Saturday 31 December 2022

पुरानी पेंशन योजना लागू कराने हेतु आईटीआई दीघा में चला हस्ताक्षर अभियान, प्रदेश अध्यक्ष वरुण पाण्डेय भी शामिल- मनोज यादव


पुरानी पेंशन योजना लागू कराने हेतु आईटीआई दीघा में चला हस्ताक्षर अभियान - मनोज यादव

हस्ताक्षर अभियान में एनएमओपीएस के राज्य अध्यक्ष वरुण पांडे भी शामिल हुए - महासंघ गोप गुट

पटना / दिनांक 31 दिसंबर 2022



राजस्थान, छत्तीसगढ़ , झारखंड, पंजाब की तरह बिहार में भी पुरानी पेंशन योजना लागू हो, इसके लिए मानवाधिकार दिवस के अवसर पर
10 दिसंबर 2022 से पूरे बिहार में हस्ताक्षर अभियान चल रहा है । उसी क्रम में आज आईटीआई दीघा घाट पटना में महासंघ गोप गुट के जिला सचिव मनोज कुमार यादव के नेतृत्व मे हस्ताक्षर अभियान चलाया गया । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहें हैं।

हस्ताक्षर अभियान चलाने के पूर्व एनएमओपीएस बिहार के राज्य अध्यक्ष वरुण पांडे ने आईटीआई के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे के लिए बहुत ही जरूरी है ।सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद पुरानी पेंशन पर ही आश्रित रहना पड़ता है ।पुरानी पेंशन नहीं मिलने से सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन काफी कष्टदायक हो जाएगा और वह सम्मान भी नहीं मिल पाएगा जो नौकरी काल में मिला करता है ।इसलिए सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन निश्चय ही मिलना चाहिए इसके लिए बिहार के कर्मचारी शिक्षक पूरी ताकत लगाएंगे ।

श्री पांडे ने राज्य के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि महागठबंधन के घोषणा के अनुरूप राज्यकर्मियों - शिक्षकों को पुरानी पेंशन लागू कर देना चाहिए ।

राज्य के कर्मचारी को 30- 35 साल नौकरी करने के बाद नई पेंशन योजना का लाभ मिलेगा जबकि माननीय विधायक - सांसद को आजीवन पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है जो न्यायोचित नहीं है ।

महासंघ गोप गुट पटना के जिला सचिव सह एन० एम० ओ० पी० एस० के उपाध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने कहा अभी यह हस्ताक्षर अभियान आंदोलन का प्रथम चरण है इसके बाद और व्यापक तैयारी की जाएगी एवं आवश्यकता पड़ने पर पटना में पेंशन महारैली का भी आयोजन किया जाएगा और इसके लिए राज्य के अन्य कर्मचारियों के साथ-साथ आईटीआई के कर्मचारियों को भी तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया ।

इस आशय की जानकारी महासंघ गोप गुट पटना के जिला सचिव सह एन० एम० ओ० पी० एस० के उपाध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने दी !

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Thursday 29 December 2022

व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ का कैलेंडर 2023 न्यायमूर्ति ने किया जारी, अभी करें डाउनलोड



बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ का वार्षिक कैलेंडर न्यायमूर्ति श्री चंद्रशेखर झा द्वारा विमोचित


बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ का वार्षिक कैलेंडर 2023 का विमोचन पटना हाईकोर्ट एवम 'झारखंड रांची हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने किया। झारखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश डा. रवि रंजन एवं पटना हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति श्री चंद्रशेखर झा जी अपने हाथों से विमोचन किया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि कैलेंडर में दी गई जानकारी से आपसी पहचान मजबूत होती है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

कैलेंडर विमोचन के अवसर पर ही गणतंत्र दिवस पर होने वाले कार्यक्रम एवं होली पर्व को लेकर चर्चा हुई। इस अवसर पर व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री राजेश्वर तिवारी ने बताया कि संघ द्वारा विमोचित 2023 के कैलेंडर में संघ एवम न्यायालय के प्रमुख पदाधिकारियों का नाम, मोबाइल नंबर दिया गया है। यहां तक कि बिहार के सभी जिलों के व्यवहार न्यायालय से संबंधित कार्यरत पदाधिकारियों का नाम और मोबाइल नंबर है ।



इस कैलेंडर में सभी पर्व त्यौहार के औपबंधिक छुट्टियां प्रदर्शित की गई है ।इस अवसर पर प्रमुख महासचिव सत्यार्थ सिंह ने उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कैलेंडर व्यवहार न्यायालय के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसमें पूरे साल भर की गतिविधियों की जानकारी, अवकाश, पर्व, त्यौहार सभी की विस्तृत जानकारी दिया गया है। यह कैलेंडर आपसी समर्पण का भाव प्रदर्शित करता है। कोषाध्यक्ष श्री राजीव कुमार कार्यकारणी सदस्य श्री शशि भुषण सिन्हा भी मौजूद थे।

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Monday 26 December 2022

क्या आप जानते हैं ? ईसाई धर्मांतरण पर प्रति व्यक्ति कितना खर्च करते हैं।

क्या आप जानते हैं ? ईसाई धर्मांतरण पर प्रति व्यक्ति कितना खर्च करते हैं।
अभी चूँकि कई लोगों ने मेरी छवि एक सांप्रदायिक कट्टर हिन्दू की बना दी थी और कुछ लोगों ने मुझे इस्लाम और क्रिश्चियनिटी विरोधी बता दिया था,

सो मैं काफ़ी शाँत रहता था किसी भी धर्म पर मैं कोई भी बात नही करता था।
मेरे साथ एक सीनियर हैं जो 4 साल पहले हिंदू से क्रिस्चियन में कन्वर्ट हुए हैं, वो दिन रात क्रिश्चियनिटी की प्रशंसा करते रहते और हिंदुत्व को गालियाँ देते रहते थे, चूँकि उन्हें मेरे बारे में कोई जानकारी नही थी और नाही उन्होंने मेरी हिस्ट्री पढ़ी थी।

सो रविवार को बातों हिं बातों में उन्होंने मुझे क्रिश्चियनिटी में कन्वर्ट होने का ऑफ़र दे दिया और क्रिश्चियनिटी के फ़ायदे बताने लगे।

मैं कई दिनों से ऐसे मौके की तलाश में था क्योंकि मेरे दिमाग में क्रिस्चियन कन्वर्शन वाले मुद्दे को लेकर बड़ा फ़ितूर चल रहा था, मैं उसके ज्ञान का लेवल जानता था मैं जानता था की उसे क्रिश्चियनिटी और बाइबिल में कुछ भी नही आता है इसलिए मैंने उससे बहस करना जायज़ नही समझा। मैं बाइबिल को लेकर बड़े क्रिस्चियन फादर से बहस करना चाहता था सो मैंने उनका ऑफ़र स्वीकार कर लिया।

कल शाम को मैं अपने आठ जूनियर और उस सीनियर के साथ चर्च पहुँच गया, वहाँ कुछ परिवार भी हिन्दू से क्रिस्चियन कन्वर्शन के लिए आये हुए थे, और धर्म परिवर्तन कराने के लिए गोआ के किसी चर्च के फादर बुलाये गए थे। च र्च में प्रेयर हुई फिर उन्होंने क्रिश्चियनिटी और परमेश्वर पर लेक्चर दिया और होली वाटर के साथ धर्मान्तरण की प्रोसेस शुरू की।

मैंने अपने सीनियर से कहा की वो फ़ादर से रिक्वेस्ट करें की सबसे पहले मुझे कन्वर्ट करें।

फिर फ़ादर ने मुझे बुलाया और बोला " जीसस ने अपनी शरण में बुलाया है मैं क्रिश्चियनिटी में स्वागत करता हूँ"

मैंने फ़ादर से कहा की मुझे कन्वर्ट करने से पहले क्रिस्चियन और हिन्दू को कम्पेयर करते हुए उसके मेरिट और डिमेरित बताएँ। मैं कन्वर्ट होने से पहले बाइबिल पर आपके साथ चर्चा करना चाहता हूँ कृपिया मुझे आधा घण्टे का समय दें और मेरे कुछ प्रश्नों का उत्तर दें।

