Thursday, 29 September 2022

हमीरपुर की रिक्शा चलाने वाली बहादुर महिला


हमीरपुर की रिक्शा चलाने वाली बहादुर महिला

आपने बहुत से लोगों को रिक्शा, टमटम, ऑटो रिक्शा चलाते हुए देखा होगा । इसमें महिला या पुरुष कोई भी हो सकता है। लेकिन कई क्षेत्रों में महिलाएं भी आगे निकल रही है । कई शहरों में कहीं कहीं टेंपो चलाते हुए भी महिलाएं नजर आ जाती है । लेकिन सबसे बड़ी गर्व की बात है या फिर या दुख की बात है कि एक महिला को अपने बच्चों की भरण-पोषण करने के लिए रिक्शा चलाना पड़ रहा है।





उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के हमीरपुर जिला के कुरारा ब्लाक अंतर्गत बदनपुर नामक गांव एक है। जहां की एक कर्मठ महिला है। जो हमीर पुर की सड़कों पर रिक्शा चलाती है। यह महिला अपने पति के नशे से तंग आकर अपने बच्चों के भरण पोषण के लिए रिक्शा चलाते हुई सड़कों पर नजर आती है।

 यह महिला वह काम कर रही है जिसे देखकर पुरुष भी दांतो तले उंगली दबा लेते हैं । अब यह महिला इतनी पढ़ी-लिखी तो है नहीं, कि हवाई जहाज का पायलट या ट्रेन का ड्राइवर बन सके। इतनी पूंजी भी नहीं ट्रक, बस , टेंपो या ऑटो रिक्शा खरीद सकें। लेकिन भगवान ने उसके बाजू में वह ताकत जरूर दी है कि अपने अपने पौरुष से सम्मान पूर्वक परिवार का भरण पोषण लालन पालन कर सकें। इस महिला का नाम फूलमती देवी है जो अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है । बहुत सी महिलाएं अपने पति की नशे की आदत से तंग आकर गलत कदम उठा लेती है। लेकिन फूलमती देवी अपने हिम्मत और बल से रिक्शा चलाकर सवारियां ढोती है। वह भी हमीरपुर से बदनपुर तक, जहां की खुद रहने वाली है। गांव के लोगों से कोई दिक्कत नही । रिक्शे चलाकर मिले चंद रुपयों से अपने पति के साथ-साथ बच्चों का भी देखभाल करती है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

उस क्षेत्र के विधायक और सांसद को चाहिए कि ऐसे परिश्रमी महिला जो अपने हिम्मत से आगे बढ़कर मुकाम हासिल करना चाहती है उसे सरकार की ओर से मदद देकर उसके पथ को अग्रसर किया जाना चाहिए ।


हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक साध्वी निरंजन ज्योति है जबकि उसी क्षेत्र से विजित सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल है।

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Wednesday, 28 September 2022

Good news for Indian Railways employees, 78 days bonus will be given on this day

भारतीय रेलवे के कर्मचारियों को खुशखबरी, इस दिन मिलेगा 78 दिन का बोनस

भारतीय रेलवे के कर्मचारियों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है उन्हें जल्द ही उनके बोनस के रूप में 17951 रुपए उनके खाते में जमा हो सकती है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

केंद्रीय मंत्रिमंडल केंद्रीय मंत्रिमंडल आज बुधवार 28/09/2022 को वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए भारतीय रेलवे के पात्र अराजपत्रित कर्मचारियों को 78 दिन के वेतन के बराबर प्रोडक्टिविटी से जुड़े बोनस की मंजूरी मिलने की घोषणा हो गया है ।




यह बोनस प्रतिवर्ष भारतीय रेलवे अपने कर्मचारियों को लगभग 78 दिन के वेतन के बराबर उन्हें बोनस के रूप में देती है यह वित्त वर्ष 2021-2022 के लिए भी समान रहने की संभावना है।


Probable date for declaration of Bonus is 28.09.2022 and probably date payment is on 02.10.2022.

Govt may announce same Bonus as last year Productivity Linked Bonus (PLB) equivalent to 78 days' wages for the financial year 2021-22 .

The wage calculation ceiling prescribed for payment of PLB is Rs 7000 per month. The maximum amount payable is Rs 17,951 for 78 days.


Formula to Calculate PLB

BONUS FOR THIS YEAR : 78 Days

CALCULATION.

CEILING Rs. 7000 per month

So 7000×12 months = 84000

One Day wage : 84000/365= 230.13

230.13×78 = 17951.


बोनस की घोषणा की तिथि 28/06/2022

बोनस क्रेडिट करने की तिथि 02/10/2022

बोनस दिन :- 78

बोनस की राशि -17951

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Tuesday, 27 September 2022

मंत्रिपरिषद की बैठक में राजस्व विभाग में 7600 पदों पर नियुक्ति हेतु लगी मुहर

  मंत्रिपरिषद की बैठक में राजस्व विभाग में 7600 पदों पर नियुक्ति हेतु लगी मुहर

आज मंगलवार को पटना सचिवालय में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंत्री परिषद की बैठक की कार्यवाही की गई जिसमें कई मामलों पर विचार विमर्श किया गया और स्वीकृति प्रदान की गई। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।

तो आइए आज हम इस विषय पर बात करेंगे कि मुख्यमंत्री नीतीश जी की अध्यक्षता में किन-किन प्रस्तावों को पास किया गया और क्या क्या निर्णय लिया गया।


  अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के नियंत्रण इन बिहार बक्सर न्यायाधिकरण पटना हेतु एक चालक के पद का सृजन किया गया।

2. कला संस्कृति एवं युवा विभाग

कला संस्कृति एवं युवा विभाग संग्रहालय निदेशालय बिहार के अंतर्गत वैशाली में बुध सम्यक दर्शन संग्रहालय स्मृति स्तूप की स्थापना तथा उनके सुचारू रूप से संचालन हेतु विभिन्न कोटि के कुल 27 पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई।

3. गृह विभाग (कारा)

गृह विभाग (कारा) अरवल एवं उप कारा पालीगंज के विभिन्न कोटि के क्रमशः 102 पद एवं 98 पद अर्थात कुल 200 पदों के सृजन की स्वीकृति प्रदान की गई।


4. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग

राज्य के जलाशयों में समग्र मातिस्यकी के विकास हेतु बिहार राज्य जलाशय नीति 2022 की स्वीकृति प्रदान की गई।

5. सूचना प्रावैधिकी विभाग 

वित्त वर्ष 2022-2023 में योजना मद के अंतर्गत बिहार राज्य आकस्मिकता निधि से एक राशि 43,93,85,000.00 ( तैतालिस करोड़ तिरानवें लाख पचासी हजार रुपए) मात्र अग्रिम की स्वीकृति के प्रदान की गई है।

6. ग्रामीण विकास विभाग

वित्तीय वर्ष 2022-2023 में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के क्रियान्वयन हेतु ग्रामीण विकास विभाग के मांग संख्या 42 के अंतर्गत राज्यांश मद में 34,000.00 लाख रुपया  (तीन सौ चालीस करोड़ रुपए ) की राशि की बिहार राज आकस्मिकता निधि से अग्रिम की स्वीकृति प्रदान की गई।


7. श्रम संसाधन विभाग

बिहार औद्योगिक प्रशिक्षण अनुदेशक संवर्ग नियमावली 2018 में संशोधन के फलस्वरूप बिहार औद्योगिक प्रशिक्षण नियमावली 2022 के गठन हेतु स्वीकृति प्रदान की गई


8. संसदीय कार्य विभाग


बिहार विधान मंडल में सदस्यों का वेतन भत्ता, पेंशन नियमावली 2006 के नियम 15 में संशोधन करने की प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान किया गया जिसमे  24000 यूनिट के स्थान पर 30,000 यूनिट की प्रतिस्थापना के साथ स्वीकृति प्रदान की गई ।

9. संसदीय कार्य विभाग

बिहार विधान परिषद में कार्यकारी सचिव के पद पर अनुभवी पदाधिकारी श्री विनोद कुमार निदेशक कार्यकारी सचिव की सेवानिवृत्ति के उपरांत संविदा के आधार पर 01.10. 2022 से 1 वर्ष के लिए नियोजन से सबंधित स्वीकृति प्रदान किया गया।


10. वित विभाग

बिहार न्यायिक सेवा के पदाधिकारियों का वेतन जो 01.01..2016 के बाद से वेतन वृद्धि को पुनरीक्षित किया गया।

11. स्वास्थ्य विभाग

बिहार राज्य के पारा मेडिकल, डेंटल नर्सिंग तथा फार्मेसी शिक्षण संस्थानों ( राज्य सरकार के सात निश्चय सहित) के विभिन्न पाठ्यक्रमों जैसे पारा मेडिकल, डेंटल पाठ्यक्रमों जैसे पारा मेडिकल, पारा डेंटल पाठ्यक्रमों डिप्लोमा एवं मास्टर डिग्री, बीएससी नर्सिंग,  पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग  एवं एमएससी नर्सिंग तथा फार्मेसी पाठ्यक्रम डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा एवम फार्म डी में इंटर्नशिप अनिवार्य व्यवसियाकी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र छात्राओं को 1500/- प्रतिमाह छात्रवृति भुगतान करने हेतु स्वीकृति प्रदान की गई।


12. विज्ञान एवम प्रावैधिकी विभाग 

बिहार राज्य के पॉलीटेक्निक संस्थानों में संचालित डिप्लोमा स्थानीय अभियंत्रण प्रोग्राम के पाठ्यक्रम  को परिणाम आधारित बनाने एवं प्रौद्योगिकी में अद्यतन प्रगति के अनुरूप विकसित करने हेतु का परामर्श एवं प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान भोपाल को नामित कर उक्त कार्य करने के लिए कुल ₹70 लाख की स्वीकृति तथा वित्तीय वर्ष 2022-2023 में उक्त राशि बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षा परिषद पटना को निर्गत करने हेतु स्वीकृति प्रदान किया गया।


13. नगर विकास एवम आवास विभाग


राज्य निर्वाचन आयोग, बिहार, पटना से प्राप्त अनुरोध के आलोक में बिहार वित नियमावली के नियम 131 के प्रावधानों के अंतर्गत नगर पालिका आम निर्वाचन 2022 के अवसर पर ईवीएम पावर पैक का क्रय भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड बेंगलुरू से एवं पिंक पेपर सील एवं ग्रीन पेपर सील का क्रय एवं मुद्रण सरस्वती प्रेस लिमिटेड कोलकाता से नामांकन के आधार पर किए जाने से संबंधित स्वीकृति प्रदान की गई।


14. नगर विकास एवम आवास विभाग


नगर पालिका आम निर्वाचन 2022 के अवसर पर मतदान एवं मतगणना प्रक्रिया का लाइव वेबकास्टिंग कराए जाने एवं ईवीएम के डिस्प्ले से प्राप्त हो रहे आंकड़े का ओसीआर पद्धति द्वारा मतगणना परिणाम प्राप्त करने हेतु राज्य निर्वाचन आयोग बिहार के अनुशंसा के आलोक में नामांकन के आधार पर आईटीआई लिमिटेड को एजेंसी के रूप में दर्ज कराने हेतु स्वीकृति प्रदान किया गया।

15. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग

बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु राज्य योजना मद से तीन सौ तिरसठ करोड़ छब्बीस लाख  पचासी हजार रुपए की स्वीकृति दिलायी गई  एवं संविदा आधारित 7595 पदों जिसमें विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी  259 पद,  विशेष सर्वेक्षण कानूनगो 518 पद,  विशेष सर्वेक्षण नवीन 6305 एवं विशेष सर्वेक्षक रिपीट 518 पदों पर बहाली हेतु पदों का सृजन किया गया।

16. निर्वाचन विभाग

बिहार वित संशोधन नियमावली के नियम 131 के तहत नामांकन के आधार पर प्राधिकृत एजेंसी में सरस्वती प्रेस लिमिटेड कोलकाता को नई विशेषताओं से युक्त PVC EPIC (होलोग्राम सहित) के स्थान पर अन्य विशिष्टयों युक्त पीवीसी ईपीसी होलोग्राम रहित के मुद्रण के लिए ₹9 प्रति आदत भुगतान करने लिए नियम की स्वीकृति प्रदान किया जाता है।


