बेहतर सेवा नियम लागू करने का निर्देश दिया गया। वर्ष 2017 में कर्मचारियों के लिए नियमावली भी लागू की गई थी, जिसमें सभी वर्गों के कर्मचारियों को 5 वर्ष पूर्ण होने पर पदोन्नति का प्रावधान किया गया था, लेकिन सरकार द्वारा पदोन्नति का कोई पद सृजित नहीं किया गया और पुनः 2022 में सरकार नए नियम लाकर सारी सुविधाएं छीन लीं। सरकार की इस दोहरी और अस्पष्ट नीति के कारण अधिकांश कर्मचारी बिना किसी पदोन्नति और वेतन वृद्धि के सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

संघ के महासचिव सत्यार्थ सिंह का कहना है कि हमारी लंबित मांगें, जो वर्षों से सरकार के सामने पड़ी हुई हैं, सभी कर्मचारियों को पोशाक भत्ता, कार्यालय में बुनियादी ढांचा, अदालत परिसर में शौचालय, कैंटीन कॉमन रूम आदि के अनुरूप है। शेट्टी आयोग की सिफारिशें पूरी नहीं की गईं। इस वजह से हम पूरे बिहार में काली पट्टी बांधकर काम किया। वहीं संगठन सचिव अविनाश कुमार का कहना है कि प्रदेश के सभी न्यायिक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सतर्क व जागरूक हैं साथ ही अपनी मांगों को पूरा नहीं किये जाने के विरोध में राज्य संघ के निर्देश पर प्रदेश भर के सभी 9000 कर्मचारी काली पट्टी बांधकर 4 दिनों तक साथ रहे। इस तरह हमलोगों के बीच सामंजस्य में और अधिक वृद्धि हुई है।अगर सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है तो हम संवैधानिक तरीके से अत्यधिक कड़ा विरोध करने पर मजबूर होंगे ।

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उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2023, यहां ऑनलाइन आवेदन करें

UP B.Ed Online Form
Session 2023-2025

उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2023

यूपी बीएड online फॉर्म सेशन 2023-2025


उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा की ओर से बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी 2023-2025 सेशन के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करती है। सभी योग्य एवं इच्छुक आवेदक 10 फरवरी 2023 से 10 मार्च 2023 के बीच ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। online आवेदन भरने से पहले ऑफिशियल नोटिफिकेशन को अच्छी तरह से भर लें। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

online application सबमिट करने से पहले फोटो, साइन, आईडी प्रूफ इत्यादि को रख लें क्योंकि ये स्कैन करके अपलोड करना पड़ेगा। फिर फाइनल फॉर्म सबमिट करने के बाद एक प्रिंट आउट निकालकर रख लें।

बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी , BU Jhansi Uttar Pradesh B.ed Combined Entrance exam 2023-2025

आवेदन फॉर्म 10 फरवरी 2023 से भरा जाएगा तथा आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 10 मार्च 2023 है यह आयोजन सिर्फ ऑनलाइन मोड में ही स्वीकार किया जाएगा। उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 20-25 अप्रैल 2023 को होगी।

Online Application Start date : 10/02/2023

Last date of apply :                 10/03/2023

Exam Date : 20/25 April 2023

Result 25 to 30 MAY 2023

Conselling : 1 से 25 जून 2023

एकेडमिक सेशन की शुरुआत : 01/072023

APPLICATION FEE

Genral/OBC/EWS : Rs 1000/-

SC/ST : Rs 500/-

Payment Mode : Credit card, Net banking, Debit card, UPI mode

AGE LIMIT

Minimum Age : 15 Years

Maximum Age : No Limit

Educational Qualification

UP B.ed 2023-2025 के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए 50% अंकों के साथ स्नातक या मास्टर डिग्री पास हो। इंजीनियरिंग उम्मीदवारों के लिए 50 प्रतिशत मार्क्स अनिवार्य है।

UP बीएड 2023-2025 के लिए आप निम्नलिखित यूनिवर्सिटी में किसी एक का चुनाव काउंसिलिंग के समय कर सकते हैं।

1. लखनऊ यूनिवर्सिटी

2. महात्मा ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय बरेली

3. Dr.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा

4. डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद

5. Chaudhari Charan Singh vishwavidyalay मेरठ

6. Bundelkhand University BU Jhansi

7. Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth Varanasi

8. sampurnanand Sanskrit vishwavidyalay Varanasi

9. Veer Bahadur Singh Purvanchal vishwavidyalay Jaunpur

10. Deen Dayal Upadhyay vishwavidyalay Gorakhpur

11. chatrapati Sahu ji maharaj Kanpur

12. Allahabad State University Allahabad

13. जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया

14. सिद्धार्थनगर यूनिवर्सिटी कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर

15. Khwaja Moinuddin Chishti University Lucknow

16. Gautam Buddha vishwavidyalay Noida

फॉर्म भरते समय इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट

1. हाल का खींचा हुआ पासपोर्ट साइज कलर स्कैन फोटो कॉपी

2. दोनों हाथों की तर्जनी की स्कैन कॉपी

3.   सिग्नेचर की स्कैन कॉपी

4. आधार कार्ड एजुकेशनल सर्टिफिकेट
Official website   Click here
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Saturday 4 February 2023