फ़ादर को मेरे बारे में कोई जानकारी नही थी और उन्हें अंदाजा भी नही था की मैं यहाँ अपना लक्ष्य पूरा करने आया हूँ और उन्हें पता ही नही था की मैं अपना काम अपने प्लान के मुताबिक़ कर रहा हूँ।

उस फ़ादर को इस बात का अंदेशा भी नही था की आज वो कितनी बड़ी आफ़त में फ़ंसने वाले हैं, सो फ़ादर बाइबिल पर चर्चा करने के लिए तैयार हो गए ।

【मैंने पूछा फ़ादर " क्रिश्चियनिटी हिन्दूत्व से किस तरह बेहतर है, परमेश्वर और बाइबिल में से कौन सत्य है,अगर बाइबिल और यीशु में से एक चुनना हो तो किसको चुनें"】

अब फ़ादर ने क्रिश्चियनिटी की प्रसंशा और हिंदुत्व की बुराइयाँ करनी शुरू की और कहा

1.यीशु ही एक मात्र परमेश्वर है और होली बाइबिल ही दुनियाँ में मात्र एक पवित्र क़िताब है। बाइबिल में लिखा एक एक वाक्य सत्य है वह परमेश्वर का आदेश है।

परमेश्वर ने ही पृथ्वी बनाई है।

2.क्रिश्चियनिटी में ज्ञान है जबकि हिन्दुओँ की किताबों में केवल अंध विश्वास है।

3.क्रिश्चियनिटी में समानता है जातिगत भेदभाव नही है जबकि हिंदुओं में जातिप्रथा है।

4.क्रिश्चियनिटी में महिलाओं को पुरुषों के बराबर सम्मान हैं जबकि हिन्दुओँ में लेडिज़ का रेस्पेक्ट नही है , हिन्दू धर्म में लेडिज़ के साथ सेक्सुअल हरासमेंट ज़्यादा है।

5.क्रिस्चियन कभी भी किसी को धर्म के नाम पर नही मारते जबकि हिन्दू धर्म के नाम् पर लोगों को मारते हैं बलात्कार करते हैं हिन्दू बहुत अत्याचारी होते हैं।

6.हिंदुओ में नंगे बाबा घूमते हैं सबसे बेशर्म धर्म है हिन्दू।

अब मैंने बोलना शुरू किया की फ़ादर मैं आपको बताना चाहता हूँ की

1. जैसा आपने कहा की परमेश्वर ने पृथ्वी बनाई है और बाईबल में एक एक वाक्य सत्य लिखा है और वह पवित्र है,

तो बाईबल के अनुसार पृथ्वी की उत्त्पति ईशा के जन्म से 4004 वर्ष पहले हुई अर्थात बाइबिल के अनुसार अभी तक पृथ्वी की उम्र 6020 वर्ष हुई जबकि साइंस के अनुसार(कॉस्मोलॉजि) पृथ्वी 4.8 बिलियन वर्ष की है जो बाइबिल में बतायी हुई वर्ष के बहुत ज़्यादा है। आप भी जानते हो साइंस ही सत्य है

अर्थात बाइबिल का पहला अध्याय ही बाइबिल को झूँठा घोषित कर रहा है मतलब बाइबिल एक फ़िक्शन बुक है जो मात्र झूँठी कहानियों का संकलन है,

जब बाइबिल ही असत्य है तो आपके परमेश्वर का कोई अस्तित्व ही नही बचता।

2.आपने कहा की क्रिश्चियनिटी में ज्ञान है तो आपको बता दूँ की क्रिश्चियनिटी में ज्ञान नाम का कोई शब्द नही है , याद करो जब "ब्रूनो" ने कहा था की पृथ्वी सूरज की परिक्रमा लगाती है तो चर्च ने ब्रूनो को 'बाइबिल को झूंठा साबित करने के आरोप में जिन्दा जला दिया था और गैलीलियो को इस लिए अँधा कर दिया गया क्योंकि उसने कहा था 'पृथ्वी के आलावा और भी ग्रह हैं' जो बाइबिल के विरुद्ध था ।

अब आता हूँ हिंदुत्व में तो फ़ादर हिंदुत्व के अनुसार पृथ्वी की उम्र ब्रह्मा के एक दिन और एक रात के बराबर है जो लगभग 1.97 बिलियन वर्ष है जो साइंस के बताये हुए समय के बराबर है और साइंस के अनुसार ग्रह नक्षत्र तारे और उनका परिभ्रमण हिन्दुओँ के ज्योतिष विज्ञानं पर आधारित है , हिन्दू ग्रंथो के अनुसार 9 ग्रहों की जीवनगाथा वैदिक काल में ही बता दी गयी थी। ऐसे ज्ञान देने वाले संतो को हिन्दुओँ ने भगवान के समान पूजा है नाकि जिन्दा जलाया या अँधा किया।

केवल हिन्दू धर्म ही ऐसा है जो ज्ञान और गुरु को भगवान से भी ज़्यादा पूज्य मानता है जैसे

"गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवोमहेश्वरः

गुरुर्साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्रीगुरूवे नमः।।

और फ़ादर दुनियाँ में केवल हिन्दू ही ऐसा है जो कण कण में ईश्वर देखता है और ख़ुद को "अह्मब्रह्मस्मि" बोल सकता है इतनी आज़ादी केवल हिन्दू धर्म में ही हैं।

3. आपने कहा की 'क्रिश्चियनिटी में समानता है जातिगत भेदभाव नही है तो आपको बता दूँ की

क्रिश्चियनिटी पहली शताब्दी में तीन भागों में बटी हुई थी जैसे Jewish Christianity , Pauline Christianity, Gnostic Christianity.

जो एक दूसरे के घोर विरोधी थे उनके मत भी अलग अलग थे।

फिर क्रिश्चियनिटी Protestant, Catholic Eastern Orthodoxy, Lutherans में विभाजित हुई जो एक दूसरे के दुश्मन थे, जिनमें ' कुछ लोगों को मानना था की "यीशु" फिर जिन्दा हुए थे तो कुछ का मानना है की यीशु फिर जिन्दा नही हुए, और कुछ ईसाई मतों का मानना है की "यीशु को सैलिब पर लटकाया ही नही गया"

आज ईसाईयत हज़ार से ज़्यादा भागों में बटी हुई है, जो पूर्णतः रँग भेद (श्वेत अश्वेत ) और जातिगत आधारित है आज भी पुरे विश्व में कनवर्टेड क्रिस्चियन की सिर्फ़ कनवर्टेड से ही शादी होती है।

आज भी अश्वेत क्रिस्चियन को ग़ुलाम समझा जाता है।

फ़ादर भेदभाव में ईसाई सबसे आगे हैं हैम के वँशज के नाम पर अश्वेतों को ग़ुलाम बना रखा है।

4. आपने कहा की क्रिश्चियनिटी में महिलाओं को पुरुष के बराबर अधिकार है, तो बाईबल के प्रथम अध्याय में एक ही अपराध के लिये परमेश्वर ने ईव को आदम से ज्यादा दण्ड क्यों दिया, ईव के पेट को दर्द और बच्चे जनने का श्राप क्यों दिया आदम को ये दर्द क्यों नही दिया अर्थात आपका परमेश्वर भी महिलाओं को पुरुषों के समान नही समझता।

आपके ही बाइबिल में "लूत" ने अपनी ही दोनों बेटियों का बलात्कार किया और इब्राहीम ने अपनी पत्नी को अपनी बहन बनाकर मिस्र के फिरौन (राजा) को सैक्स के लिए दिया।

आपकी ही क्रिश्चियनिटी ने पोप के कहने पर अब तक 50 लाख से ज़्यादा बेक़सूर महिलाओं को जिन्दा जला दिया। ये सारी रिपोर्ट आपकी ही बीबीसी न्यूज़ में दी हुईं हैं।

आपकी ही ईसाईयत में 17वीं शताब्दी तक महिलाओं को चर्च में बोलने का अधिकार नही था, महिलाओं की जगह प्रेयर गाने के लिए भी 15 साल से छोटे लड़को को नपुंसक बना दिया जाता था उनके अंडकोष निकाल दिए जाते थे महिलाओं की जगह उन बच्चों से प्रेयर करायी जाती थी।