पुरानी पेंशन बहाली हेतु संकल्प दिवस मनाएगा बिहार एनएमओपीएस

पुरानी पेंशन बहाली हेतु संकल्प दिवस मनाएगा बिहार एनएमओपीएस 

सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से पुरानी पेंशन का मुद्दा लगातार जोर पकड़ता जा रहा है। राजस्थान, झारखंड, छतीशगढ़ में पुरानी पेंशन लागू करने के घोषणा के साथ ही अन्य राज्यों के भी एनपीएस आच्छादित कर्मचारी पूरे जोश से अपने अपने राज्य सरकार पर जिस तरह से पुरानी पेंशन की बहाली के लिए दबाव बना रहे है उससे लगता है कि शीघ्र हीं विवस होकर राज्य सरकार को भी पुरानी पेंशन नीति फिर से बहाल करने पड़ेगी। यह समाचार आप www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



इसी सिलसिले में नेशनल मूवमेंट फोर ओल्ड पेंशन स्कीम की बिहार टीम आगामी गांधी जयंती के अवसर पर राज्य स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में आयोजित की जाने वाली पुरानी पेंशन संकल्प दिवस हेतु अपने कर्मियों के लिए एक दिशा निर्देश जारी किया है।

इस दिन 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर राज्य एवम जिला की टीम के द्वारा अपने अपने मुख्यालय में पुरानी पेंशन पर आयोजित कार्यक्रम में गांधी जी के मूर्ति या फोटो पर माल्यार्पण करते हुए एनपीएस की समाप्ति तक संघर्ष करने का संकल्प लिया जाएगा।




एनएमओपीएस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वरुण पाण्डेय ने कहा कि 2 अक्टूबर को एनपीएस अच्छादित कर्मी ट्विटर पर हैश टैग अभियान चलाएंगे जिसका हैश टैग प्रारूप भी जल्द ही तय कर लेंगे। साथ ही सभी जिला टीम द्वारा अपने अपने क्षेत्र के माननीय विधान मंडल के सदस्यों या सांसदों को पुरानी पेंशन बहाली से संबंधित आवेदन पत्र सौंपेंगे जिसका प्रारूप राज्य टीम शीघ्र ही उपलब्ध कराएगा। इस दिन जिला टीम द्वारा पूर्ण प्रयास किया जाएगा स्थानीय विधायक सांसद इनकी मांगों को समर्थन में माननीय प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री ।उपमुख्यमंत्री को एक अनुरोध पत्र लिखें ।

बिहार नेशनल मूवमेंट फौज की पेंशन स्कीम के राजस्थानी एक टीम द्वारा जारी निर्देश में आगे कहा गया है कि इस दिन कार्यक्रम में संकल्प लेते हुए फोटो को खींच कर सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक शेयर किया जाएगा जिसमें फेसबुक ट्विटर व्हाट्सएप प्रमुख है इसके साथ ही सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया के माध्यम से जोर शोर से प्रचार प्रसार किया जाएगा ।

1 अक्टूबर को वृद्धजन दिवस के अवसर पर सभी एनपीएस अच्छादित कर्मियों के द्वारा अपने अपने क्षेत्र में वृद्धजन को सम्मानित करेंगे जिससे यह आशा जागेगी कि वृद्ध होने पर हमे भी इतना ही सम्मान प्राप्त हो सके साथ बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन बहाल हो।

Saturday, 24 September 2022

सोनू सूद के कार्यक्रम में मनीष कश्यप और आयोजकों के बीच क्या हुआ था।



सोनू सूद के कार्यक्रम में मनीष कश्यप और आयोजकों के बीच क्या हुआ था

जानते हैं आप सोनू सूद बिहार क्यों आए थे ? उनको बिहार किसने बुलाया था। और किस तरह से आदर्श आनंद ने रो गाकर अपनी भद्द पिटवा दी। अगर आप जानेंगे तो आपके पैरों तले की जमीन भले ना खिसके, लेकिन आप यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि यहां कहानी होती कुछ और है। बताइए कुछ और जाती है। और आप समझते कुछ और हैं। यह समाचार www.operafast.com  पर रहे हैं।


दरअसल सोनू सूद को बिहार मनीष कश्यप ने नहीं बुलाया था मतलब कि सोनू सूद मनीष कश्यप के कहने पर बिहार नहीं आए थे बल्कि उन्हें श्री नरेंद्र एवं विजयलक्ष्मी ने बुलाया था। उन्हें बुलाया गया था क्योंकि पटना के बापू सभागार में एक फैशन शो का एक कार्यक्रम था उस फैशन शो का नाम था फेस ऑफ पाटलिपुत्र सीजन 3। उसमें लड़के और लड़कियां शिरकत कर रहे थे। जिस के मुख्य अतिथि के तौर पर सोनू सूद को बुलाया गया था। सोनू सूद बिहार इसलिए आए थे क्योंकि बिहार में एक अस्पताल और एक स्कूल उन्हें खोलना था जिसमें गरीब के बच्चे पढ़ सके और एक ऐसा अस्पताल जिसमें गरीब का इलाज हो सके।



सोनू सूद बिहार आ तो गए। एयरपोर्ट पर उतर भी गए। उन्हें वहां जाना है जैसा कि जिस ने बुलाया था। वह हवाई अड्डा पर रिसीव भी करने गया। लेकिन सोनू सूद को मनीष कश्यप का गाड़ी शायद ज्यादा पसंद आ गया था। वह उस आर्गेनाइजेशन के गाड़ी में ना बैठकर के मनीष कश्यप के गाड़ी में बैठ गए। इस खेल के शुरू होने से पहले की कहानी हम बताते हैं। सोनू सूद के आगमन के बारे में मनीष कश्यप ने जमकर प्रचार किया था। जिससे सभी को लग रहा था कि पटना के गांधी मैदान स्थित बापू सभागार में बहुत जबरदस्त भीड़ रहेगी। इसलिए आयोजक ने बापू सभागार में सोनू सूद के कार्यक्रम के लिए शिरकत करने वालों के लिए टिकट निर्धारित कर दी। टिकट का दर इतना हाई रख दिया गया कि आम आदमी उस टिकट को खरीद ही नहीं सकता। 1500 , 600, और ₹300 रुपए। लेकिन जब वह सब टिकट बिका ही नहीं तो फिर उसका दाम आधा कर दिया गया यानी ₹1500 का क्रिकेट का दर 700, ₹600 का क्रिकेट 300 और 300 रुपए के टिकट का दर 150 रुपए।



