Monday, 28 November 2022

Inter Railway One way Transfer on Out of Turn basis

Inter Railway One way Transfer on Out of Turn basis

भारत सरकार के रेल मंत्रालय की ओर से जो कि रेलवे बोर्ड के उपनिदेशक संजय कुमार ने अपने सभी जनरल मैनेजर सभी क्षेत्रीय रेलवे तथा प्रोडक्शन यूनिट को 10/06/22 को भेजे गए आदेश में कहा है कि जो भी रेल मंडल के डीआरएम द्वारा किसी दूसरे रेल मंडल के डीआरएम को भेजे गए वन वे रिक्वेस्ट ट्रांसफर के फाइल को मिलने के बाद रिक्वेस्ट ट्रांसफर के फाइल को अगर स्वीकृत किया जाता है तो पैरेंट डिवीजन के द्वारा उक्त कर्मचारी को रिलीव किया जा सकता है। लेकिन कभी कभी ऐसे परिस्थितियां आ जाती है कि निर्णय लेना कठिन हो जाता है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

लेकिन रेलवे बोर्ड के दिनांक 17.09.2018 के पत्र RBE 139/2018 की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि महाप्रबंधकों को कुछ विशिष्ट शक्तियां प्रदान की गई थीं, जो गैर-राजपत्रित रेलवे कर्मचारियों के स्थानांतरण के अनुरोध (रिक्वेस्ट) को कठिन परिस्थितियों में स्वीकार कर सकते हैं। ऐसे मामले जहां रेलवे को फाइल स्वीकार करने से एनओसी प्राप्त हो गया है और पैरेंट रेलवे में जहां कर्मचारी कार्यरत है वहां के सक्षम प्राधिकारी द्वारा अनुमोदित किया गया है। ऐसे असाधारण परिस्थितियों में इस अधिकार का विस्तार करने के लिए कुछ क्षेत्रीय रेलवे से पत्राचार किया जा रहा था और यहां तक ​​कि ऐसे मामलों के लिए भी जिन्हें अभी फाइल अग्रेषित किया जाना है।


इस तरह के मामले पर बोर्ड के कार्यालय में सावधानीपूर्वक विचार किया गया है। बोर्ड के पत्र आरबीई सं. 139/2018 में आंशिक संशोधन करते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि महाप्रबंधक अनुरोध हस्तांतरण के ऐसे मामलों को बिना बारी के आधार पर फॉरवर्ड करने पर भी विचार कर सकते हैं, जब असाधारण परिस्थितियों में इस पर विचार किया जाना चाहिए।

उदाहरण के तौर पर RBE no 67/2022 और RBE no 139/2018 के आधार पर ऐसे मामले जब आते हैं जब किसी जोन या रेलवे मंडल के द्वारा इंटर रेलवे ट्रांसफर का फाइल भेजा जाता है और उस मंडल के द्वारा किसी कारण बस सीनियरिटी या क्रम का दुरुपयोग करते हुए, नीचे का क्रम का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी कर देता है लेकिन वरीयता का ख्याल नही रखा जाता है तो ऐसे स्थिति मूल डिवीजन के द्वारा बाकी लोगों के फाइल को रोककर नही रखा जा सकता। इसके लिए आउट ऑफ टर्न बेसिस पर रिलीव किया जायेगा , इसके लिए उस जोन के AGM से 3 महीने के भीतर अनुमति लेना होगा।

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व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर काली पट्टी बांध कर करेंगे काम

व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर काली पट्टी बांध कर करेंगे काम

बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ ने आज रविवार को पटना स्थित संघ भवन में एक बैठक का आयोजन किया जिसमें उपस्थित संघ के सभी पदाधिकारी एवं विभिन्न जिला से आए हुए प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया। इस बैठक में सर्वसम्मति से राज्य सरकार के विरोध में कई बिंदुओं पर निर्णय लिया गया। इस बैठक में स्पष्ट रूप से कहा गया कि बिहार सरकार के द्वारा माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित अनुशंसा का पालन नहीं किया जा रहा है जिसके विरोध स्वरूप आगामी 1 फरवरी 2023 से लेकर 4 फरवरी 2023 तक अपनी 5 सूत्रीय मांगों को ना माने जाने को लेकर काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


इनके 5 सूत्रीय मांग निम्नलिखित है जिसे राज्य सरकार नहीं मान रही है।

* बिहार सरकार के द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार वर्ग 3 के कर्मचारी को कार्यक्षमता तथा स्नातक योग्यता के अनुरूप वेतन दिया जाए।

* बिहार सरकार के द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित शेट्टी कमीशन के अनुसार अनुशंसा को हूबहू लागू करने के संबंध में।

* किसी भी जिला में मृत कर्मचारी के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति ।

* किसी भी जिले में वरीयता के आधार पर खाली पड़े पदों पर पदोन्नति एवं पदस्थापना।

* जिला जज महोदय के द्वारा संघ के जिला इकाई के पदाधिकारियों को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करना तथा संघ के पदाधिकारियों को मुख्यालय में पदस्थापित नहीं किया जाना के विरोध।

बिहार राज्य के व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारी गण एवं विभिन्न जिलों से आए हुए प्रतिनिधि उपस्थित होकर विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की जिसमें वेतन विसंगति का निराकरण के बारे में चर्चा करते हुए अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी ने कहा बिहार सरकार व्यवहार न्यायालय के कर्मचारियों का वेतन विसंगति का निराकरण जानबूझकर नहीं कर रही है जबकि उच्च न्यायालय के द्वारा इसके अनुपालन हेतु पहले ही निर्देश दिया गया था लेकिन आज तक राज्य सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।

उन्होंने कहा शेट्टी कमीशन के अनुशंसा का भी राज्य सरकार अनुपालन नहीं कर रही है जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने शेट्टी कमीशन की अनुशंसा का लाभ 01/04/2003 के प्रभाव से देने की बात कही थी परंतु खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का राज्य सरकार अवहेलना करते हुए उसका अनुपालन आज तक हुबहू नहीं कर सकी।