बीबीसी के सर्वे के अनुसार सभी धर्मों के धार्मिक गुरुवों में सेक्सुअल केस में सबसे ज़्यादा "पोप और नन" ही एड्स से मरे हैं जो ईसाई ही हैं।

फ़ादर क्या यही क्रिश्चियनिटी में नारी सम्मान है।

अब आपको हिंदुत्व में बताऊँ। दुनियाँ में केवल हिन्दू ही है जो कहता है " यत्र नारियन्ति पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता" अर्थात जहाँ नारी की पूजा होती है वहीँ देवताओं का निवास होता है,।

5. फ़ादर आपने कहा की क्रिस्चियन धर्म के नाम पर किसी को नही मारते तो आपको बता दूँ 'एक लड़का हिटलर जो कैथोलिक परिवार में जन्मा उसने जीवनभर चर्च को फॉलो किया उसने अपनी आत्मकथा "MEIN KAMPF" में लिखा ' वो परमेश्वर को मानता है और परमेश्वर के आदेश से ही उसने 10 लाख यहूदियों को मारा है' हिटलर ने हर बार कहा की वो क्रिस्चियन है। चूँकि हिटलर द्वितीय विश्वयुद्ध का कारण था जिसमें सारे ईसाई देश एक दूसरे के विरुद्ध थे इसलिए आपके चर्च और पादरियों ने उसे कैथोलिक से निकाल कर Atheist(नास्तिक) में डाल दिया।

फ़ादर मैं इस्लाम का हितेषी नही हूँ लेकिन आपको बता दूँ क्रिस्चियनों ने सन् 1096 में ने "Crusade War" धर्म के आधार पर ही स्टार्ट किया था जिसमें पहला हमला क्रिस्चियन समुदाय ने मुसलमानों पर किया।

जिसमें लाखों मासूम मारे गए।

फ़ादर "आयरिश आर्मी" का इतिहास पढ़ो किस तरह कैथोलिकों ने धर्म के नाम पर क़त्ले आम किया जो आज के isis से भी ज़्यादा भयानक था।

धर्म के नाम पर क़त्लेआम करने में क्रिस्चियन मुसलमानों के समान ही हैं, वहीँ आपने हिन्दुओँ को बदनाम किया तो आपको बता दूँ की "हिन्दू ने कभी भी दूसरे धर्म वालों को मारने के लिए पहले हथियार नही उठाया है, बल्कि अपनी रक्षा के लिए हथियार उठाया है।

6. फ़ादर आपने कहा की हिन्दुओँ में नंगे बाबा घूमते हैं "हिन्दू बेशर्म" हैं तो फ़ादर आपको याद दिला दूँ की बाइबिल के अनुसार यीशु ने प्रकाशितवाक्य (Revelation) में कहा है की " nudity is best purity" नग्नता सबसे शुद्ध है।

यीशु कहता है की मेरे प्रेरितों अगर मुझसे मिलना है तो एक छोटे बच्चे की तरह नग्न हो कर मुझसे मिलों क्योंकि नग्नता में कोई लालच नही होता।

फ़ादर याद करो यूहन्ना का वचन 20:11-25 और लूका के वचन 24:13-43 क्या कहते नग्नता के बारे में।

फ़ादर ईसाईयत में सबसे बड़ी प्रथा Bapistism है, जो बाइबिल के अनुसार येरूसलम की यरदन नदी में नग्न होकर ली जाती थी।

अभी इस वर्ष फ़रवरी में ही न्यूजीलैंड के 1800 लोगों ने जिसमे 1000 महिलाएं थी ने पूर्णतः नग्न होकर बपिस्टिसम लिया। और आप कहते हो की हिन्दू बेशर्म है।

अब चर्च के सभी लोग मुझ पर भड़क चुके थे और ग़ुस्से में कह रहे थे आप यहाँ क्रिश्चियनिटी में कन्वर्ट होने नही आये हो आप फ़ादर से बहसः करने आये हो, परमेश्वर आपको माँफ नही करेगा।

मैंने फ़ादर से कहा की यीशु ने कहा है " मेरे प्रेरितों मेरा प्रचार प्रसार करो" अब जब आप यीशु का प्रचार करोगे तो आपसे प्रश्न भी पूछे जाएँगे आपको ज़बाब देना होगा, मैं यीशु के सामने बैठा हुआ हूँ और वालंटियर क्रिस्चियन बनने आया हूँ ।

मुझे आप सिर्फ़ ज्ञान के सामर्थ्य पर क्रिस्चियन बना सकते है धन के लालच में नही।

अब फ़ादर ख़ामोश बैठा हुआ था शायद सोच रहा होगा की आज किस से पाला पड़ गया।

मैंने फिर कहा फ़ादर आप यीशु के साथ गद्दारी नही कर सकते " आप यहाँ सिद्ध करके दिखाओ की ईसाईयत हिंदुत्व से बेहतर कैसे है"

मैंने फिर फ़ादर से कहा की फ़ादर ज़वाब दो आज आपसे ही ज़वाब चाहिए क्योंकि आपके ये 30 ईसाई इतने सामर्थ्यवान नही है की ये हिन्दू के प्रश्नों का ज़वाब दे सकें।

फ़ादर अभी भी शाँत था, मैंने कहा फ़ादर अभी तो मैंने शास्त्र खोले भी नही है शास्त्रों के ज्ञान के सामने आपकी बाइबिल कहीं टिकती भी नही है।

अब फ़ादर ने काफ़ी सोच समझकर रविश स्टाइल में मुझसे पूछा 'आप किस जाति से हो'

मैंने भी चाणक्य स्टाइल में ज़वाब दे दिया ,

"मैं सेवार्थ शुद्र, आर्थिक वैश्य, रक्षण में क्षत्रिय, और ज्ञान में ब्राह्मण हूँ।

और हाँ फ़ादर मैं कर्मणा "फ़ौजी" हूँ और जाति से "हिन्दू"

अब चर्च में बहुत शोर हो चूका था मेरे जूनियर बहुत खुश थे बाकि सभी ईसाई मुझ पर नाराज़ थे, लेकिन करते भी क्या मैने उनकी ही हर बात को काटने के लिए बाइबिल को आधार बना रखा था और हर बात पर बाइबिल को ही ख़ारिज कर रहा था।

मैंने फ़ादर से कहा मेरे ऊपर ये जाति वाला मन्त्र ना फूँके, आप सिर्फ़ मेरे सवालों का ज़वाब दें।

अब मैंने उन परिवारों को जो कन्वर्ट होने के लिए आये थे को कहा " क्या आप लोगों को पता है की वेटिकन सिटी एक हिन्दू से क्रिस्चियन कन्वर्ट करने के लिए मिनिमम 2 लाख रुपये देती है जिसमें से आपको 1लाख या 50 हज़ार दिया जाता है बाकि में 20 से 30 हज़ार तक आपको कन्वर्ट करने के लिए चर्च लेकर आने वाले आदमी को दिया जाता है बाकि का 1 लाख चर्च रखता है।

जब आप कन्वर्ट हो जाते हो तब आपको परमेश्वर के नाम से डराया जाता है फिर आपको हर सन्डे चर्च आना पड़ता है और हर महीने अपनी पॉकेट मनी या फिक्स डिपाजिट चर्च को डिपॉजिट करना पड़ता है, आपको 1 लाख देकर चर्च आपसे कम से कम दस लाख वसूल करता है, अगर आपके पास पैसा नही होता तो आपको परमेश्वर के नाम से डराकर आपकी जमीन किसी क्रिस्चियन ट्रस्ट के नाम पर डोनेट(दान) करा ली जाती है,

अब आप मेरे सीनियर को ही देख लो, इन्होंने कन्वर्ट होने के लिए 1 लाख लिया था लेकिन 4 साल से हर महीने 15 हज़ार चर्च को डिपाजिट कर रहे हैं, अभी भी वक्त है सोच लो।

आप सभी को बता दूँ की एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में धार्मिक आधार पर सबसे ज़्यादा जमीन क्रिस्चियन ट्रस्टों पर हैं, जिन्हें आप जैसे मासूम कन्वर्ट होने वालो से परमेश्वर के नाम पर डरा कर हड़प लिया गया है।

