Friday, 22 November 2024

AAPAR CARD क्या है और क्यों है जरूरी

 

AAPAR कार्ड (Automated Aadhaar-based Payroll and Attendance Recording) एक ऐसी प्रणाली है जिसे भारत सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य श्रमिकों की पहचान, उपस्थिति और वेतन भुगतान को पारदर्शी और डिजिटल रूप से रिकॉर्ड करना है। यह खासकर उन क्षेत्रों में उपयोगी है जहाँ श्रमिकों का रिकॉर्ड रखना चुनौतीपूर्ण होता है, जैसे निर्माण कार्य, मनरेगा (MGNREGA) आदि। यह समाचार COMING Hindi News पर पढ़ रहे हैं।




AAPAR कार्ड के मुख्य उद्देश्य:

1. डिजिटल उपस्थिति प्रणाली: श्रमिकों की वास्तविक उपस्थिति का रिकॉर्ड रखने के लिए।

2. आधार-आधारित सत्यापन: श्रमिकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए इसे आधार से जोड़ा जाता है।

3. पारदर्शिता: भ्रष्टाचार और नकली उपस्थिति रिकॉर्ड की समस्या को रोकने के लिए।


4. तेजी से भुगतान: श्रमिकों के बैंक खातों में सीधे वेतन स्थानांतरित करने की सुविधा।


5. सरकारी योजनाओं का लाभ: इससे श्रमिक विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से उठा सकते हैं।

AAPAR कार्ड का उपयोग:

कार्य स्थल पर श्रमिक अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए इस कार्ड का उपयोग करते हैं।


इसमें एक डिजिटल प्रणाली होती है जो आधार और बायोमेट्रिक डेटा का उपयोग करती है।


यह डेटा सीधे एक केंद्रीकृत सर्वर पर स्टोर किया जाता है, जिससे वास्तविक समय में रिकॉर्ड बनाए जाते हैं।


अगर आप किसी योजना से संबंधित हैं और AAPAR कार्ड के बारे में जानकारी या आवेदन करना चाहते हैं, तो अपने क्षेत्र की संबंधित सरकारी एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं।

AAPAR CARD क्यों है जरूरी 

AAPAR कार्ड (Automated Aadhaar-based Payroll and Attendance Recording) जरूरी है क्योंकि यह श्रमिकों और सरकार दोनों के लिए कई समस्याओं का समाधान प्रदान करता है। इसके उपयोग के पीछे मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:


1. पारदर्शिता और जवाबदेही

श्रमिकों की उपस्थिति और काम के घंटे सटीक रूप से रिकॉर्ड किए जाते हैं।


इससे नकली श्रमिकों या फर्जी उपस्थिति की समस्या खत्म होती है।


श्रमिकों का रिकॉर्ड एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संग्रहीत होता है, जिससे डेटा में हेरफेर संभव नहीं है।

2. श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा


यह सुनिश्चित करता है कि श्रमिकों को उनके किए गए काम का सही भुगतान मिले।

किसी भी प्रकार के बिचौलिए या भ्रष्टाचार की संभावना को कम करता है।

3. सरकारी योजनाओं का सही क्रियान्वयन


योजनाओं जैसे मनरेगा (MGNREGA) में श्रमिकों को सीधे उनके बैंक खाते में भुगतान किया जाता है।

AAPAR कार्ड के जरिए यह सुनिश्चित होता है कि केवल योग्य लाभार्थी ही योजनाओं का लाभ उठाएं।


4. डिजिटल और सटीक डेटा प्रबंधन


श्रमिकों की वेतन प्रक्रिया तेज और सटीक होती है।


श्रमिकों के काम का डेटा किसी भी समय ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है।


5. श्रमिकों की पहचान सुनिश्चित करना

यह कार्ड आधार से लिंक होता है, जिससे हर श्रमिक की पहचान प्रमाणित होती है।

इससे सरकार को श्रमिकों के बारे में वास्तविक आंकड़े मिलते हैं।


6. भविष्य की योजनाओं में मदद


AAPAR कार्ड के माध्यम से प्राप्त डेटा का उपयोग श्रमिकों के लिए नई नीतियां और योजनाएं बनाने में किया जा सकता है।


इससे श्रमिकों की स्थिति का सही आकलन हो पाता है।

7. कार्यस्थल पर श्रमिकों का रिकॉर्ड


यह सुनिश्चित करता है कि कार्यस्थल पर सही संख्या में श्रमिक मौजूद हैं।


इससे परियोजनाओं की समय पर पूर्णता सुनिश्चित होती है।


निष्कर्ष:

AAPAR कार्ड न केवल श्रमिकों को उनके अधिकारों की गारंटी देता है, बल्कि सरकार और नियोक्ताओं को भी एक प्रभावी और पारदर्शी प्रणाली प्रदान करता है। यह श्रमिकों के शोषण को रोकने और डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।