बैठक में उपस्थित सदस्यों के द्वारा बताया गया कि वर्षों से किसी भी न्यायालय के मृतक कर्मचारी के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति नहीं की जा रही है जो कि एक राज्य में दो नियम प्रभावी है एक तरफ राज्य सरकार अपने मृत कर्मचारी के आश्रितों को तत्काल अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति कर रही है वही व्यवहार न्यायालय के कर्मचारियों के अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति प्रतिशत के आधार पर की व्यवस्था कर रही है।

न्यायालय के कर्मी को वरीयता के अनुरूप पदोन्नति एवं पदस्थापना से संबंधित बातों पर चर्चा करते हुए उपस्थित सदस्यों ने बताया कि किसी भी जिला में कर्मियों को व्यक्तियों के बावजूद वरीयता के अनुरूप पदोन्नति एवं पदस्थापना नहीं किया जा रहा है जूनियर कर्मियों को सिरिस्तेदार एवं वरीय कर्मियों को द्वितीय श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पदस्थापित किया जा रहा है। तथा एक ही कर्मचारी को कई न्यायालय का प्रभारी बना दिया जा रहा है।

बैठक में आगे चर्चा करते हुए बताया गया कि न्यायिक पदाधिकारियों द्वारा संघ के पदाधिकारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है तथा असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हैं तथा उनका स्थानांतरण करने की धमकी देते हैं तथा कुछ जिला न्यायाधीश महोदय द्वारा स्थानांतरण भी किया जा चुका है।

इस बैठक में चर्चा करते हुए कहा कि जिला न्यायालय में कर्मचारियों के लिए शुद्ध पेयजल, शौचालय, कैंटीन जैसी अन्य मूलभूत सुविधाओं की घोर अभाव होने के कारण कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है जिस कारण उनके स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जबकि हर जिला न्यायालय में बहुत से महिला कर्मी की नियुक्ति भी है जिन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

किसी भी जिला में सरकारी आवास की व्यवस्था नहीं है जिसके कारण कर्मचारी गण सरकार द्वारा दिए जा रहे आवास भत्ता से ज्यादा किराया देने के बावजूद शहर से दूर किराया लेकर रहते हैं। जिसके कारण उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जबकि शेट्टी कमीशन के अनुशंसा में प्रयाप्त आवास की व्यवस्था करने का भी निर्देश है।

शेट्टी कमीशन के अनुशंसा के आलोक में तृतीय वर्ग के कर्मियों के लिए प्रसाद उसके लिए राज्य सरकार के द्वारा एक निश्चित राशि देने का प्रावधान होने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है इसी क्रम में प्रत्येक जिला के कर्मचारियों के लिए कोऑपरेटिव सोसायटी विकसित करने की निर्देश का भी अनुपालन नहीं किया जा रहा है ।

बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय संघ के कर्मचारियों के द्वारा संघ भवन में हो रहे बैठक में संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी, महासचिव सत्यार्थ सिंह, उपाध्यक्ष महेश पासवान, समेत प्रेम प्रकाश, रंजय कुमार, जयाप्रभा, शशिकांत सिंह, शशि भूषण सिंह, अजय शंकर, मोहम्मद मेराज, राजेश कुमार, उमेश कुमार मिश्र, संजीव कुमार चौधरी, अर्जुन कुमार, सौरभ कुमार, अजीत कुमार, राज प्रकाश, मोहम्मद शहजाद, श्रीकांत कुमार, हेमंत कुमार, प्रवीण कुमार, विशाल दयाल समेत कई कर्मचारी उपस्थित थे।

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Sunday, 27 November 2022

UIDAI का निर्देश, घर बैठे किसी का आधार कार्ड ऐसे वेरिफाई करें।


UIDAI का निर्देश, घर बैठे किसी का आधार कार्ड ऐसे वेरिफाई करें।

आपने आधार कार्ड का नाम तो सुना या देखा ही होगा । यह भारत में रहने वाले प्रत्येक नागरिकों के लिए पहचान पत्र का काम करता है। आप हों या हम, सभी के लिए यह बहुत ही जरूरी है। आज बिना आधार कार्ड के कोई भी काम नही होता है। चाहे मोबाइल का सिम नंबर लेना हो या फिर बच्चों को स्कूल में फार्म भरना हो या एडमिशन करवाना हो। चाहे सरकारी राशन की दुकान से राशन लाना हो। यहां तक कि किराये के मकान में रूम लेना हो। हर जगह आधार कार्ड का खोज होता है। आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा निर्गत बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है। जिसपर आप आंख मूंदकर विश्वास कर सकते है। यह समाचार आप www.operafast.com पर पढ़ रहे है।

इस आधार कार्ड के आधार पर जरूरत पड़ने पर आपकी पहचान किया जा सके। इसलिए ये बहुत ही उपयोगी है। लेकिन आज कल आधार कार्ड में भी बहुत फर्जीवाड़ा हो रहा है। अक्सर मीडिया में छपता रहता है कि अमुक स्थान पर नकली आधार कार्ड बनाए जा रहे है। भारत में बहुत से कंप्यूटर सेंटर पर स्कैन करके फोटो और एड्रेस बदल दिया जाता है जिससे असली पहचान छुप जाता है।



लेकिन कभी आपने सोचा है कि आपके किरायेदार जो आपको आधार कार्ड दिया है वो असली है या फर्जी ।
इस प्रकार आपको असली और नकली पहचान करना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा।

लेकिन घबराइए नहीं, अब आप भी घर बैठे किसी की आधार कार्ड पहचान कर पाएंगे कि ये असली है नकली। इसके लिए आपको कहीं आधार कार्ड सेंटर जाने की भी जरूरत नही है। किसी पहचान दिए गए आधार कार्ड से करना ही आसान हो गया है।

किसी भी आधार कार्ड को घर बैठे इस विधि से वेरिफाई कर सकते हैं।

सबसे पहले अपने एंड्रायड मोबाइल से गूगल प्ले स्टोर में जाकर mAadhar ऐप डाउनलोड करें।