अब मेरा इतना कहते ही सारे क्रिस्चियन भड़क चुके थे तभी यहाँ के पादरी ने गोआ वाले फ़ादर से कहा की 11बज चुके हैं चर्च को बन्द करने का टाइम है।

मैंने फ़ादर से कहा की आपने मेरे सवालों का ज़वाब नही दिया मैं आपसे बाइबिल पर चर्चा करने आया था,

आप जो पैसे लेकर कन्वर्ट करते हो वो बाईबल में सख्त मना है याद करो गेहजी, यहूदा इस्तविको का हस्र जिसनें धर्म में लालच किया। जिस तरह परमेश्वर ने उन्हें मारा ठीक उसी तरह आपका ही परमेश्वर आपको मारेगा , आप में से किसी भी क्रिस्चियन को जो पैसे लेकर कन्वर्ट हुआ फ़िरदौस ( यीशु का राज्य) में प्रवेश नही मिलेगा।

अब चर्च बंद होने का समय हो चूका था मैंने जाते जाते फ़ादर को "थ्री इडियट" स्टाइल में कहा " फ़ादर फिर से बाईबल पढ़ो समझों, और जहाँ समझ ना आये तो मुझे फ़ोन करके पूछ लेना क्योंकि मैं अपने कमज़ोर स्टूडेंट का हाथ कभी नही छोड़ता,

और आते आते मैं सारे क्रिस्चियनों को बोल आया की "मेरे क्रिस्चियन

भाइयों अपने वेटिकन वाले चचाओं को बता दो की भारत से ईसाईयत का बोरी बिस्तर उठाने का समय आ गया है उन्हें बोल दो अब भारत में हिन्दू जाग चूका है अब हिन्दू ने भी शस्त्र के साथ शास्त्र उठा लिया है जितना जल्दी हो यहाँ से कट लो"

जय हिन्द (साभार)

Sunday 25 December 2022

Bihar Deled Spot Round Admission 2022-24, काउंसलिंग तिथि में बदलाव किया गया, यहां देखें नया कार्यक्रम


Bihar Deled Spot Round Admission 2022-24, काउंसलिंग तिथि में बदलाव किया गया, यहां देखें नया कार्यक्रम



Bihar Deled Spot Round Admission:

एतद द्वारा प्रारंभ शिक्षा में (डी ० एल ०एड०) पाठ्यकम में नामांकन हेतु शिक्षा विभाग बिहार पटना के पत्रांक-12/ विविध-11/2016-227 दिनांक 20/04/2022 के आलोक में सत्र 2022-2024 में डी० एल० एड0 संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2022 में सम्मिलित होने वाले परीक्षा अभिभावक एवं सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं सभी को सूचित किया जाता है कि डी०एल०एडo 2022 द्वारा राज्य में NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सम्बद्धता प्राप्त सरकारी एवं निजी प्राथमिक स्तरीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में कुल स्वीकृत सीटों के विरूद्ध योग्य जातियों के चयन हेतु ऑनलाईन (online) माध्यम से दिनांक 27.06.2022 से 17.07-2022 तक आवेदन आमंत्रित किया गया था।

परीक्षा शुल्क (Examination Fee)

सामान्य वर्ग (General) / सामान्य रूप से कमजोर सामान्य वर्ग (EWS) / पिछड़ा वर्ग (BC) / अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) : Rs. 960/-

अनुसुचित जाति (SC) / अनुसुचित जनजाति (ST) / दिव्यांग अभ्यर्थि के लिएः Rs. 760/-

भुगतान की विधिः 
(Bihar Deled 1st Merit List 2022) परीक्षा शुल्क की राशि Debit Card/Credit Card/Net Banking के माध्यम से भुगतान करने की अनुमति होगी। इसके अलावा अन्य कोई माध्यम से परीक्षा शुल्क का भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगाँ।

उम्र सीमा (Age Limit)
01 जनवरी 2022 के अनुसार

न्युनतम उम्रः 17 वर्ष

अधिकतम उम्रः N/A

शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification)

उच्च माध्यमिक (10+2) अथवा उसके समकक्ष परीक्षा में कम से कम 50% अंक से उतीर्ण हों। (Inter Passed)

अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति एवं दिव्यांग कोटि के अभ्यर्थियों के लिए न्युनतम निर्धारित अंकों में 05 % की छूट मिलेगी।

डी.एल.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा पाठ्यक्रम, प्रश्नो की संख्या एवं निर्धारित अंक

आनलाईन विधि से आयोजित प्रवेश परीक्षा की अवधि 150 मिनट (02:30 घंटा) की होगी।

विषय प्रश्नों की संख्या निर्धारित अंक

सामान्य हिन्दी (Genera. Hindi)/ उर्दू (Urdu)      30             90

गणित (Maths) 30            90

विज्ञान (Science) 20         60

सामाजिक अध्ययन (Social Studies) 20                    60

सामान्य अंग्रेजी
(General English) 25      75

तिर्किक एवं विश्लाषणात्मक (Logical & Analytics Reasoning) 25              75

कुल 150                       450

प्रत्येक सही उत्तर के लिए तीन (03) अंक दिये जाऐंगे, जबकि प्रत्येक एक गलत उत्तर के लिए एक (01) अंक लिए जाऐंगे।

महत्वपूर्ण दस्तावेज (For Upload)

फोटो

हस्ताक्षर

मैट्रिक (10th) का प्रमाण पत्र एवं आक पत्र (जन्म तिथि के लिए)।

इंटर (12th) का प्रमाण पत्र एवं अंक पत्र।

जाति प्रमाण पत्र

इस परीक्षा से संबंधित जानकारी के लिए हेल्पलाईन नम्बर- 0612-2232074 पर सम्पर्क कर सकते है अथवा E-mail ID : HELPDESKBSEBB22@gmail.com पर भेजी जा सकती है।

अभ्यर्थी द्वारा महाविधालय में आवेदन जमा करने की तिथि 28.12.2022 से 31.12.2022


मेधा क्रम में औपबंधित सूची प्रकाशित करने की तिथि 02 जनवरी 2023

औपबंधित सूची पर अभ्यर्थीयों से आपत्ति प्राप्त करने की तिथि 03.01.2023 से 04.01.2023

प्राप्त आपत्तियों के निराकरण की तिथि 06.01.2023

प्राप्त आपत्तियों के निराकरण के पश्चात अंतिम सुची प्रकाशित करने की तिथि 07.01.2023

नामांकन पश्चात समिति के पोर्टल पर अद्दतन करने की तिथि 13.01.2023

अभ्यर्थीयों को बारकोड/Reference Number डालकर स्पाँट नामांकन हेतु अपना CAF डाउनलोड कर लें। स्पाँट नामांकन की प्रक्रिया हेतु उन आभ्यर्थीयों को जिनका नामांकन किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है। इच्छुक अभ्यर्थी CAF के साथ-साथ अपना ‘Spot Intimation Letter’ भी डाउनलोड कर लेंगे।

Seat Availability Click here

तत्पश्चात अभ्यर्थी जिस संस्थान में नामांकन को इच्छुक है, वहाँ संगत अभिलेखों के साथ संदेह उपस्थित होकर दिनांक 28 दिसंबर 2022 सें 31 दिसंबर 2022 तक की अवधि में अपना नामांकन कराएंगे।

Saturday 24 December 2022

बिन बुलाए विदेशी कपल ने ' कमरिया करे लपालप' गाने पर बाराती संग शादी में किया जबरदस्त डांस , देखें वीडियो

बिन बुलाए विदेशी कपल ने 'कमरिया करे लपालप'  गाने पर बाराती संग शादी में जबरदस्त डांस किया, देखें वीडियो  

एक विदेशी कपल आगरा में हो रहे एक शादी में शामिल होकर ' कमरिया करे लपालप' गाने पर जमकर डांस किया।



जी हां, यह समाचार बिल्कुल सच है । दरअसल www.operafast.com के हवाले से सोशल मीडिया पर एक विदेशी कपल का वीडियो वायरल होने की खबर मिली है। यह कपल भारत का नहीं बल्कि यूरोप का रहने वाला है। यह दोनों पति पत्नी है और भारत भ्रमण पर आए हुए है।