सोनू सूद पटना के एयरपोर्ट पर उतर चुके थे मनीष कश्यप सोनू सूद को अपने गाड़ी में बैठा चुके थे। सोनू सूद लिट्टी चोखा खा रहे थे। बिहार के तरफदारी में 4 शब्द बोल रहे थे। फिर भी सोनू सूद के आने के उपलक्ष में बापू सभागार भर ही नहीं रहा था। टिकट बुकिंग नहीं हो रहा था । बहुत से लोगों को लगता था कि सोनू सूद आए थे और बापू सभागार भीड़ से खचाखच भरा था। उस सभागार में 5000 लोग बैठ सकते थे लेकिन सच तो यह है कि हजार से डेढ़ हजार लोग ही उस हाल में मौजूद थे। उसमें भी तकरीबन करीब 300 पत्रकार होंगें। अब पत्रकार इसलिए आए थे क्योंकि मनीष कश्यप ने सभी को आमंत्रित किया था। जैसे ही सोनू सूद मनीष कश्यप के गाड़ी में बैठे हैं वैसे ही पूरी कहानी पलट गई। 

 शाम 4:00 बजे तक सोनू सूद को बापू सभागार में आना था लेकिन शाम 7:00 बजे तक को सभागार में आएं नहीं। क्योंकि बापू सभागार भर नहीं रहा था। टिकट बिक नहीं रहा था। इसलिए सोनू सूद से पहले मनीष कश्यप आए और मनीष कश्यप के साथ वहां कुछ ऐसा मामला हुआ कि मैं सच सच यहां लिख नहीं सकता। जिसके बाद मनीष कश्यप गायब हो गए। कहां गायब हो गए जो कोई नहीं जानता। सोनू सूद का कार्यक्रम हुए, सोनू सूद ने बिहार की तारीफ की उन्होंने लिट्टी चोखा की तारीफ की। कुछ गाने पर ठुमके लगाए। वहां पर सब का कार्यक्रम हुआ। अगर किसी का कार्यक्रम नहीं हुआ तो वह था मनीष कश्यप का कार्यक्रम। मनीष कश्यप को सोनू सूद के मंच पर खड़े होकर भाषण देने थे। आदर्श आनंद का कार्यक्रम होना था। धन्यवाद की एक लड़की थी जो एक पाव पर चलकर आई थी उसका कार्यक्रम होना था। कुछ और साथी भी गांव के थे जो सोनू सूद पर कुछ रैंप सॉन्ग गाने आए थे। सोनू सूद खान सर से मिलने वाले थे। सोनू सूद एसके झा सर से मिलने वाले थे।



सोनू सूद के मंच पर शिवेश मिश्रा का कार्यक्रम होने वाला था। उसी मंच पर बिहार के बड़े-बड़े कलाकारों का कार्यक्रम होने वाला था। लेकिन किसी का नहीं हुआ क्योंकि मनीष कश्यप और उस ऑर्गनाइजेशन से कुछ बिगड़ सी हो गई थी।


बिगड़ी ऐसी कि मनीष कश्यप उस मंच पर चढ़ें ही नहीं। वह मंच पर चढ़े ही नहीं या फिर उन्हें चढ़ने ही नहीं दिया गया। आप फोटो में खुद ही देख लीजिए कि उस मंच पर सोनू सूद के बगल में मनीष कश्यप नजर आ रहे हैं? जब मनीष कश्यप ही मंच पर नजर नहीं आ रहे हैं तो फिर मनीष कश्यप ने जिसे बुलाया है वह फिर मंच पर कैसे नजर आ सकता है। सोनू सूद की मुलाकात ग्रेजुएट चाय वाली से भी होने वाली थी। लेकिन सोनू सूद उससे भी नहीं मिल पाए। मतलब यह समझ लीजिए कि मनीष कश्यप और उस ऑर्गेनाइजेशन से बिगाड़ से हुई । तो उस मंच पर मनीष कश्यप नजर नहीं आए तो सभी लोगों ने , जिस जिस को मनीष कश्यप ने बुलाया था उसने तुरंत ही ये बात भी भाप लिया कि गड़बड़ जरूर कुछ हुई है।


अगर बात करें प्रेस कान्फ्रेस करके मनीष कश्यप की गलती सिद्ध करने वाले का।जी हां। मनीष कश्यप से इतना गलती तो जरूर हुई है कि भागलपुर से कॉमेडियन आनंद आदर्श आया है इतना बड़ा कलाकार आया है जिसका फोन ना उठाने की गलती तो कम से कम ना करनी चाहिए थी। बल्कि फोन करके यह बता देना चाहिए था कि आदर्श भाई सब गड़बड़ हो गया है। हम जो सोचकर बुलाए थे वो सब यहां नही हो पाएगा।

हम को माफ कर दीजिए। आगे से हम ऐसी गलती नहीं करेंगे। इसका पूरा ख्याल रखेंगे। मनीष कश्यप की गलती इतना जरूर है कि उन्होंने आपको भाई समझा। हां उन्होंने आदर्श आनंद को दिलासा दिया कि सोनू सूद के मंच पर आप का कार्यक्रम होगा। लेकिन वह सब नहीं हो पाया। उल्टा आपका खर्चा लग गया उल्टा आपको ठहरने के लिए एक ऐसा होटल दे दिया गया जिसमें मनीष कश्यप नहीं आ सकते। 
इतना तो समझ में आता है कि 2.5 मिलियन फॉलोवर होने के बाद उसके ठहराने के लिए कितना भव्य होटल देना चाहिए। उसे पीने के लिए कितना शानदार विशलैरी के पानी देना चाहिए। 