इसमें आपको वेरीफाई करने के लिए दो प्रकार के ऑप्शन मिलेंगे।

आधार कार्ड के नंबर से (1)किसी भी आधार कार्ड को वेरीफाई कर सकते हैं।

(2) दूसरे ऑप्शन में आधार कार्ड पर दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके तहत स्कैन करके वेरीफाई कर सकते हैं।

इसके लिए mAadhar ऐप में आधार कार्ड QR code स्कैन करने का ऑप्शन रहता है वहां आप किसी भी आधार कार्ड का QR कोड स्कैन कर सकते हैं। इससे सही व्यक्ति का नाम और एड्रेस वेरिफाई हो जाएगा।

हाल ही में UIDAI ने अपने दिशा निर्देश देकर भारत के सभी नागरिकों को बताया है कि किसी भी व्यक्ति पर विश्वास करने से पहले उपरोक्त विधि से इंसान के आधार कार्ड वेरिफाई जरूर कर लें। अन्यथा कोई बड़ा नुकसान या हादसा जरूर हो सकता है।

यूआइडीएआइ ने ट्विटर पर ट्वीट करके जानकारी दी है कि आधार कार्ड पर छापा कर कोड डिजिटल साइन किया हुआ होता है और यह सुरक्षित भी है। किसी भी इंसान पर भरोसा करने से पहले mAadharApp या Adhar QR code के माध्यम से घर बैठे वेरिफाई कर सकते हैं।

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Saturday, 26 November 2022

पुरानी पेंशन की मांग हेतु संविधान दिवस पर चलाया गया ट्विटर अभियान

पुरानी पेंशन की मांग हेतु संविधान दिवस पर चलाया गया ट्विटर अभियान

नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम जो कि एक पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन है, इसके तत्वावधान में आज शनिवार को संविधान दिवस के अवसर पर पुरानी पेंशन बहाली हेतु ट्विटर अभियान चलाया गया, जिसका हैश टैग #ConstitutionalRightOPS था।




यह टि्वटर अभियान देशभर में चला और काफी समय तक एक नंबर पर ट्रेंड करता रहा। ट्वीटर पर शाम तक 34 लाख से ज्यादा बार 
#ConstitutionalRightOPS लिखा गया।

ये हैश टैग का ट्वीटर अभियान चलाने का मुख्य उद्देश्य बिहार सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार को ध्यान आकर्षित करवाना, जिससे वे कर्मचारियों की समस्या को जल्द से जल्द समाधान कर सकें।

जैसा कि आप पहले से जानते हैं कि सबसे पहले बाजपेयी सरकार ने पुरानी पेंशन को 2004 में समाप्त करके नयी पेंशन योजना को अमलीजामा पहनाया था। जिसका परिणाम 15 वर्ष बाद आना शुरू हुआ। इस नयी पेंशन योजना के तहत सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को 2000 रुपया के आसपास पेंशन मिल रहा है। जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।


इस अवसर पर हर्ष व्यक्त करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय द्वारा बताया गया कि अगर सभी साथियों का इस तरह से सहयोग मिलता रहा तो जल्द ही हम पुरानी पेंशन की अपनी मंजिल पा लेंगे, तकनीक के इस युग में ट्विटर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम है।

एनएमओपीएस बिहार के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय, प्रदेश महासचिव शशि भूषण कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता संतोष कुमार, विधिक सलाहकार शंकर कुमार इत्यादि ने इस अवसर पर हर्ष व्यक्त करते हुए देशभर के सभी पदाधिकारियों/कर्मचारियों का धन्यवाद किया गया और पुरानी पेंशन की इस लड़ाई में एनएमओपीएस का साथ देते रहने का आह्वान किया गया।

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जानें संविधान का असली निर्माता और विलक्षण प्रतिभा को........

 जानें संविधान का असली निर्माता को........


संविधान सभा और उसका गठन
आज 26 नवंबर है। संविधान दिवस, जिसे "राष्ट्रीय कानून दिवस" ​​​​भी कहा जाता है ।

संविधान ( 'सम्' + 'विधान' ), मूल सिद्धान्तों का एक समुच्चय है, जिससे कोई राज्य या अन्य संगठन को शासित किया जाता हैं। वह किसी संस्था को चलाने के लिये बनाया हुआ एक दस्तावेज है। यह प्रायः लिखित रूप में होता है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

किसी भी देश का संविधान उस देश की राजनीतिक व्यवस्था, न्याय व्यवस्था तथा नागरिकों के हितों की रक्षा करने का एक मूल माध्यम होता है| इस माध्यम से उस देश के विकास की दिशा निर्धारित होता है |


संविधान, किसी भी देश का मौलिक कानून है, जो सरकार के विभिन्न अंगों की रूपरेखा और मुख्य कार्य का निर्धारण और कार्यान्वन करने में मुख्य भूमिका निभाता है।
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भारत में हर साल 26 नवंबर को भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को, भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया, और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। संविधान सभा में कुल सदस्यों की संख्या 389 था। संविधान के बनाने में इन 389 सदस्यों के साथ 15 महिला सदस्यों का भी हाथ था। सरोजनी नायडू संविधान सभा के उन सदस्यों में शामिल थी। जिन्होंने संविधान का निर्माण किया था।
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इस भारतीय संविधान निर्माण में सभी 389 सदस्यों ने अपनी भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण तरीके से निभाई ।

प्रारूप समिति 29 अगस्त 1947 को गठित की गई और संविधान सभा की अंतिम बैठक संविधान निर्माण के लिए 24 नवम्बर 1949 को आयोजित की गई। इस दिन 284 लोगों ने संविधान पर हस्ताक्षर किए।

संविधान का निर्माण प्रारूप समिति (ड्राफ्टिंग कमिटी) द्वारा किया गया था , जिसके अध्यक्ष डा. भीमराव अंबेडकर थे ! डा. भीमराव अंबेडकर के अलावा इस समिति में 6 सदस्य और थे , मतलब कि प्रारुप समिति के कुल सदस्यों की संख्या 7 थी ।समिति के अन्य 6 सदस्य थे -
के.एम.मुंशी,
मोहम्मद सादुला,
अल्लादी कृष्णस्वामी अय्यर,
गोपाल स्वामी अय्यंगार,
एन. माधव राव (उन्होंने बी.एल. मित्तर की जगह ली, जिन्होंने अस्वस्थता के कारण इस्तीफा दे दिया) ।
संविधान बनाने में 63,96,729 रुपये खर्च हुआ। संविधान सभा का गठन कैबिनेट मिशन की सिफारिश पर किया गया था जिसका दौरा 1946 मे किया था । संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 को नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन हाल में हुई थी। संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल 2 वर्ष, 11 महीना और 18 दिन लगे।



कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार संविधान सभा का चुनाव जुलाई, 1946 ई० हुआ. कुल 389 सदस्यों में से प्रांतों के लिए निर्धारित 296 सदस्यों के लिय चुनाव हुए ! इसमें कांग्रेस को 208, मुस्लिम लीग को 73 स्थान एवं 15 अन्य दलों के तथा स्वतंत्र उम्‍मीदवार निर्वाचित हुए ।
संविधान सभा के निर्वाचित सदस्य भारत के राज्यों से चुन कर आए थे ।

जिसमें डॉ राजेन्द्र प्रसाद, भीमराव अम्बेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे।
सर्वप्रथम वर्ष 1934 में वामपंथी आंदोलन के प्रखर नेता M. N. Roy ने भारत में संविधान सभा के गठन का विचार रखा। वर्ष 1935 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) ने पहली बार आधिकारिक रूप से भारत में संविधान सभा के गठन की मांग की।

इस मिशन योजना के तहत जुलाई, 1946 ई० में संविधान सभा का हुए चुनाव में कुल 389 सदस्यों में से प्रांतों के लिए 296 सदस्यों चयनित हुए । इसमें कांग्रेस को 208, मुस्लिम लीग को 73 स्थान एवं अन्य तथा स्वतंत्र उम्‍मीदवार से कुल 15 निर्वाचित हुए ।

संविधान सभा के गठन के समय इसके सदस्यों की संख्या 389 थी, लेकिन 1947 के भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद इसके सदस्यों की संख्या 299 रह गई थी।

संविधान सभा में ब्रिटिश प्रांतों के 296 प्रतिनिधियों का विभाजन संप्रदाय के आधार पर हुआ। जिसमे 213 सामान्य, 79 मुसलमान और 4 सिख सदस्य थे।

ऐसे तो संविधान बनाने में 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन लग गए और संविधान बनाने 6396729 रूपये भी खर्च हुए लेकिन भारतीय संविधान में 10 देशों के प्रावधान को कॉपी करके अपने संविधान में समावेश किया है साथ ही अंग्रेजों के द्वारा 1935 बनाए गए भारत शासन अधिनियम के अधिकांश भाग को शामिल कर लिया गया है।

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किसान सालाहकार की देख रेख में हुई क्रॉप कटिंग

किसान सालाहकार की देख रेख में हुई क्रॉप कटिंग

बिहार में जैसे जैसे किसानों के खेत में धान की फसल पक कर तैयार हो रहा है वैसे वैसे कृषि विभाग और सांख्यिकी विभाग के द्वारा किसान के खेतों में जाकर कुल उपज की गणना किया जा रहा है। इसी योजना के तहत आज शुक्रवार को प्रखंड मखदुमपुर के पंचायत पूर्वी सरेन के टेहटा रजाइन में धान की तैयार फसल का क्रॉप कटिंग करवाया गया। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



पुर्वी सरेन पंचायत के टेहटा रजाइन में क्रॉप कटिंग करते समय प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी नरेंद्र शर्मा किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार एवं सुनील कुमार मौजूद थे। इन सभी के तत्वाधान में किसान श्री संजय कुमार के खेत में क्रॉप कटिंग का आयोजन किया गया । इस क्रॉप कटिंग में 10 गुना 5 मीटर में क्रॉप कटिंग किया गया । जिसमें कटाई पिटाई एवं वजन भी किया गया । यह धान कृषि विभाग द्वारा दिया गया था जिसका ऊपज 30 kg हुआ अर्थात 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर ।



क्रॉप कटिंग परिपक्व फसल की कटाई का एक भौतिक तरीका है। जिसमें एक निर्दिष्ट क्षेत्र का चयनित किए गए खेत या भूखंड में हुए फसल की उपज का अनुमान लगाने के लिए एक कार्य योजना है। इसमें कटाई उपज दर की गणना वजन के रूप में की जाती है। काटी गई फसल को भूखंड के क्षेत्रफल से विभाजित किया जाता है।


इस मौके पर उपस्थित किसान एवं सामाजिक कार्यकर्ता संतोष राय, सतीश कुमार,कृष्णा प्रसाद, मथुरा प्रसाद उपस्थित थे।

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Thursday, 24 November 2022

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसानों को दी गई कृषि संबंधित जानकारी


मखदुमपुर के पंचायतों में किसान चौपाल लगाकर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दी गई कृषि संबंधित जानकारी 

  आज गुरुवार को जिला जहानाबाद के प्रखंड मखदुमपुर के पंचायत पश्चिमी सरेन में किसान चौपाल का आयोजन किया गया । इस चौपाल में किसानों को कृषि विभाग द्वारा कई तरह की जानकारियां प्रदान की गई। कृषि विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के कार्यक्रम को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रचार-प्रसार हेतु प्रत्येक प्रखंड के तीन पंचायत में प्रतिदिन किसान चौपाल आयोजित किया जा रहा है। यह चौपाल 24 नवंबर 2022 से लेकर 4 दिसंबर 2022 तक आयोजित होगा। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



 बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रचार प्रसार हेतु नुक्कड़ नाटक का सहारा लिया गया । नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रचार-प्रसार हेतु नाटक के संचालक श्रीमंत कला संचार सांस्कृतिक दल राजीव नगर रोड नंबर 21 पटना से आए हुए कलाकार द्वारा मखदुमपुर प्रखंड के पंचायत पश्चिमी सरेन, कुमारडीह, कचनामा गांव में आयोजित किया गया । 