इसी सिलसिले में आगरा के एक होटल में ठहरे हुए थे। जहां इन्हें एक शादी समारोह होते दिखा । बस फिर क्या था, इन्होंने फटाफट पहना साड़ी और कुर्ता और फिर चल दिए बिन बुलाए बारात में शामिल होने।



जी हां यह खबर बिलकुल सौ फीसदी सच है कि एक विदेशी कपल आगरा में बिन बुलाए किसी अनजान शख्स के शादी में शामिल हो गए। शादी में जाने से पूर्व में उन्होंने खास मेकअप कराया। साड़ी और कुर्ता पहना और बारातियों के साथ शामिल होकर भोजपुरी गाना " कमरिया करे लापा लाप" गाने पर जबरदस्त डांस किया। उसके बाद जयमाला होते दिखा। जयमाला के बाद सभी बारातियों के साथ खाने का भी लुफ्त उठाया । जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। विदेशी कपल ने शुरुआत में बताया कि वे दोनों भारतीय दुल्हन मानसी और अमन की शादी में शामिल होने जा रहे हैं। शादी के लिए विदेशी कपल फिलिप्स ने कुर्ता तो वहीं उनकी पत्नी मोनिका ने साड़ी पहनी थी।



वीडियो शेयर करते हुए फिलिप्स ने बताया कि शादी समारोह में मुख्य द्वार पर उपस्थित उन्होंने मैनेजर से शादी में शामिल होने के लिए पूछा तो मैनेजर ने हामी भर दी । इसके बाद यह दोनों कपल दूल्हे के पिता से भी मिले।

उन्होंने बताया कि शादी में उनके पिता ने हमें अपने परिवार के तरह व्यवहार किया और बार बार उन लोगों ने खाने पीने के लिए पूछा और हमें अच्छा ध्यान रखा। फ्लिप मोनिका दूल्हे से भी मुलाकात किया साथ में फोटो भी खिंचवाया। बारातियों के साथ-साथ इन विदेशी कपल ने खाने का खूब लुफ्त उठाया । कपल ने दूल्हे के साथ भी डांस किया। फिर जयमाला सेशन के समय दुल्हन के साथ फोटो भी क्लिक करवाया उसके बाद इन लोगों ने दोबारा खाने का दोस्त उठाया । साथ ही खाने का इन्होंने तारीफ भी बहुत की।
👇Video यहां देखें



विदेशी कपल ने शादी समारोह के प्रशंसा करते हुए कहा की पूरे शादी समारोह में शामिल नहीं हो पाया। लेकिन फिर भी मुझे यहां के लोग बहुत अच्छे लगे। हम कह सकते हैं कि यहां बिना इनविटेशन के भी आप किसी की शादी में शामिल हो सकते हैं। हम लोगों को लगा जैसे हमारी किसी फैमिली मेंबर की शादी थी। हम लोगों से खाने के लिए लोगों ने बार-बार पूछा। हमने बहुत मस्ती की । यहां के लोग बहुत अच्छे होते हैं। फिल्प्स ने बताया कि आपको भी इंडियन शादी में शामिल होने का मौका मिलता है तो जरूर शामिल होइए क्योंकि यह अनुभव आपको जीवन भर साथ रहेगा।

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Friday 23 December 2022

टेहटा में किसान खेत कार्यशाला का आयोजन


टेहटा में किसान खेत कार्यशाला का आयोजन

आज गुरुवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पटना स्थित केंद्रीय एकीकृत प्रबंधक केंद्र नासिक के द्वारा जहानाबाद जिले के प्रखंड मखदुमपुर ग्राम पंचायत पूर्वी सरेन के टेहटा ग्राम में किसान खेत पाठशाला कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जो कि 14 सप्ताह तक खेती-बाड़ी में कीट व्याधियों के प्रबंध से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम है । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं। 


     इससे पिछले सप्ताह में केंद्रीय एकीकृत नासिक प्रबंधन केंद्र के श्री कुलदीप कुमार सहायक वनस्पति अधिकारी ने आईपीएल की विस्तृत जानकारी दी जिसमें व्यवहारिक विधि, यांत्रिक विधि, जैविक विधि एवं रासायनिक विधि के प्रयोग से खेतों में किसी भी फसल में कीट व्याधियों का प्रकोप बहुत कम किया जा सकता है । इसी क्रम में फसलों उत्पादन चक्र पद्धति में पाया जाने वाला कीटों में कई ऐसे कीट होते हैं जो फसलों के उत्पादन में सहायता करते हैं। इसी सिलसिले में उपस्थित पदाधिकारियों ने मित्र कीट के बारे में बताया गया । मित्र कीट की उपयोगिता एवं उनका स्थिति नियंत्रण में योगदान के बारे में चर्चा किया गया। 



इस कार्यशाला में सहायक वनस्पति अधिकारी रवीन्द्र प्रसाद ,कृषि समन्वयक सत्येंद्र नारायण गौतम ,किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार ने किसानों को खेत में ले जाकर विभिन्न प्रकार के मित्र कीट एवं शत्रु कीट की पहचान कराई। इस कार्यालय द्वारा ऐसा कार्यक्रम गया जिला के चाकन के नवगढ़ ग्राम में भी चलाया जा रहा है। किसान मुन्ना प्रसाद, विक्की कुमारी, अनिता कुमारी, कृष्णा प्रसाद, संजय जी, सुधांशु कुमार एवं सैकड़ों किसान उपस्थित थे ।

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Friday 16 December 2022

मछली पालन कैसे करें। सरकार से कितना मिलेगा सब्सिडी, जाने विस्तार से ...

मछली पालन कैसे करें। सरकार से कितना मिलेगा सब्सिडी

मत्स्य पालन हेतु तालाब का निर्माण

मछली का पालन करने हेतु किसी भी उपलब्ध पोखर या तालाब जो 6 से 8 फुट गहरा हो तथा जिसमें कम से कम 6 माह तक पानी रहता हो। उसका उपयोग किया जा सकता है । परंतु उचित आय के लिए कम से कम 1 हेक्टर क्षेत्रफल का तालाब ज्यादा फायदेमंद होगा। इसकी लंबाई 200 से 500 मीटर तथा चौड़ाई 20 से 50 मीटर गहराई 2 मीटर होनी चाहिए। वैसे किसी भी आकार के तालाब में मछली पालन किया जा सकता है। यह जानकारी आप www.operafast.com पर प्राप्त कर रहे हैं।




तालाब की तैयारी

नए एवं पुराने तलाब के तैयारी में मुख्य भिन्नता यह है कि पुराने तालाब में से प्रभावी एवं अवांछनीय मछलियों का निकाल देना एवं जलीय खरपतवार का नियंत्रण आवश्यक है, जबकि नए बने तालाबों में उपयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती है।

परभक्षी एवं अवांछनीय मछलियों का उन्मूलन

वैसे अच्छी मछलियां जो स्वभाव से मांसाहारी होती है तथा अन्य फालतू मछलियों का शिकार कर उन्हें खा जाती है। इसके अतिरिक्त कुछ मछलियां होती है जो आर्थिक दृष्टि से उतना महत्वपूर्ण नहीं होती है। इनकी क्षमता अत्याधिक फालतू मछलियों के उपस्थित होने से अत्याधिक कुछ विशेष लाभ नही होती है। बल्कि समस्या पैदा होती है इस तरह से यह मछली पालन में बाधा उत्पन्न करती है।

वनस्पति विष

उपरोक्त कार्य हेतु मत्स्य विष महुआ का खली है इससे 2000 से 2500 प्रति हेक्टेयर या डेरीस का चूरा 60 से 100 किलोग्राम की दर से प्रयोग करने पर लगभग सभी तरह की मछलियां समाप्त हो जाती है।


अन्य विष

एल्ड्रिन 0.2 पीपीएम, डाई एल्ड्रिन 0.001पीपीएम, एंनड्रीन 0.001 पीपीएम ब्लीचिंग पाउडर 300 से 350 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग कर सकते है। ये विष ज्यादा विषैले होते है इसका असर ज्यादा दिन तक रह सकता है।


कोई भी विष गर्मी के दिनों में खासकर जबकि तालाब में पानी की मात्रा सबसे कम, तापमान अधिक हो ऐसी अवस्था में प्रयोग करने से ज्यादा प्रभावी व किफायती रहता है कोई भी विष मछली के बीज संचयन से 15 से 30 दिन पूर्व डालना चाहिए तथा मत्स्य बीज डालने से पूर्व तालाब में उसके जैसे देने पर आकलन अवश्य करना चाहिए।


जलीय खरपतवार का नियंत्रण

पालने वाली मछलियों की अच्छी बढ़त एवं उनको पकड़ने में आसानी हेतु तालाब से जल्दी खर पतवार का नियंत्रण अति आवश्यक है इसे मानव या मशीन के द्वारा निकालना होगा।

रसायनिक विधि के द्वारा खर पतवार को सफाई के लिए विभिन्न प्रकार के रसायनों का प्रयोग किए जाते हैं।

उदाहरण के लिए...