पुरानी पेंशन योजना के समर्थन में गोरिला गोष्ठी, होगी वृहद आंदोलन की तैयारी

पुरानी पेंशन योजना के समर्थन में गोरिला गोष्ठी, होगी वृहद आंदोलन की तैयारी
पुरानी पेंशन की बहाली तक बिहार में आंदोलन जारी रहेगा - पाण्डेय 


एनएमओपीएस (पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) बिहार के तत्वावाधान में आज 4 फरवरी शनिवार को 12 बजे अपराह्न में बक्सर जिलान्तर्गत नवानगर प्रखंड में स्थित सभी सरकारी कार्यालयों में NPS के विरुद्ध जागरूकता अभियान के साथ-साथ पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में गोरिल्ला गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे है।

इस अवसर पर एनएमओपीएस बिहार के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

गोष्ठी में प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी श्री श्याम बिहारी प्रसाद, सहायक शिक्षक श्री जितेंद्र कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे तथा सब ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि पूरे बिहार में शीघ्र ही एक वृहद आंदोलन किया जाए। हम लोग लगातार सरकार से लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं जिसे सरकार अनसुनी कर रही।

प्रदेश अध्यक्ष श्री पाण्डेय ने हस्ताक्षर महा अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रदेश भर के एनपीएस कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा यह विश्वास दिलाया कि जब तक पुरानी पेंशन की बहाली नहीं हो जाती तब तक बिहार में आंदोलन चलता रहेगा।

इस अवसर पर सदस्यता अभियान की भी समीक्षा की गई तथा उसमें और गति लाने का अनुरोध किया गयाl

इस बैठक में मुख्य रूप से रोहित कुमार शिक्षक, रविन्द्र कुमार सिंह शिक्षक, रविन्द्र कुमार शिक्षक,संजय कुमार प्रखंड कल्याण पदाधिकारी,चन्दन कुमार प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी,जितेन्द्र कुमार सिंह प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी,अलोक शर्मा शिक्षक, अनिल कुमार राम शिक्षक, अनिल कुमार शिक्षक, संदीप कुमार शिक्षक इत्यादि मौजूद रहें।

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Friday 3 February 2023

BSF Group C ASI Or HC पद के लिए निकली वेकेंसी, ऑनलाइन आवेदन यहां करें।

BSF Group C ASI ( compositor & Machineman) Or HC (Inker & Ware Houseman) Recruitment 2023



BSF Group C ASI (compositor & Machineman) Or HC (Inker & Ware Houseman) Recruitment 2023

भारतीय सीमा सुरक्षा बल वैसे सभी भारतीय पुरुष एवं महिला नागरिक से ग्रुप सी पद पर बहाली के लिए online आवेदन आमंत्रित करती है जो इस पद के योग्य हो।

Post Date 03/02/2023

Title of the Post - BSF Group C ASI ( compositor & Machineman) Or HC (Inker & Ware Houseman) Recruitment 2023

Post Name ASI ( compositor & Machineman) Or HC (Inker & Ware Houseman)

Apply Online Start Date notify soon

Last Date notify soon

APPLICATION FEE

Genral/EWS Candidate Rs 100/-

OBC Candidate Rs 100/-

SC/ST -Nil

GEN, EWS, OBC उम्मीदवार को परीक्षा शुल्क के रूप में ₹100 तथा service charge के रूप में 47.20/- अलग से देना होगा। जबकि sc/st/फीमेल/ ex सर्विसमैन को आवेदन शुल्क में छूट प्रदान किया गया है।

Payment Mode

आवेदक को आवेदन सूट के रुप में सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट ही मान्य होगा जिसमें नेट बैंकिंग या क्रेडिट / कार्ड डेबिट कार्ड या नजदीक के कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से परीक्षा शुल्क का भुगतान करना होगा।

AGE Limit

ASI के पद के लिए उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 28 वर्ष के बीच होना चाहिए।

HC पद के उम्मीदवार के लिए आयु 18 वर्ष से 27 वर्ष के बीच होना चाहिए।

एससी एसटी एवं महिला उम्मीदवार या एक्स सर्विसमैन उम्मीदवार का उम्र में छूट नोटिफिकेशन में दिए गए रूल के अनुसार से दिया जाएगा। उम्र के गणना मैट्रिकुलेशन के सर्टिफिकेट में दिए गए डेट ऑफ बर्थ के आधार पर किया जाएगा।

EDUCATIONAL QUALIFICATION

ASI ( Compositor & Machineman )

(i) कैसे भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10+2 Pass या इसके समकक्ष पास होना चाहिए।

(ii) Diploma in Printing and other allied trade from recognised Institution or Seven Year experience in Printing and other allied Trade.