इस किसान चौपाल में पंचायत के मुखिया श्रीमती सविता देवी, पंचायत के सरपंच माही यादव, सहायक तकनीकी प्रबंधक पूजा कुमारी, कृषि समन्वयक सत्येंद्र नारायण गौतम, किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार ने भी नुक्कड़ नाटक में शामिल होकर किसानों जागरूक किया। इनलोगों ने किसानों से पराली न जलाने का भी आग्रह किया। किसानों को स्प्रिंकलर से सिंचाई एवं ड्रिप सिंचाई बिल शोध एवं अन्य कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को इस नुक्कड़ नाटक में दिखाया गया। इसके बाद कृषि विभाग के अधिकारी ने किसानों को कृषि विकास में चलाए जा रहे  योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दिया। 


वर्मी कंपोस्ट, सिंचाई  प्रणाली, स्प्रिंकलर, ड्रिप सिंचाई, चना, मसूर, गेहूं को बीज शुद्ध करने की तरीका की भी जानकारी दिया। कृषि यंत्रीकरण योजना किसानों के लिए दिया जा रहा है । इसके लिए कृषि यंत्रीकरण मेला का भी आयोजन जल्द ही किया जाएगा। इसमें किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र दिए जा रहे हैं। पैक्स में धान खरीदारी किया जा रहा है। उसके बारे में बताया गया एवं कृषि संबंधित अन्य जानकारी दिया गया। किसान बिरेंद्र प्रसाद, देवेंद्र कुमार, सुरेश प्रसाद, मृत्युंजय कुमार एवं शंकर किसान उपस्थित हुए थे।

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Wednesday, 23 November 2022

जहानाबाद में किसानों को बीजोपचार की प्रशिक्षण सह शुद्धिकरण की जानकारी दी गई

 जहानाबाद में किसानों को बीजोपचार की प्रशिक्षण सह जानकारी दी गई 

जहानाबाद जिले के प्रखंड मखदुमपुर के पंचायत पूर्वी सरेन के पंचायत कृषि कार्यालय टेंहटा में आज बुधवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा केंद्रीय टीम के द्वारा बीज उपचार अभियान के अंतर्गत किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


 इस कार्यक्रम में बताया गया कि किसानों के लिए 14 सप्ताह तक प्रशिक्षण चलेगा और यह प्रशिक्षण सप्ताह में 1 दिन होगा । आज प्रशिक्षण का प्रथम सप्ताह का शुभारंभ किया गया। किसान कल्याण मंत्रालय पटना से आए पदाधिकारी, सहायक वनस्पति अधिकारी, सहायक वनस्पति रक्षा अधिकारी कुलदीप कुमार ,श्री रविंद्र प्रसाद सिंह सहायक वनस्पति रक्षा अधिकारी श्री राजेश यादव ,सहायक वनस्पति रक्षा अधिकारी श्री सुरेंद्र प्रसाद साह  सहायक वैज्ञानिक के साथ कृषि समन्वयक सत्येंद्र नारायण गौतम, किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार ने किसानों को बीज टीकाकरण के बारे में एवं फसल सुरक्षा कार्यक्रम के बारे में बताएं।


  बीज उपचार क्यों जरूरी है एवं बीज उपचार कैसे करें । इसकी जानकारी पंचायत के किसानों को दी गई। साथ ही बीज उपचार किस दवा से करें। ये भी बताया गया। दलहन फसल चना, मसूर एवं गेहूं का शोध करने के लिए तरीका बताया गया। जिसने फफूंद जनित रोग, मिट्टी जनित कीट के लिए, सूत्र क्रीमी के लिए कौन कौन सा दवा का प्रयोग कर बीज को शुद्ध करें । इसके बारे में वहां उपस्थित किसानों को जानकारी दी गई।


 ट्राइकोडरमा कार्बेंडाजिम जानकारियां विस्तार से बताया गया। इस गोष्ठी में ये भी बताया गया कि जिस तरह से मनुष्यों के लिए पोलियो का टीका जरूरी है ठीक उसी तरह से कोरोना की टीका भी जरूरी है । उसी तरह से बीज को भी शोध करने की आवश्यकता है ताकि  पौधे का नुकसान ना हो । किसान कृष्णा प्रसाद ,संजय कुमार, सुरेंद्र कुमार, अनिता कुमारी, पूनम देवी, दिनेश प्रसाद, मथुरा प्रसाद समेत सैकड़ों किसान इस गोष्ठी में भाग लिए।

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Wednesday, 16 November 2022

किसानों को चना, मसूर और गेहूं बीज का होम डिलीवरी

किसानों को चना, मसूर और गेहूं बीज का होम डिलीवरी होने से राहत

बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड के पूर्वी सरेन एवं पश्चिमी सरेन के किसानों को पंचायत के किसान सलाहकार नंदकिशोर कुमार के द्वारा कृषि विभाग द्वारा बिहार निगम का बीज चना, गेहूं और मसूर का बीज उनके घरों तक होम डिलीवरी के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है।



यह बीज का वितरण कृषि विभाग के द्वारा अनुदानित दर पर चना, गेंहू और मसूर का बीज वितरण किया जा रहा है। इसका लाभ मखदुमपुर के पूर्वी सरेन और पश्चिमी सरेन के किसानों को भी मिल रहा है। 


बिहार सरकार के नीतियों के कारण अब किसानों को भीड़भाड़ में शहर जाकर दुकानों से बीज खरीदने या लाने की जरूरत नही पड़ रहा है बल्कि पंचायत के किसान सलाहकार खुद ही किसानों के घर जा जाकर बीज पहुंचा रहे है। इस तरह की प्रक्रिया से किसानों को काफी सहूलियत मिल रहा है। कृषि विभाग के इस निर्णय का प्रशंसा खुद मखदुमपुर के किसान कर रहे हैं ।



www.operafast.com के टीम से बात करते समय सरेन पंचायत के किसान कल प्रसाद, हजारी प्रसाद, प्रेमचंद कुमार और विनोद कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए बताते हैं कि पंचायत के किसान सलाहकार नंदकिशोर कुमार के कारण ही ये बीज होम डिलीवरी के माध्यम से घर तक पहुंचा है अन्यथा मखदुमपुर ब्लॉक जाकर लाना पड़ता।