* सतह पर बैठने वाले पत्तेदार वनस्पतियों हेतु 2-4 D, 5 से 10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर का छिड़काव प्रभावी रहता है।

* जलमग्न वनस्पतियों हेतु अमोनिया घोल 10 से 15 पीपीएम की दर से पानी के अंदर डाला जाता है

* शैवाल आदि हेतु डाययुरान अथवा सिमाजिन आदि 0.1 से 0.3 पीपीएम की दर से प्रभावी रहता है।

जैविक नियंत्रण

मुलायम जलमग्न वनस्पति जैसे हाइड्रिला नाजायज आदि के नियंत्रण हेतु ग्रास कार्प 150 से 200 ग्राम पर हेक्टेयर की दर से संचय किया जा सकता है। इस दर पर एक दो माह में ही इन वनस्पतियों का संपूर्ण उन्मूलन हो जाता है यह विधि सबसे सुरक्षित एवं लाभकारी है।

चुने और खाद का प्रयोग

* तालाब के पानी की पीएच के अनुसार तालाब में खाद डालने से पूर्व 250 से 500 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बुझा हुआ चुना घोल बनाकर तालाब में चारो ओर डालें।

* कार्बनिक खाद में गोबर 10 से 15 टन प्रति हेक्टेयर या मुर्गी की बीट 6 टन प्रति हेक्टेयर का एक तिहाई हिस्सा मछली के बीज डालने से 1 सप्ताह पहले घोल बनाकर पूरे तालाब में छिड़काव करवा दें । शेष बचा खाद, पालन अवधि के अनुसार मासिक अथवा पखवाड़े की सम किस्तों में डाले। यदि महुआ के खली का प्रयोग किया गया हो तो प्रारंभिक की आधी ही डालें।

अकार्बनिक खाद में यूरिया 100 से 150 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रति वर्ष या सिंगल सुपर फास्फेट 150 से 200 किलो ग्राम प्रति हेक्टेयर प्रति वर्ष एक के बाद एक किश्तों में डालें।


मछली के बीज के मात्रा एवं संचयन

एक हेक्टेयर जल क्षेत्र वाले तालाब में 6000 से 10,000 फिंगरलिंग (मछली का दाना या बीज) जो 50 एमएम से बड़ी हो , उसे डालना चाहिए। यदि भारतीय दुकान पर कतला, रोहू, मृगल के बीज उपलब्ध हो, तो उन्हें 4:3:3 अथवा 3:4:3 के अनुपात में डालें। कतला, रोहू , मृगल, कॉमन कॉर्प, सिल्वर कॉर्प, ग्रास कार्प हो तो 2:2:1:2:1 अथवा 2:2:1:1:1:1.5 का अनुपात रखें। बीज की मात्रा व अनुपात का सही निर्धारण मछलियों की वृद्धि के अनुसार पुनः किया जा सकता है।

अधिकांशत: मत्स्य बीज प्लास्टिक बैग में ऑक्सीजन पैकिंग द्वारा ही लाया जाता है। इस तरह लाए गए बीज को सीधे तालाब में नहीं डालें। बीज के पैक को खोल कर थोड़ा तालाब का पानी इसमें डालें। 5-10 मिनट बाद बैग के मुंह को आधा तालाब में डुबोकर रखें। धीरे-धीरे स्वयं पानी में जाने दे । यदि खुले बर्तन में लाया गया हो तो भी उपरोक्त विधि से ही बीज को तालाब में डालें। बीज डालने से पहले तालाब के पानी एवं बीज वाले पानी का तापमान बराबर होने दें । यदि संभव हो तो सुबह 8:00 से 10:00 बजे या शाम को ही फिंगरलिंग (बीज) पानी में डालें।

मछली को दी जाने वाली भोजन

मछली के शारीरिक भार का 2:3 अनुपात में भोजन प्रतिदिन दे । भोजन देने के लिए 20 से 25 मछलियों का औसत भार निकालकर पूरी मछलियों की संख्या से गुणा करें । ग्रास कार्प के लिए हाइड्रिला या अन्य जलीय घास को खाने के लिए दे। ग्रास कार्प मछलियों के भार का दोगुना देना चाहिए । घास को किसी खंभे आदि से बांधकर तालाब में रखें । अन्य मछलियों के लिए धान का पोलिस, मूंगफली की खली खाने को दें । इन्हें वजन से बराबर मात्रा में मिलाकर पानी के साथ गूंथ लें। इसके गूथें बनाकर पानी में जगह-जगह फेंक दें अथवा छिद्र युक्त बोरी में बांधकर या अन्य किसी चीज के सहारे पानी में लटका दें।

मछलियों की अधिक वृद्धि के लिए 30 से 35 प्रोटीन युक्त आहार की आवश्यकता होती है जिसकी पूर्ति धान के कुंडे व खली में छोटे झींगे, सुखी मछलियां, रेशम के कीड़े के सूखे खोल का चूर्ण आदि को मिलाकर देने से हो सकती है।

ऐसे कई तरह के कृत्रिम आहार भी बाजार में उपलब्ध है।

तालाब के निरंतरता बनाए रखने हेतु नियमित अंतराल से अकार्बनिक एवं कार्बनिक खादों का प्रयोग यशमीन इवनिंग कहलाता है जिसे मासिक अथवा पाक्षिक अंतराल से की जा सकती है परंतु निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए खाद की दैनिक मात्रा निम्न प्रकार से देना उपयोगी रहेगा।

गोबर 50 किलो ग्राम

यूरिया 01 किलो ग्राम

सिंगल सु फास्फेट 200 ग्राम

मछली निकलना

तालाब में मछली का बीज डालने के 25 दिन के बाद फसल तैयार हो जाती है। मछलियों की परिधि 0.005 से लेकर 1 केजी 2 से 3 माह में हो जाना चाहिए। उसी समय मछली को निकालना उपयुक्त होगा जल्दी ना हो सके तो 1 वर्ष बाद ही निकाले । आवश्यकतानुसार मछलियों को एक साथ अथवा थोड़ी-थोड़ी निकालना चाहिए।

मछली पालन कौन से महीने में किया जाता है?

मछली पालन कौन से महीने में किया जाता है? मछली का बीज तालाब में मार्च महीने में डालना ज्यादा उचित होता है. मछली कितने दिन में तैयार होती हैं? तालाब में मछली बीज डालने के 25 दिन बाद फसल तैयार हो जाती है ।


मछली पालन में कितना खर्च आता है?

मछली पालन के लिए एक हेक्टेयर तालाब के निर्माण में करीब 5 लाख रुपए की लागत आती है। इसमें कुल राशि का 50 प्रतिशत केंद्र सरकार, 25 प्रतिशत राज्य सरकार अनुदान देती है। शेष 25 प्रतिशत मछली पालक को देना होता है।


मछलियों की विशेषता क्या है?