आदर्श आनंद आपने वह सब बिहार के लोगों को बताया जो नहीं बताना चाहिए था। आपने बताया कि बिहार के धरती पर बिहार के लोगों का अपमान नहीं होना चाहिए। आपका कुछ हो ना हो लेकिन आपको फूल इज्जत मिलनी चाहिए। जब मैं मिले तो दूसरे की इज्जत और चड्डी उछालनी चाहिए। किसी की इज्जत कैसे उतारने चाहिए ऐसा भला आप से अच्छा कौन जानता है। लेकिन जरा सोचिए कि धनबाद से एक लड़की एक पाव पर आई थी। उसका एक पाव नहीं था। वह सोनू सूद से मिलने आई थी। अगर वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही होती तो क्या होता। लोगों की सहानुभूति आपसे ज्यादा कहीं उस लड़की को मिलती। लेकिन जानते हैं उस लड़की ने ऐसा क्यों नहीं किया। क्योंकि वह जानती थी ऐसा हम करेंगे तो बिहार की इज्जत बढेगी नहीं बल्कि घटेगी। ये आपसी मामला है आपसी मामले को आपसी स्तर पर बैठकर सुधारना चाहिए। ऐसा तो है नहीं कि मनीष कश्यप से आपके बनती नहीं है। 

ऐसा भी नहीं है कि फोन पर बातचीत नहीं होती है। ऐसा भी तो नहीं है कि आपका पूछ लेना देना मनीष कश्यप से नहीं है। उन्होंने आपका इंटरव्यू किया है जिस पर 4 से 5 मिलीयन व्यू भी आया है। आराम से बाद में भी फोन कर सकते थे।

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Friday, 23 September 2022

सोनू सूद के कार्यक्रम में अव्यवस्था के जिम्मेदार कौन Manish Kasyap या ...?

 

सोनू सूद के कार्यक्रम में अव्यवस्था के जिम्मेदार कौन मनीष कश्यप या ...?

बिहार के पावन धरती पर रियल हीरो सोनू सूद को बिहार वासियों ने तहे दिल से स्वागत किया । बिहारवासियों ने कहा कि सोनू सूद अच्छे कार्य के साथ ईमानदारी की मिसाल खुद हैं । साथ ही मनीष कश्यप भी ऐसे ईमानदार और मददगार हैं कि  बिहार के हर जिले में 2 ऐसे मसीहा सोनू सूद और मनीष कश्यप की जरूरत है। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



मनीष कश्यप और उनके पूरे टीम शुक्रिया के पात्र हैं जिन्होंने मुंबई के सबसे अच्छे एक्टर गरीबों का मसीहा श्री सोनू सूद जी को बिहार में बहुत जबरदस्त तरीके से उनका स्वागत किया और साथ ही साथ बिहार के प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी चोखा भी खिलाया। 




जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मुंबई के एक्टर श्री सोनू सूद जी का बिहार आगमन होने पर उनका कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान के बापू सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में इतना गहमा गहमी था कि कार्यक्रम की सफलता पर प्रश्न चिन्ह लग गया । ठीक वैसे ही जैसे बिहार के गांवों में शादी ब्याह या किसी कार्यक्रम के अवसर पर वैश्या का नाच होता है और सभी लोग आयोजक की बात ना मानते हुए स्टेज पर चढ़ने को व्याकुल दिखते हैं। 


चाहे जो भी हो सोनू अपने कार्यक्रम के पहले या बाद में सभी लोगों से मिलें इसी क्रम में भोजपुर के बड़हरा के शंकर सिंह से मिले, जो एक स्कूल चलाते हैं और शंकर सिंह का शरीर का 90% हिस्सा काम न करने के बाबजूद उन्होंने ने आईआईटी जैसी परीक्षा में सफलता पाई थी।


इतना सब कुछ सफलता पूर्वक होने के बाद भी कुछ कमियां रह गई। सभी को कार्यक्रम स्थल पर जाने का मौका नही मिला। कुछ लोगों को बुलाने के बाबजूद परफॉर्मेंस का अवसर नहीं मिला तो इसका दोषी कौन है ? मनीष काश्यप या इवेंट आयोजक।

कुछ वीडियो ऐसे भी सामने आए हैं जिसमे कहा जा रहा है अंदर इतनी अवव्यस्था था की आयोजक किसी की बात ही नही सुन पा रहा था। इसलिए मनीष काश्यप 10-15 मिनट ही स्पीच दे पाए उसके बाद खिसक लिए। 

ऐसे इसमें कोई शक नहीं है कि हर संघर्ष करने वाला मनुष्य एक दिन विजेता बनता है हर एक इंसान को इंसानियत की जिंदगी में उसकी कष्ट निवारण करने हेतु अपना उपयोगि समय के साथ साथ धन से तहे दिल से सहायता देने वाला महान कहलाता है। एसे ही है हमारे सोनू सूद और मनीष काश्यप। ऐसे महान व्यक्तित्व वाले इंसान जो अपने कठिन परिश्रम से कमाए धन से गरीब, असहाय और जरूरत मंद को कोरोना काल में बिहार वासियों के लिए सोनू सूद ने जो किया वो भुलाया नही जा सकता।


अगर आपने मनीष काश्यप का वीडियो देखा होगा तो मालूम होगा कि मनीष कश्यप ने खुद कहा था ये सब होने के बाद मेरा विरोध होगा । आज साबित भी हो गया । लेकिन मैं आपसे भी सहमत हूं क्योंकि सबको बोलने का अधिकार हैं । 