 
होम डिलीवरी होने से समय के साथ साथ आने जाने में लगने वाले पैसों की भी बचत हो गई। खासकर सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें भीड़भाड़ में लाइन में लगना पड़ता जिससे राहत मिल गया।

Tuesday, 15 November 2022

मंत्रिपरिषद की बैठक में खाली पदों पर नियुक्ति, अनुपस्थित डॉक्टर की बर्खास्तगी के साथ अरबों रुपए की योजना पास


मंत्रिपरिषद की बैठक में खाली पदों पर नियुक्ति, अनुपस्थित डॉक्टर की बर्खास्तगी के साथ अरबों रुपए की योजना पास 
आज बिहार सरकार ने पटना सचिवालय में मंत्री परिषद की बैठक की कार्यवाही की गई, जिसकी अध्यक्षता बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने किया । इस मंत्री परिषद की बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिए गए। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

नगर विकास एवं आवास विभाग

आवास और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्गत मार्गदर्शिका के प्रावधानों एवं समय समय पर प्राप्त होने वाले दिशानिर्देशों के आलोक में बैठक किया गया जिसमे राज्य के सभी नगर निकायों में अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन 2.0 योजना के कार्यान्वयन की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें राज्य स्तरीय उच्च शक्ति प्राप्त संचालन समिति एवं राज्य स्तरीय तकनीकी समिति के गठन की मंजूरी दी गई जिसमें केंद्र सरकार की राशि 26 सौ 20 करोड़ को एवं इसके अनुपातिक जैसे 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों के लिए परियोजना लागत का 75%, एक लाख से 10,00,000 तक आबादी वाले शहरों के लिए लागत का दो तिहाई, एक लाख से कम आबादी वाले शहर के लिए 50% कार्य करने के लिए राशि स्वीकृत किया गया है।

         (पुराना फाइल फोटो)

2. नगर विकास एवं आवास विभाग

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्गत मार्गदर्शिका एवं समय समय पर प्राप्त होने वाले दिशा निर्देशों के आलोक में राज्य के सभी नगर निकायों में स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 योजना के कार्यान्वयन की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई।

केंद्रीय सरकार की तरफ से दिया गया राशि 01 हजार 2 सौ 04 करोड़ 80 लाख रुपया व्यक्तिगत तौर पर शौचालय निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण एवं सार्वजनिक शौचालय के अंतर्गत 37.90 करोड़, संयुक्त जल प्रबंधन के अंतर्गत 666.5 करोड़ , ठोस अवशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत 341.10 करोड़ , सूचना, शिक्षा, संचार और व्यवहार परिवर्तन के लिए 106 करोड़ , क्षमता संवर्धन , कौशल विकास, ज्ञान संवर्धन के अंतर्गत 53.30 करोड़ की राशि और ठीक इसके अनुपात में राज्य सरकार व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक शौचालय एवं 10 लाख से अधिक आबादी के 75%, 1 लाख से 10 लाख तक आबादी वाले शहरों के लिए 67% , एक लाख से कम आबादी वाले शहरों के लिए 50%, प्रयुक्त जल प्रबंधन के अंतर्गत एक लाख से कम आबादी वाले शहरों के लिए 50% , सूचना संचार और व्यवहार परिवर्तन एवं क्षमता संवर्धन कौशल विकास ज्ञान प्रबंधन के लिए 40% की राशि खर्च करने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की जाती है।

3. मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग


बिहार सरकार आकस्मिक निधि से ₹25 करोड़ अग्रिम की राशि की स्वीकृति मध्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के लिए स्वीकृत करती है।


स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य विभाग के डॉ मंजू कुमारी चिकित्सा पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नीमचक बथानी गया को दिनांक 300 2016 से लगातार रूप से अनुपस्थित रहने के आरोप में सेवा से बर्खास्त करने के संबंध में प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है।


सहकारिता विभाग

बिहार सहकारिता प्रशासनिक सेवा संभाग भर्ती एवं सेवा शर्त नियमावली 2011 के अध्याय 4 के नियमों की कंडिका 3 एवं 5 को दिनांक 15/05/2018 के प्रभाव से निरूपित करते हुए बिहार सहकारिता प्रशासनिक सेवा संभव भर्ती एवं सेवा सबसे संशोधन नियमावली 2022 के गठन की स्वीकृति प्रदान की गई।

सामान्य प्रशासन विभाग

जाति आधारित गणना का कार्य पूर्ण करने हेतु निर्धारित समय सीमा फरवरी 2023 को विस्तारित कर मई 2023 तक करने पर मंत्रिपरिषद की स्वीकृति प्रदान हुई।


वित्त विभाग

पंचम केंद्रीय वेतनमान में वेतन और पेंशन प्राप्त कर रहे राज्य सरकार के सरकारी सेवकों पेंशन भोगियों पारिवारिक पेंशन भोगियों को दिनांक 1 साथ 2022 के प्रभाव से 381% के आसान स्थान पर 396 प्रतिशत महंगाई भत्ता राहत की स्वीकृति की जाती है।

वित्त विभाग

छठा केंद्रीय वेतनमान में वेतन, पेंशन प्राप्त कर रहे राज्य सरकार के सरकारी सेवकों, पेंशन भोगियों, पारिवारिक पेंशन भोगियों को दिनांक 1जुलाई 2022 के प्रभाव से 203% के स्थान पर 212% महंगाई भत्ता राहत की स्वीकृति प्रदान की जाती है।


खान एवं भूतत्व विभाग

पटना भोजपुर सागर तथा अन्य जिला अंतर्गत नदियों से अवैध बालू खनन परिवहन पर अंकुश लगाने हेतु हाईएस्ट पीक के बोर्ड चयन एवं अन्य उपस्कर क्रय करने हेतु बिहार आकस्मिकता निधि से ₹5 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की जाती है।

विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग


विज्ञान एवं प्रवैधिकी विभाग के अंतर्गत राजकीय महिला पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर में फूड प्रोसेसिंग एंड प्रिजर्वेशन पाठ्यक्रम एवं राजकीय पॉलिटेक्निक नवादा में माइनिंग इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम हेतु कुल 14 शैक्षणिक पदों हेतु प्रत्येक संस्थान में 01 विभाग अध्यक्ष एवं 06 व्याख्याता के पद के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई है।


विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग

विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के अंतर्गत मुजफ्फरपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुजफ्फरपुर एमआईटी, मुजफ्फरपुर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम हेतु 12 (बारह) शैक्षणिक पदों की सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई जिसमे

प्राध्यापक      01

सह प्राध्यापक 03

सहायक अध्यापक 08 
तथा लोक नायक जयप्रकाश प्रौद्योगिकी संस्थान छपरा एवं महाविद्यालय कटिहार अभियंत्रण महाविद्यालय कटिहार में फूड प्रोसेसिंग एंड प्रिजर्वेशन पाठ्यक्रम हेतु प्रत्येक संस्थान के लिए 12 अतिरिक्त शैक्षणिक पदों जैसे 
प्राध्यापक            01
सह प्रध्यापक        03
सहायक अध्यापक 08 
अर्थात कुल 36 शैक्षणिक पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई।

Sunday, 13 November 2022

जानें क्या कहता है आज आपका राशिफल 13 नवंबर 2022

      आज का राशिफल            13/11/2022 दिन रविवार

ज्योतिष शास्त्र के गणना के हिसाब से 12 राशियां होती है। राशिफल की गणना ग्रह नक्षत्र की गति पर निर्भर करता है। ये 12 राशियां कमश मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, और मीन राशि है। तो हम आपको इन सभी 12 राशियों का ग्रहफल बताएंगे। यह ग्रहफल विभिन्न ज्योतिष शास्त्र के गणनाओं का संकलन है। यह राशिफल www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


मेष राशि :- पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शैक्षणिक कार्य में बाधा का सामना करना पड़ सकता है।व्यवसायिक वर्ग को अपने व्यापार में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। माता पिता का स्वस्थ पर ध्यान दें। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। काम समय पर करें , देर करने पर नुकसान का सामना करना पड़ेगा।

वृष राशि:- वृष राशि वाले कोई भी काम शिद्दत से करेंगे । घर पर मेहमानों का आगमन होगा। अपने बच्चों पर ध्यान दें। माता पिता के साथ खुशियों को साझा करें। वाणी में मधुरता बनाए रखें ।आपके कार्यक्षेत्र में आपके सीनियर का सहयोग मिलेगा। यात्रा के योग बन रहे हैं।


मिथुन राशि :- मिथुन राशि वाले को अपने कार्य क्षेत्र में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। व्यर्थ के झगड़े या वाद विवाद से बचें। आर्थिक क्षेत्र से लाभ मिलेगा अपने बातों से किसी बड़े बुजुर्ग को आहत ना करें। आपको अपने प्रियजनों से प्रेम मिलेगा।

कर्क राशि :- कर्क राशि वाले आज अपने जीत की खुशी दोस्तो के साथ बांट सकते हैं। इससे मन प्रसन्न रहेगा। धन प्राप्ति का अवसर प्राप्त होगा। अपने परिवार के साथ खुशी के पल बिताने पार्क या सिनेमा जा सकते हैं। आपके व्यापार में सुधार होगा। आय में वृद्धि होगी। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा।

सिंह राशि :- सिंह राशि वाले आज आपके बिगड़े हुए काम बनेंगे। प्रयास से पीछे न हटें। मनोरंजन पर कुछ ज्यादा खर्चे होंगे। अपने बच्चों पर ध्यान दें , उनको जरूरत के अनुसार ही मदद करें। आज पुराने मित्र से मुलाकात संभव है। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई सुखद समाचार मिल सकता है।

कन्या राशि :- कन्या राशि वाले को आज काम काज के क्षेत्र में नुकसान हो सकता है। धैर्य धारण रखें। सेहत पर ध्यान दें। दूसरे को मदद करें। वाद विवाद में अपने आप पर नियंत्रण रखें। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।

तुला राशि :- तुला राशि वाले को धैर्यशील बनना चाहिए। दोस्तों के साथ वाद विवाद और झगड़े न करें। आय में वृद्धि होगी। खर्च भी बढ़ेंगे। रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। शराब से दूर रहें। बिना विचारे पैसे देने से बाद में परेशानी होगी। ऐसा कोई बात न करें जिससे घर के लोग नाराज हों।

वृश्चिक राशि:- दिल के मरीज को कॉफी पीने से आज परेशानी का सामना करना पड़ेगा। काम का प्रेशर रहेगा। कोई रिश्तेदार पैसा मांगेगा। प्रेमी एक दूसरे के भावनाओं को समझेंगे। एकांत में आनंद महसूस करेंगे। व्यर्थ का क्रोध न करें अन्यथा मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। धार्मिक स्थान पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। आपके पिता से वैचारिक मदभेद हो सकते है।

धनु राशि :- क्रोध से बचें, मन शांत रखें। नौकरी में स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। खर्चों में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में आपके सीनियर का सहयोग मिलेगा। रहन सहन पर थोड़ा कष्ट मय प्रतीत होगा। दान पुण्य करें इससे मानसिक संतोष मिलेगा। कोर्ट कचहरी में अगर कोई मामला है तो विजय मिलेगा। धन लाभ होने का संभावना है। काम के अधिक दबाव से झुंझलाहट महसूस करेंगे।

मकर राशि :- मकर राशि को ज्यादा चिंता और तनाव आपके सेहतबपर असर करेगी। मानसिक रूप से संयम बरते। अटके हुए मामले और उलझेगें। छोटी छोटी बात पर आपके प्रिय से झगड़ा हो सकता है। अपना गुस्सा जीवन साथी पर निकालने से बचें। आशा निराशा का भाव मन में पैदा होंगे। लाभ के अवसर मिलेंगे। स्वास्थ्य पर ध्यान रखे। कार्यभार में वृद्धि होगा। स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है।