मछली लंबी एवं कुछ शुंडाकार होती है। इसके शरीर के सिर, घड़ एवं पूँछ तीन भाग होते हैं। प्राय: गिलछद (gill cover) का पश्च किनारा धड़ एवं पूँछ की सीमा माना जाता है। आधुनिक मछलियों में जहाँ रीढ़ समाप्त होती है, वहीं से पूँछ आरंभ होती है।

Mukhumantri Machli Palan Scheme 2022-23
योजना के तहत मिलने वाले लाभ

इस Mukhya mantri Machli Palan Scheme 2022-23 योजना के तहत बिहार सरकार के तरफ से मछली पालन के लिए अनुदान दिया जायेगा

इस योजना के तहत मछली पालन करने वाले किसान को अधिकतम 75% का लाभ दिया जायेगा

जाति वर्ग के आधार इस योजना का लाभ प्रदान किया जायेगा |

इस योजना के तहत अन्य वर्ग के लाभुको को 50 % तथा अति पिछड़ी जाति , अनुसूचित जाति एवं जन जातियो के लाभुको को 70 % अनुदान प्रदान किया जायेगा।


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Wednesday 14 December 2022

मखदुमपुर के किसानों को दिया जैविक खेती करने की विस्तृत जानकारी

 मखदुमपुर के किसानों को दिया जैविक खेती करने की विस्तृत जानकारी

आज दिनांक बुधवार को प्रखंड मखदुमपुर के पंचायत पूर्वी सरेन के पंचायत कृषि कार्यालय टेहटा में किसान खेत पाठशाला का आयोजन किया गया । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।





इस पंचायत पाठशाला में केंद्रीय एवं कृषि कल्याण मंत्रालय द्वारा केंद्रीय टीम के नेतृत्व में किसानों को फसल में लगने वाले कीट से परिचित कराया गया एवं बताया गया कि कीटनाशक को प्रयोग ना करें बल्कि जैविक विधि द्वारा खेती करें इससे खेतों की मिट्टी में उर्वरता बरकरार रहता है। जैविक विधि से किए गए खेती में कीटो से बचाव के लिए उपाय बताए गए । किसान पाठशाला में उपस्थित किसानों को अपने खेतों में कीटनाशक के रूप में नीम के पत्ता , गोमूत्र, गोबर द्वारा एवं देसी मट्ठा द्वारा खेतों में छिड़काव का प्रयोग करना सिखाया गया। किसानों को रासायनिक कीटनाशक का प्रयोग नहीं कर जैविक विधि द्वारा अपने फसल को उपजाना चाहिए । किसानों को कीट से बचाव करने के कई तरीके बताए गए।




जैविक खेती (Organic farming) कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरकों एवं संश्लेषित कीटनाशकों के अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है तथा जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिये फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है। सन् 1990 के बाद से विश्व में जैविक उत्पादों का बाजार काफ़ी बढ़ा है।

जैविक खेती के लिए सबसे जरुरी कंपोनेंट है गोबर। इसलिए जब जैविक खेती के लिए खेत तैयार करते हैं तो इसमें अधिक से अधिक गोबर मिलाया जाता है। फसल लगाने के लिए बाद खरपतवार और कीट पर ध्यान देना होता है. गाय के गोबर के घोल और प्राकृतिक तौर पर तैयार किये गये खाद को पानी के जरिये पौधों को दिया जाता है।

भारत सरकार द्वारा जैविक खेती पोर्टल लांच किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से विश्व स्तर पर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। Jaivik Kheti Portal 2022 के माध्यम से जैविक किसानों को अपने उत्पाद बेचने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा इस पोर्टल के माध्यम से जैविक खेती के लाभ से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सकेगी।

जैविक खेती प्रोत्साहन योजना क्या है?

यह योजना वर्ष 2004-05 से लागू है। जैव उर्वरकों, जैव कीटनाशकों और फल एवं सब्जी बाजार अपशिष्ट खाद जैसे ऑर्गेनिक निविष्टियों को उपलब्ध कराके देश में जैविक खेती को बढ़ावा देना और इस तरह के उत्पाद के लिए बेहतर प्रतिफल सृजित करना। मृदा स्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा को बनाए रखते हुए कृषि उत्पादकता बढ़ाना।


क्या भारत में जैविक खेती के लिए कोई सब्सिडी प्रदान की जाती है?

जैविक खेती करने पर मिलती है सब्सिडी

कई राज्यों मे किसानों को जैविक खेती करने के लिए सब्सिडी भी दिया जाता है. वहीं, उत्कृष्ट तरीके से ऑर्गेनिक फार्मिंग करने वाले किसानों को पुरस्कार भी दिया जाता है। इसके अलावा सरकार की तरफ से किसानो के बीच जैविक खेती को लेकर कई तरह के ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं।

पटना से आए हुए सहायक वनस्पति रक्षा अधिकारी रविंद्र प्रसाद सिंह, किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार, कार्यपालक सहायक रजिया परवीन, किसान कृष्ण प्रसाद, रामानंद संतोष कुमार, संजय कुमार एवं अन्य किसान मौजूद थे।


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सचिवालय सहायक का एडमिट कार्ड जारी, किताब ले जा सकेंगे परीक्षार्थी


सचिवालय सहायक का एडमिट कार्ड जारी, किताब ले जा सकेंगे परीक्षार्थी

बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी कर दी है। ऑफिशियल नोटिफिकेशन के अनुसार बिहार एसएससी स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन 23 दिसंबर 24 दिसंबर 2022 को कर रही है। जो भी उम्मीदवार बिहार कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा के लिए आवेदन किया है वह नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड करें। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।





प्राप्त जानकारी के अनुसार इस स्नातक स्तरीय परीक्षा में सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था कर दी गई है इसके लिए पुलिस मुख्यालय सुरक्षा को लेकर बिहार के सभी जिले के एसएसपी और एसपी स्तर के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए हैं। इसके लिए मंगलवार को एडीजी मुख्यालय जे एस गंगवार ने अपने ऑफिस रोको एक विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आस्था होने वाले स्नातक स्तरीय परीक्षा को कदाचार मुक्त परीक्षा बनाने के लिए सौंपा है उनके अनुसार प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर 3 साल का सुरक्षा घेरा रखा जाएगा परीक्षा से पहले खुफिया जानकारी इकट्ठा करना होगा किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए खास निर्देश देते हुए कहा है कि परीक्षा केंद्रों के आसपास के कोचिंग सेंटर होटल और छात्रावास की हर हाल में निगरानी की व्यवस्था होनी चाहिए । प्रत्येक परीक्षा केंद्रों पर महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग सर्वेश की व्यवस्था की जाएगी।


बिहार कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा दी जा रही स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से 2187 पदों पर नियुक्ति होगी। यह परीक्षा को कदाचार मुक्त बनाने के तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी। लेकिन प्रत्येक उम्मीदवार अधिकतम तीन पुस्तक ले जा सकते हैं और यह सामान्य अध्ययन सामान्य विज्ञान एवं सामान्य गणित विषय के एक एक टेस्टबुक ले जाने की अनुमति होगी । इसके अलावा कोई अन्य पुस्तक मान्य नहीं होगा। स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा में 150 अंको की परीक्षा होगी जिसके लिए 150 मिनट का समय निर्धारित किया गया है सभी प्रश्न वैकल्पिक होंगे। सामान्य अध्ययन के परीक्षा में करंट अफेयर्स भारत और उसके पड़ोसी देश सामान्य विज्ञान सामान्य गणित में मैट्रिक स्थल के प्रश्न पूछे जाएंगे मानसिक क्षमता जांच परीक्षा में शाब्दिक और गैर शाब्दिक दोनों तरह के प्रश्न होंगे।


रिक्तियां

सचिवालय सहायक 1360

अंकेक्षक, निबंधन सहयोग समिति                              256

योजना सहायक 460

मलेरिया निरीक्षक 125

अंकेक्षक अंकेक्षण निदेशालय 370

डाटा एंट्री ऑपरेटर 02


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कब आएगा परीक्षा परिणाम

बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट 1 माह के अंदर आ जाएगा। इसके अगले माह मुख्य परीक्षा होगी। मुख्य परीक्षा के एक माह के अंदर मुख्य परीक्षा का भी परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। बिना देरी किए सभी चयनितों का नियुक्ति नए साल में कर दी जाएगी।