एक साथ सभी को संतुष्ट करना असम्भव है। दुख का कारण लोभ ,मोह है शायद इसी कारण आदर्श आनंद को हर जगह प्रेस कांफ्रेंस करते देखा जा रहा है कि उन्हें मौका नहीं मिला। वो दो दिनों से बिना खाए पिए और सोए इस कार्यक्रम में परफॉरमेंस की तैयारी कर रहे थे और यहां पटना आने के बाद सन ऑफ बिहार मनीष कश्यप फोन नही उठाए या मैसेज का जवाब नही दिया। लेकिन जिसको मौका मिला होगा वो बहुत खुश होगा। लेकिन हकीकत यही है कि सभी को खुश नही किया जा सकता है।  यही बिहार की पहचान है और शायद ये सदियों तक कायम रहेगी । लेकिन ये बातें समाज को आईना दिखा रही हैं एक बेहतर बिहार बनाने के लिए। ये सच्चाई रही है अच्छा क्रेडिट सब लेंगे लेकिन बुरा का कोई नही।


मनीष कश्यप son of Bihar ने लाइव आकार आदर्श आनंद से और तमाम वहा पहुंचे लोगों से माफ़ी मांगे हैं ।

 लेकिन जिनको सोनू सूद से मुलाकात नही हुआ है। जो भी मनीष कश्यप का विरोध कर रहा है, सिर्फ और सिर्फ अपना टीआरपी या व्यू बढ़ने के लिए और कुछ नही।



आज जो बिहार के लिए मनीष कश्यप जी सोच रहे है इससे पहले कोई नहीं सोचा होगा। अब मनीष कश्यप सब के दिलो मे बस रहे है इससे कुछ लोगों की जलन होती है कुछ मीडिया बालो को मनीष कश्यप का विरोध करके ही व्यू और टीआरपी मिलती है इसलिए वो नीचा दिखाना चाहते है । यहां पर सभी टांग खींचने में ही बहादुरी दिखाता है कोई आगे बढ़ कर हाथ नहीं खींचता। सभी एक नेक इंसान को बदनाम करने पर लगा है।

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Monday, 19 September 2022

पंजाब में होगी पुरानी पेंशन बहाल, बिहार में इंतजार



पंजाब में होगी पुरानी पेंशन बहाल, बिहार में इंतजार


रामलीला मैदान दिल्ली में एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विजय कुमार बंधु एवं हजारों पेंशन विहीन साथियों के समक्ष दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने जो वादा किया था, उसे निभाने के क्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान द्वारा आज अपने मुख्य सचिव को पुरानी पेंशन बहाली की संभाव्यता और व्यवहार्यता तलाश करने का निदेश दिया गया है, इससे एनएमओपीएस की पूरी टीम में उम्मीद की एक किरण जगी है और अब उम्मीद जताया जा रहा है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड के पश्चात पंजाब चौथा राज्य होगा जहां पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा अगले कुछ दिनों में की जाएगी। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।



एनएमओपीएस बिहार के प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय द्वारा भी पंजाब सरकार की इस घोषणा का स्वागत किया गया और बिहार सरकार से भी अपील की गई कि बिहार में भी यथाशीघ्र पुरानी पेंशन की बहाली की जाए, उन्होंने बताया कि इस हेतु बिहार टीम द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है और नई सरकार के गठन के उपरांत माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय उपमुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने हेतु समय की मांग की गई है।

प्रदेश महासचिव श्री शशि भूषण द्वारा बताया गया कि एनएमओपीएस बिहार इस हेतु लगातार संघर्षरत है और पिछले 1 सितंबर (बिहार में पुरानी पेंशन बहाली के काला दिन) को एनएमओपीएस के बैनर तले प्रदेश के लगभग सभी सेवा संवर्ग संगठनों द्वारा काला बिल्ला लगाकर शांतिपूर्ण तरीके से नई पेंशन योजना का विरोध जताया गया।



वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अनिरुद्ध प्रसाद द्वारा पंजाब सरकार की इस घोषणा से हर्ष व्यक्त करते हुए कहा गया कि हम लोगों का संघर्ष रंग ला रहा है और जब तक शत-प्रतिशत पुरानी पेंशन की बहाली नहीं हो जाती तब तक हम लोग ऐसे ही संघर्ष करते रहेंगे।


प्रदेश उपाध्यक्ष श्री संजीव तिवारी द्वारा बताया गया कि पंजाब सरकार की इस घोषणा से हमारी मांग और मजबूत हुई है और अब हम लोग पुनः नई ऊर्जा के साथ अपनी मांग के समर्थन में खड़े होंगे.उन्होंने बताया कि आगामी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश भर के सभी जिला टीम को निदेश दिया गया है कि उस दिन को 'पेंशन संकल्प दिवस' के रूप में मनाया जाए तथा राष्ट्रपिता के जन्म दिवस के अवसर पर यह संकल्प लिया जाए की जब तक पुरानी पेंशन की बहाली नहीं हो जाती तब तक हम लोग संघर्ष करते रहेंगे।


मुख्य प्रवक्ता श्री संतोष कुमार द्वारा आह्वान किया गया कि प्रत्येक जिला टीम अपने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से राज्य में पुरानी पेंशन की बहाली हेतु माननीय मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री को पत्र लिखवाने का प्रयास करें ताकि यह मामला और मजबूती से सरकार के समक्ष आ सके।


प्रदेश विधिक सलाहकार श्री शंकर प्रसाद सिंह के द्वारा बताया गया कि पुरानी पेंशन सभी कर्मियों का संवैधानिक अधिकार हैं तथा हम इस मांग को नई सरकार के समक्ष मजबूती से रखेंगे।

प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी श्री सूरज कुमार द्वारा बताया गया कि 2 अक्टूबर को ट्विटर अभियान भी चलाया जाएगा ।

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Saturday, 17 September 2022

पेशाब कर हिंदू इलाके में सब्जी बेचने वाला शरीफ गिरफ्तार


सब्जी पर पेशाब कर हिंदू बहुल इलाके में बेचने वाला शरीफ गिरफ्तार


उत्तर प्रदेश के बरेली में एक सब्जी विक्रेता द्वारा अपने ठेले के सब्जी पर पेशाब करने का मामला आया है। ये सब्जी के विक्रेता मुस्लिम है और हिंदू मुहल्ले में घूम घूम कर 35 वर्षो से सब्जी बेच रहा है। यह समाचार 
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दरअसल ये मामला यूपी के बरेली जिले के जनकपुरी का है। यहां एक शरीफ खां नाम का मुस्लिम सब्जी विक्रेता शुक्रवार के शाम जनकपुरी में घूम घूमकर सब्जी बेच रहा था। पार्क के पास पहुंचने पर उसने ठेला को रोक दिया। इसके बाद चारो ओर ध्यान से इधर उधर देखा कि उसे कोई देख तो नहीं रहा है, फिर आश्वस्त होने के बाद सब्जी लदे ठेले पर पेशाब कर दी।