कुंभ राशि :- बातचीत में संयत रखे, मानसिक शांति अवश्य मिलेगा। तरक्की के अवसर मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। खर्च बढ़ेंगे। पुराने मित्रों से भेंट या बातचीत होगी। जीवनसाथी से मदभेद संभव है। रियल स्टेट में निवेश करने से अच्छा मुनाफा मिलेगा। घर में कोई बड़े बदलाव करने से पहले अपने बड़े से सलाह मशविरा अवश्य कर लें। आज आप अपने जीवन साथी को सरप्राइज़ से सकते हैं।

मीन राशि :- मीन राशि अपना नियत दूसरे के प्रति साफ रखें अन्यथा मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। किसी की बुराई के बजाय भलाई पर ध्यान दें। पैसे की समस्या आ सकती है। आपके भरपूर ऊर्जा और जबरदस्त उत्साह से सकारात्मक परिणाम मिल सकता है। घरेलू तनाव से दूर रहें। आपके हसने हंसाने का अंदाज दूसरों को भाएगा। पुराने मित्र को देखकर कुछ सबक सीखने का मौका मिलेगा। परिवार की जिम्मेदारी बढ़ेगी। पिता का सहयोग मिलेगा। आज आपका दिनचर्या अस्त व्यस्त रहेगा।

Saturday, 12 November 2022

सचिवालय कर्मी में संविदा बहाली एवं पदनाम परिवर्तन नहीं होने के कारण आक्रोश व्याप्त


सचिवालय कर्मी में संविदा बहाली एवं पदनाम परिवर्तन नहीं होने के कारण आक्रोश व्याप्त

पटना शुक्रवार को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा बिहार सचिवालय सेवा के अवर सचिव और प्रशाखा पदाधिकारी के पद पर संविदा नियोजन हेतु सेवानिवृत्त पदाधिकारियों से आवेदन मांगे गए हैं।इससे प्रोन्नति की आस लगाए उन कर्मियों पदाधिकारियों में काफी रोष है जिनकी प्रोन्नति अहर्ता पूरी करने का बावजूद भी नही दी जा रही है।इसी बीच सचिवालय सेवा के मूल कोटि का पदनाम विकास आयुक्त की अनुसंशा और वित्त विभाग के अनुमोदन के बाद भी सहायक से बदलकर सहायक प्रशाखा पदाधिकारी नही किये जाने पर विधान पार्षद श्री रामबली सिंह के प्रश्न के उत्तर पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा तथ्यों से परे उत्तर देते हुए ग्रुप बी के सचिवालय सहायकों की तुलना परिचारी एवम अनुसेवक से करने पर भारी नाराजगी उतपन्न हो गयी है। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



आज अपराह्न 1 बजे बिहार सचिवालय सेवा के सदस्यों द्वारा भारी संख्या में उपस्थित होकर विकास भवन के सामने श्री दारोगा राय की मूर्ति के सामने इन दोनों मुद्दों पर आक्रोश प्रकट किया गया। संघ के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रोन्नति के पदों पर सेवानिवृत्त संविदा नियुक्ति के विज्ञापन को रद्द नही किया गया और पदनाम परिवर्तन नही किया गया तो संघ सोमवार को इन दोनों पत्रों की प्रति का सार्वजनिक रूप से अग्निदहन करेगा एवं आगे की कार्रवाई करेगा। 


उनका कहना है कि साजिश के तहत क्रमिक रूप से एक खास सेवा संवर्ग का मनोबल तोड़ा जा रहा है।आक्रोश सभा में पुरानी पेंशन आन्दोलन के प्रांतीय अध्यक्ष वरुण पांडेय और संघ के पदाधिकारी प्रभात ठाकुर, सूरज कुमार, दीपक कुमार, पंकज कुमार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

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Wednesday, 9 November 2022

पुरानी पेंशन बहाली हेतु ट्विटर अभियान चलाया गया

पुरानी पेंशन बहाली हेतु ट्विटर अभियान चलाया गया

पटना (09.11.2022) नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन मतलब पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन की बिहार इकाई ने दिनांक 9 नवंबर बुधवार को माननीय उपमुख्यमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर"ट्विटर अभियान" चलाया गया। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



पूर्व में भी माननीय उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा विधानमंडल में तथा अन्य जगहों पर पुरानी पेंशन बहाली के संबंध में बातें कही गई है तथा राष्ट्रीय जनता दल के घोषणापत्र में भी पुरानी पेंशन बहाली का जिक्र रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आज बुधवार को माननीय उपमुख्यमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर ट्विटर के माध्यम से माननीय उपमुख्यमंत्री को उनके पुराने वादे को याद दिलाया गया, जिसके तहत ट्विटर पर माननीय उपमुख्यमंत्री को टैग करते हुए

"तेजस्वी भैया वादा निभाओ,

पुरानी पेंशन बहाल करो"

का पोस्ट राज्य भर के सभी एनपीएस कर्मियों द्वारा ट्वीटर पर ट्रेंड करवाया गया, तथा माननीय उपमुख्यमंत्री को जन्मदिवस की शुभकामना दी गई। ट्विटर पर यह मैसेज लगातार दिनभर ट्रेंड करता रहा।


यहां हम आपको बता दें कि पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा जोर शोर से चल रहा है। यह मुद्दा बिहार ही नहीं बल्कि हिंदुस्तान के अन्य राज्यों में भी चल रहा है। इस तरह का अभियान चलाकर राजस्थान, छतीशगढ़ एवम् झारखंड के राज्य सरकार के एनपीएस कर्मी पुरानी पेंशन पाने में सफल रहा है। यहां तक कि केंद्रीय कर्मचारी भी गाहे बगाहे पुरानी पेंशन का मामला उठाते रहे हैं।

जैसा कि आप जानते है कि सरकारी कर्मचारियों को मिलने बाला मूल वेतन का आधा और महंगाई भत्ता के रूप पुरानी पेंशन दिया जाता था जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई ने 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बंद कर न्यू पेंशन स्कीम लेकर आए थे जिसका परिणाम आज 17 वर्षों बाद देखने को मिल रहा है। इस न्यू पेंशन में मिलने वाली मासिक पेंशन 1500 से 2000 के आसपास रहता है जिससे कर्मी अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है।

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