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Tuesday 13 December 2022

क्या विश्व कप 2023 का मिशन, पूरा करेंगे ईशान किशन

क्या विश्व कप 2023 का मिशन, पूरा करेंगे ईशान किशन

यह तस्वीर पूर्णिया, बिहार के डीएसए ग्राउंड की है। साल था 2013 और 15 वर्षीय ईशान किशन तब लेदर बॉल मैच खेलने आए थे। मुझे आज भी याद है, छोटे से ईशान ने उस मुकाबले में भी बड़ा कारनामा करके दिखाया था। अपने से बड़ी उम्र के तेज गेंदबाजों को मारकर धागा खोल दिया था। छक्के इतनी दूर-दूर जाकर गिरे थे कि आसपास के घरों से लोग मैदान की तरफ भागे चले आए थे। हर कोई तहे दिल से ईशान की बल्लेबाजी की तारीफ कर रहा था लेकिन सबको डर था कि शायद इस बल्लेबाज का टैलेंट बिहार में दम तोड़ देगा। ऐसा इसलिए क्योंकि उस समय बिहार को बीसीसीआई की तरफ से मान्यता नहीं दी गई थी। मैच के बाद हर कोई ईशान से हाथ मिलाने को आतुर था। लोग यकीन नहीं कर पा रहे थे कि इस छोटे से बच्चे ने इतना बड़ा कारनामा किया है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



18 जुलाई 1998 को पटना (बिहार) में जन्मे ईशान छोटी उम्र से क्रिकेट खेलने लगे थे। वर्ष 2014 में मात्र 16 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने कदम रख दिया था। इसी साल उन्होंने झारखंड की तरफ से टी-20 मुकाबले में खेलना शुरू किया। वो टीम इंडिया की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम के कप्तान भी रहे। ईशान को बिहार छोड़ने का अफसोस तो था लेकिन वह जानते थे कि अगर उड़ान ऊंची भरनी है, तो उन्हें आसमान फतह करना होगा। ईशान के पिता प्रणव पांडे को कोच संतोष ने भरोसा दिलाया कि ईशान में वह एक्स फैक्टर मौजूद है, जो उन्हें हिंदुस्तान का नामी-गिरामी बल्लेबाज बना सकता है।

ईशान ने अपना पहला इंटरनेशनल मैच इंग्लैंड के खिलाफ 14 मार्च 2021 को खेला था। इस टी-20 मैच में उन्होंने 32 गेंदों पर 56 रन बना डाले थे। टी-20 इंटरनेशनल के अब तक 21 मैच खेलकर ईशान ने 589 रन बनाए हैं। जल्द ही ईशान को इंटरनेशनल वनडे में भी खेलने का मौका मिला। 18 जुलाई 2021 को श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले वनडे मैच में ही ईशान ने 42 गेंदों पर 59 रन बना डाले थे। अब बांग्लादेश के खिलाफ 210 रन की पारी को मिलाकर 10 वनडे मैचों में वह अब तक 477 रन बना चुके हैं। इससे पहले उनका अधिकतम स्कोर 93 रन था, जो उन्होंने अक्टूबर 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। ईशान हमेशा से बेहतरीन प्रदर्शन करते रहे हैं लेकिन उन्हें नियमित तौर पर अवसर नहीं दिए गए।

लगता है भारत को एक और महेंद्र सिंह धोनी 'माही' मिल गया है। धोनी की तरह ही जन्मभूमि बिहार और कर्मभूमि झारखंड में अपने खेल से इंडियन टीम का सफर तय करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने बांग्लादेश की धरती पर एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है, जो संभवतः दशकों तक तोड़ा नहीं जा सकेगा। ईशान ने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में मात्र 126 गेंदों पर डबल सेंचुरी लगाई और वेस्टइंडीज के दिग्गज खिलाड़ी क्रिस गेल का 138 गेंदों पर डबल सेंचुरी लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। यह डबल सेंचुरी ईशान के क्रिकेट करियर में एक नया मोड़ साबित होगी।

ठीक इसी तरह विशाखापत्तनम में पाकिस्तान के खिलाफ 148 रनों की पारी खेलकर महेंद्र सिंह धोनी के करियर में नया मोड़ आ गया था। वह धोनी के वनडे करियर का पांचवां मैच ही था और उम्र 24 वर्ष ही थी। कुछ-कुछ ऐसा ही ईशान किशन ने 24 साल की उम्र में अपने करियर के 10वें वनडे में भी कर दिखाया है। बस फर्क इतना सा है कि धोनी पाकिस्तान के खिलाफ 150 रन लगाने से चूक गए थे और ईशान ने अपने वनडे करियर के दसवें मैच में ही 200 रन का जादुई आंकड़ा छू लिया है। हम सब को यकीन है कि पूरा हर ख्वाब होगा। ईशान किशन भारतीय क्रिकेट का अगला नवाब होगा।
साभार

Sunday 11 December 2022

5G Mobile in India, Description and Quality

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Which is the best 5G mobile in 2022?

List of best 5G phones to buy in India in 2022

* Galaxy Z Fold 4.

* Galaxy Z Flip 4.

* Samsung Galaxy S22 Series.

* Apple iPhone 14 Pro Max.

* OnePlus 10 Pro, 

* OnePlus 10T, and 
* OnePlus 10R.

* Xiaomi 12 Pro.

* Asus ROG Phone 6.

* Oppo Reno 8 Pro.


Will 5G phones work on 4G?

Can I use a 5G phone on a 4G network? 
Yes ! 5G-capable phones can use both 4G and 5G technology.


Can 4G SIM work in 5G phone?

According to Airtel, a 4G SIM can work in 5G-powered phones. "To enjoy the 5G network to its maximum potential, you would be required to have a 5G SIM with a 5G phone. Despite all that, your 4G SIM will surely provide you with better connectivity and transmission when used with 5G phones," according to the company.


When will 5G launch in India?

 The 5G services were premiered in India on 1 october, 2022, at the India Mobile Congress. PM Narendra Modi officially premiered the 5G network at the initiations of the India Mobile Congress (IMC) 2022 on October 1st.
5G services officially launched in India in October 2022. The Department of Telecommunications (DoT) initially announced that 5G will launch in 13 cities - Ahmedabad, Bengaluru, Chandigarh, Gandhinagar, Gurugram, Hyderabad, Jamnagar, Kolkata, Chennai, Lucknow, Pune, Delhi and Mumbai

Which phone has lowest 5G price?

* POCO M4.  

* Motorola Moto G51 5G. 

* POCO M4 Pro 5G. 

 * Xiaomi Redmi Note 11T 5G.

* Samsung Galaxy F23 5G. 


What are the disadvantages of 5G in India?

Gigabit mobile communications have so far provided little added value for consumers.

Still inadequate availability (especially in rural areas)

New devices required.

More transmission antennas required for uniform network coverage than with 4G


Give any latest mobile Details available in india

Details

Brand Redmi

Model NameK50i 5G

Network Service Provider -  
OSMIUI 13 

Unlocked for All Carriers-

Cellular Technology 5G

Memory Storage Capacity-128 GB

Connectivity technologies Bluetooth, Infrared, Wi-Fi, USB

Colour Phantom Blue

Screen Size - 6.6 Inches

Wireless network technology

Camera Description

Triple Camera- (64MP+8MP+2MP) | 16MP Front Camera 

Triple Rear Camera - (12MP+8MP+12MP) | 

Screen Size

6.6 inches

6.5 inches

16.33 cm

Screen Type

Indicates the kind of technology used by the display to light-up the screenIndicates the kind of technology used by the dis…

fhd+

AMOLED

FHD+

Battery Power (In mAH)

5080

4500

4500

RAM

RAM determines how smooth is the switching between apps & the overall speed of operation. Higher the better. RAM 6 GB determines how smooth is the switching b…

6 GB

8 GB

8 GB

Inbuilt Storage (in GB)

128 GB

Processor Brand

Mediatek Dimensity- 8100

Qualcomm Snapdragon 865

Operating System

Main software that runs the phone. Defines the features offered by the phone Main software that runs the phone. Defines the…

MIUI 13

Android 11;

Item Weight

200 grams

190 grams

175 grams

Warranty Details

1 year manufacturer warranty for device and 6 months manufacturer warranty...