बरेली में सब्जी विक्रेता का ठेले पर पेशाब करने का वीडियो वायरल हो रहा है। जनकपुरी पार्क के नजदीक कार सवार लोगों ने पकड़कर सब्जी विक्रेता को प्रेमनगर थाना पुलिस को सौंप दिया है।


एक सब्जी विक्रेता को कुछ लोगों ने सब्जी लदे ठेले पर पेशाब करते पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पूरे मामले का वीडियो भी बनाकर वायरल कर दिया। इस मामले में हिंदू जागरण मंच के नेता कर्मचारी नगर रोड निवासी दुर्गेश कुमार गुप्ता की ओर से थाना प्रेमनगर में सब्जी विक्रेता के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।


इस संबंध में हिंदू जागरण मंच के नेता और कर्मचारी नगर रोड के रहने वाले दुर्गेश कुमार गुप्ता ने प्रेम नगर थाना में सब्जी विक्रेता शरीफ खां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया।

दुर्गेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार शाम 3 बजे वे सड़क किनारे एक कार में कुछ लोग बैठे थे कि इज्जत नगर इलाके के गांव परतापुर निवासी शरीफ खान हिंदू बहुल इलाके में सब्जी बेचने से पहले पार्क के समीप ठेले में रखे सब्जी के ऊपर पेशाब करना सुरु कर दिया। यह देखकर उन्होंने मोबाइल से इसका वीडियो बना लिया। पेशाब करने के बाद ठेला आगे बढ़ा तो कार में बैठे लोगों ने शरीफ को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करने लगे। 

जब वीडियो बनाने की जानकारी मिली तो उसने पेशाब करने की बात मान लिया। इस तरह बाद विवाद में लोगों ने पकड़कर प्रेम नगर थाना के पुलिस के हवाले कर दिया।

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Friday, 16 September 2022

बिहार सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों को इधर उधर किया

बिहार सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों को इधर उधर किया

बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने आज गुरुवार को एक अधिसूचना जारी कर बिहार सरकार के भारतीय प्रशासनिक पदाधिकारियों का स्थानांतरण किया है । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


सामान्य प्रशासन विभाग के अनुसार श्री अमरेंद्र कुमार भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जो नवनियुक्त हैं उनको संयुक्त सचिव बिहार लोक सेवा आयोग पटना को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक सचिव, बिहार लोक सेवा आयोग पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है।

इसी तरह से श्री एस एम सुल्तान भारतीय प्रशासनिक सेवा के नवनियुक्त आयुक्त सचिव, पटना प्रमंडल को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक संयुक्त सचिव राजस्व भूमि सुधार विभाग बिहार पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है।

श्री रमेश कुमार झा भारतीय प्रशासनिक सेवा के संयुक्त निदेशक, समाज कल्याण विभाग, बिहार पटना को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक निदेशक, निशक्तता, बिहार पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है।


श्री राजेश चौधरी भारतीय प्रशासनिक सेवा आयुक्त के सचिव, पूर्णिया प्रमंडल को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक संयुक्त सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार पटना के पद पर पदस्थापित किया जाता है।

श्री यश्यासपति मिश्र भारतीय प्रशासनिक सेवा उपनिदेशक ब्रेडा, पटना का स्थानांतरण करते हुए अगले आदेश तक निदेशक, पटना के पद पर पदस्थापित किया जाता है ।

श्री सर्व नारायण यादव भारतीय प्रशासनिक सेवा क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी पटना प्रमंडल पटना को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक निदेशक, चकबंदी, बिहार सरकार पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है ।

श्री सत्यनारायण यादव को अगले आदेश तक संयुक्त सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग पटना के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।


श्री कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव भारतीय प्रशासनिक सेवा संयुक्त सचिव निर्वाचन विभाग बिहार पटना का स्थानांतरित करते हुए बिहार सचिव, राजस्व परिषद पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है।

श्री दिनेश कुमार राय भारतीय प्रशासनिक सेवा मुख्यमंत्री के आप्त सचिव को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक संयुक्त सचिव गृह विभाग बिहार पटना के पद पर पदस्थापित किया गया है।

श्री वीरेन्द्र प्रसाद भारतीय प्रशासनिक सेवा अपर समाहर्ता सह अपर जिला दण्डाधिकारी गोपालगंज को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक निदेशक सांस्कृतिक कार्य से बिहार पटना के पद पर पदस्थापित किया जाता है।

श्री अरूण कुमार ठाकुर, भारतीय प्रशासनिक सेवा उप विकास आयुक्त कटिहार को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक निदेशक नियोजन एवं प्रशिक्षण बिहार पटना के पद पर पदस्थापित किया जाता है।


श्री नवल किशोर भारतीय प्रशासनिक सेवा संयुक्त निदेशक चकबंदी मुख्यालय पटना को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक निदेशक अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग बिहार पटना के पद पर पदस्थापित किया जाता है।


श्री रवि भूषण भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सचिव बिहार लोक सेवा आयोग पटना को स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक संयुक्त सचिव बिहार लोक सेवा आयोग पटना के पद पर पदस्थापित कर दिया गया है।

Thursday, 15 September 2022

बिहार के पंचायतों में स्वच्छता हेतु कार्य योजना को लेकर बैठक

बिहार के पूर्वी पंचायत में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान पर बैठक 

बिहार राज्य के ग्राम पंचायत पूर्वी सरेन के पंचायत भवन में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत हमारा सुंदर गांव स्वच्छ गांव अभियान को सुचारू रूप से चलाने तथा कचरा प्रबंधन के बारे में बताने के लिए मुखिया सीता रानी कुमारी के अध्यक्षता में एक बैठक किया गया । यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं। 