HC ( Inker & Ware Houseman )

(i) किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से या इसके समकक्ष पास होना चाहिए।

(ii) प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी में 3 साल का अनुभव होना चाहिए।

Total Vacancy: 05 Posts

ASI (C&M) UR 02 OBC 01 Total 03

HC (I&W) UR 02 Total 02

PAY SCALE

ASI Level 5 (29200-92300)

HC Level 4 ( 25500-81100 )

आवेदन भरने से पहले उम्मीदवार निम्नलिखित बातों को याद रखें

(i) आवेदन ऑनलाइन मोड में ही स्वीकार किया जाएगा।

(ii)रोजगार समाचार में विज्ञापन प्रकाशित के 30 दिनों के अंदर आवेदन स्वीकार किया जाएगा।

(iii) आयु सीमा निर्धारित करने की निर्णायक तिथि ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि होगी।

(iv) भारतीय सुरक्षा सीमा बल बिना कारण बताए वैकेंसी को बढ़ाने या घटाने या किसी भी तरह के बदलाव करने या रद्द करने का पूरा अधिकार रखता है।

आवेदन कैसे करें

* BSF Group C ASI ( compositor & Machineman) Or HC (Inker & Ware Houseman) Recruitment 2023

* सभी वर्ग के आवेदक को आवेदन ऑनलाइन करना होगा।
official website को ओपन करें

*आवेदक को चाहिए कि ऑनलाइन फॉर्म सबमिट करने से पहले अपना सभी डॉक्यूमेंट को एक बार जांच कर लें, जैसे शैक्षणिक योग्यता, उम्र, Aadhar card, स्थानीय और स्थायी पता, डेबिट, क्रेडिट कार्ड etc.

* ऑनलाइन आवेदन भरते समय स्कैन में काम आने वाले सभी कागजात को पहले से तैयार रखें जिसमें आपका फोटो सिग्नेचर और आइडेंटी कार्ड महत्वपूर्ण है।

* आवेदन सबमिट करने से पहले एक बार सभी कॉलम को ध्यान पूर्वक चेक करें

* online आवेदन सबमिट करने के बाद एक प्रिंट आउट निकाल कर रख लें।

( अगर आप भी अपना समाचार छपवाना चाहते हैं तो कार्यक्रम का फोटो सहित समाचार 9443486335 पर व्हाट्सएप करें )

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Wednesday 1 February 2023

काला बिल्ला लगाकर काम रहे हैं व्यवहार न्यायालय संघ के कर्मचारी, दिया सांकेतिक हड़ताल का संकेत

काला बिल्ला लगाकर काम रहे हैं व्यवहार न्यायालय संघ के कर्मचारी, दिया सांकेतिक हड़ताल का संकेत
आज बुधवार को बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के कर्मचारियों के द्वारा पूरे बिहार प्रदेश भर ड्यूटी के दौरान काला पट्टी लगाकर अपने अपने कार्यालय में काम किया गया। व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी कई बार बिहार सरकार को मुख्य न्यायधीश के द्वारा ज्ञापन दे चुके है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय संघ के द्वारा पूर्व में लिए गए निर्णय के आलोक में बिहार के सभी जिला न्यायालय के सभी कर्मचारी अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर ड्यूटी के दौरान काला पट्टी लगाकर कार्य किए। संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश्वरी तिवारी ने बताया कि योग्यता एवं कार्य क्षमता के अनुरूप वेतनमान माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार गठित शेट्टी कमीशन के अनुशंसा को हु बहू लागू करना तथा व्यवहार न्यायालय में सभी संवर्ग के कर्मचारियों को पद के अनुरूप पदोन्नति देना है जो कि शेट्टी कमिशन के अनुशंसा में दिया गया है यह 2017 के नियमावली में लिखित था लेकिन 2022 की नियमावली मे से हटा दिया गया है। अनुकंपा के आधार पर मृत कर्मचारी के आश्रित को नियुक्ति करना जो बरसों से नहीं किया रहा है । व्यवहार न्यायालय कर्मचारियों को किसी तरह से प्रताड़ित नहीं करना शामिल है। इसी के विरोध में सभी कर्मचारी गण के द्वारा काला बिल्ला लगाकर अपने कर्तव्य स्थल पर कार्य किया जा रहा है ।

संघ के सभी कर्मचारी 4 फरवरी तक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। व्यवहार न्यायालय के सभी कर्मचारी अपनी एकजुटता को दिखाते हुए राज्य संघ का लिया गया निर्णय का समर्थन करता है। वहां उपस्थित सदस्यों के द्वारा यह कहा गया कि इस कार्रवाई के बावजूद भी राज्य सरकार के द्वारा हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आगे सांकेतिक हड़ताल एवं उसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी विचार किया जा सकता है।

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BUDGET 2023-2024 High lights


1. Vision for Amrit Kaal

- Opportunities for citizens with focus on the Youth

-Growth and Job Creation

- Strong and Stable Macro Economic Environment.

सप्तऋषि 7 Priorities

1. Inclusive Devlopment.

2. Reaching The last mile.

3. Youth Power.

4. Financial sector.

5. Green Growth.

6. Unleashing the Potential

7. Infrastructure and Investment.


सबका साथ सबका विकास 


The Biggest Tent that accommodates all

  Reaching the Last Mile


2.

            Green Growth

       Financial Sector 



3.      Tax Proposal 




















5.