 इस बैठक में मुखिया सीता रानी ने बताया कि लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच करने से मुक्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसे केंद्र सरकार का स्वच्छ भारत मिशन तथा राज्य संपोषित योजना से बिहार स्वच्छ करने के लिए निर्धारित प्रावधानों को पूरा किया जाना है। 



स्वच्छता अभियान की गतिविधियों से विभिन्न भागीदारों के द्वारा पंचायत के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता का आच्छादन करना है। इस अभियान में पंचायती राज के प्रतिनिधियों , संकुल स्तरीय संघ, ग्राम संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, निशक्त स्वयं सहायता समूह, सरकारी विभागों और गैर सरकारी संगठन को भी शामिल करना है।


 
बैठक मैं पंचायत पूर्वी सरेन के स्वच्छता पर्यवेक्षक रणधीर कुमार, किसान सलाहकार नंद किशोर कुमार, विकास मित्र सरीना कुमारी, कार्यपालक सहायक तथा सभी वार्ड सदस्य उपस्थित हुए बैठक के बाद सभी को स्वच्छता का शपथ दिलाया गया।


एक नजर नीचे भी डालिए-


Wednesday, 14 September 2022

पोस्ट ग्रेजुएट चायवाली का धमाल, अग्रेंजी ऑनर्स करने के बाद बेच रही चाय


पोस्ट ग्रेजुएट चायवाली का धमाल, अग्रेंजी ऑनर्स करने के बाद बेच रही चाय ।


जिस विश्वविद्यालय में पढ़ी थी नाज उसी विश्वविद्यालय गेट के सामने बेच रही है चाय ।

दरभंगा में पोस्ट ग्रेजुएट नाज आत्‍मनिर्भर चायवाली की हर तरफ चर्चा में है। दरभंगा जिला के घनश्यामपुर प्रखंड क्षेत्र की पहड्डी बेला गांव की रहने वाली है नाज अंग्रेजी ऑनर्स करने के बाद 10000 की नौकरी छोड़ बेच रही है चाय । ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।


नाज ने पोस्ट ग्रेजुएट की पढाई अंग्रेजी से की है ।



दरभंगा में पोस्ट ग्रेजुएट चाय वाली की चर्चा के बीच अब एक आत्‍मनिर्भर चायवाली भी अब बाजार में सुर्खियां बटोर रही है ।

पोस्ट ग्रेजुएट में अग्रेजी की पढ़ाई करने के बाद नाज को जब महज 10 हजार रुपए की नौकरी मिली तो उन्होंने चाय बेचने का फैसला किया।


इसके पीछे पटना में ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से चर्चा में आई मोनो की सफलता की कहानी भी नाज के लिए प्रेरणा बनी जिसके बाद फिर क्या था नाज नौकरी छोड़ परिवार को बिना बताए दरभंगा के ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी, श्याम माई मंदिर के मुख्य रास्ते के किनारे चाय बेचने लगी।


फोटो वाइरल होने के बाद जब घर वालो की इस बात का पता चला तो घर वालो ने नाज को बहुत समझाया बुझाया आप दुकान बंद करो पर वही दूसरे तरफ नाज की भावी सबाना का प्यार और स्पोर्ट नाज को मिलता था ।


नाज ने बताई है की पहले तो अनेकों प्रकार से भय हुआ पर लोगो का सपोर्ट हमें मिलता रहा जिससे आज हम पोस्ट ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से जाने जाते है ।


नाज उन तमाम बेरोजगार नवयुवकों के लिए और नव युवतियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है जो बेरोजगारी और बेरोजगारी चिल्लाते हैं और सरकार को कोसते हैं। इस आत्मसम्मानी एवं परिश्रमी युवती ने यह दिखा दिया है कि मेहनत से किया गया कोई भी कार्य सदैव सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है हिकारत की दृष्टि से नहीं।

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की पुत्री जब किसी होटल में एक वेटर का काम कर सकती है तब एक महान भारतीय युवती अपनी आजीविका के लिए चाय क्यों नहीं बेच सकती है।


दरभंगा की रहने वाली नाज ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी से प्राप्त ज्ञान के आधार पर अपने को आत्मनिर्भर करना, हिम्मत और आत्मविश्वास की प्रकाष्ठा है अन्यथा अधिकतर लोग मलाईदार सरकारी नौकरी के पीछे बूढ़े होने तक बाप पर आश्रित और सरकार को गाली दे दे कर अपने निकम्मेपन को छुपाने में लगे रहते हैं। इस नाज से शायद कुछ निकम्मे प्रेरणा ले सकें।


जब से पोस्ट ग्रेजुएट नाज चायवाली की खबरें सोशल मीडिया पर आनी शुरू हुई तब से कुछ लोगों को ये भी बोलते देखा गया है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नही होता है । लेकिन 14 वर्ष में मैट्रिक, 2 वर्ष इंटर , 3 वर्ष ग्रेजुएशन उसके बाद 2 वर्ष पोस्ट ग्रेजुएट । अगर चाय ही बेचना था तो क्या फायदा ऐसी शिक्षा व्यवस्था का। करोड़ों की यूनिवर्सिटी और टीचरो को लाखो में दिए गए सैलरी का । जब यही मापदंड है आत्मनिर्भरता का तो फिर मिडिल स्कूल की पढ़ाई के बाद बेसिक पढ़ाई बंद करके सिखाए की चाय में चीनी कितनी पानी चाहिए , पकोड़ा कैसे तलते है।


वहीं अन्य व्यक्ति के अनुसार जब इतना ही पढ़ी लिखी है तो चाय क्यों बेच रहीं है। अपने समाज के बच्चे को अच्छी शिक्षा देकर खुद किंग मेकर बन जाती। लेकिन नही भैया इन्हे तो पब्लिसिटी चाहिए। मानते हैं देश में गंदी राजनीती हो रहीं है लेकिन रजनीति की वजह से अपनी पब्लिसिटी करना ये कितना जायज है। मैं मानता हूँ इन जैसों का समर्थन करना भी अपराध है। दोस्तों संघर्ष ऐसी होनी चाहिए की कामयाबी खुद चल कर आये।