Thursday, 21 November 2024

UP POLICE Constable Result 2024

UP POLICE Constable Result 2024

आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 की दिनांक 23, 24, 25 30 व 31 अगस्त 2024 को सम्पन्न लिखित परीक्षा के प्राप्तांकों की श्रेष्ठता, और आरक्षण के लम्बवत एवं क्षैतिज नियमों के अनुसार चयन प्रक्रिया के अगले चरण, अभिलेखों की संवीक्षा तथा शारीरिक मानक परीक्षण (DV / PST) हेतु अर्ह पाए गए अभ्यार्थियों की सूची एवं तत्संबंधी विज्ञप्ति बोर्ड की वेबसाईट uppbpb.gov.in पर जारी कर दी गई है। यह समाचार Coming Hindi News पर पढ़ रहे हैं।



अभ्यर्थी अपना परिणाम नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।
UP Police constable exam result 2024

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 की लिखित परीक्षा दिनाक 23, 24, 25 तथा 30, 31 अगस्त, 2024 तक कुल 10 पालियों में आयोजित की गयी थी।


उक्त भर्ती की लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्रों तथा उत्तर कुंजी पर समस्त स्रोतों से प्राप्त समस्त आपत्तियों पर गहन विचार करने के बाद तथा आवश्यकतानुसार विषय विशेषज्ञों के एकाधिक पैनल से अभिमत प्राप्त करने के बाद उपरोक्त कार्यवाही के आलोक में सभी आवश्यक संशोधन बोर्ड की वेबसाइट "https://uppbpb.gov.in/ पर परिणाम के लिंक में उपलब्ध है। अभ्यर्थी बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध संशोधित कुंजी से अपने उत्तर पत्रक का मिलान कर सकते हैं।


आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 की लिखित परीक्षा 10 पालियों में आयोजित किये जाने के कारण नियमावली के प्रावधानों व विज्ञप्ति में उल्लिखित प्रक्रिया के कम में प्राप्तांकों का प्रसामान्यीकरण करते हुये अंकों की श्रेष्ठता एवं उ०प्र०राज्य के आरक्षण के सुसंगत प्रावधानों के आधार पर श्रेणीवार विज्ञापित पदों के लगभग 2.5 गुना, कुल 1,74,316 अभ्यर्थियों को अभिलेखों की सवीक्षा एवं शारीरिक मानक परीक्षण हेतु आहूत किया जा रहा है। इसमें समान कट आफ अंक पाने वाले सभी अभ्यर्थियों को सम्मिलित किया गया है। विभिन्न श्रेणी के अन्तर्गत अभिलेखों की संवीक्षा एवं शारीरिक मानक परीक्षण हेतु बुलाये जाने बाले अभ्यर्थियों के प्रसामान्यीकृत कटऑफ़ जारी कर दी गई है।


कुछ अभ्यर्थी का कहना है कि इस बार जारी रिजल्ट में सिर्फ पास या फिर फेल का रिजल्ट ही बता रहा। यानी जो कट ऑफ से कम नंबर पाए हैं उन्हें कितना नंबर मिला यह उन्हें नहीं पता चल रहा है।

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Tuesday, 19 November 2024

बदल गया इन ट्रेनों का नंबर, यात्रा से पहले कर लें जांच

बदल गया इन ट्रेनों का नंबर, यात्रा से पहले कर लें जांच

अगर आप पूर्व तटीय रेलवे के ट्रेन से यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं तो अच्छी तरह से ट्रेन के नंबर को जांच लें क्योंकि पूर्व तटीय रेलवे ने अपने कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों का नंबर ही बदल दिया है। यह समाचार Coming Hindi News पर पढ़ रहे हैं।



आइए पूर्व तटीय रेलवे से चलने वाली या दूसरे राज्यों से पूर्व तटीय रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर आने वाली ट्रेन के नंबर को जान लेते हैं जिसका नंबर बदल दिया गया है। ऐसे इसके लिए 3 से 4 माह का समय दिया गया है।

1. Train no 20896 bhubaneswar Rameshwaram superfast का नंबर अब 20895 कर दिया गया है। यह बदलाव 07.03.2025 से प्रभावी होगा।

2. Train no 20895 Rameshwaram Rameshwaram superfast का नंबर अब 20896 कर दिया गया है। यह बदलाव 09.03.2025 से प्रभावी होगा।

3. Train no 12898 bhubaneswar - Puducherry superfast का नंबर अब 12897 कर दिया गया है। यह बदलाव 04.03.2025 से प्रभावी होगा।

4. Train no 12897 Puducherry - Bhubaneswar superfast का नंबर अब 12898 कर दिया गया है। यह बदलाव 05.03.2025 से प्रभावी होगा।

5. Train no 12830 bhubaneswar - Chennai Central superfast का नंबर अब 12829 कर दिया गया है। यह बदलाव 06.03.2025 से प्रभावी होगा।

6. Train no 12829 Chennai Central- Bhubaneswar superfast का नंबर अब 12830 कर दिया गया है। यह बदलाव 07. 03.2025 से प्रभावी होगा।

इसी तरह

7. ट्रेन नंबर 17488 बदलकर 18521 हो गया है। यह 01.03.2025 से प्रभावी होगा

8. ट्रेन नंबर 17487 बदलकर 18522 हो गया है और यह 01.03.2025 से प्रभावी होगा।

9. ट्रेन नंबर 18311 बदलकर 18523 हो गया है और यह 02.03.2025 से प्रभावी होगा।

10. ट्रेन नंबर 18312 बदलकर 18524 हो गया है और यह 03.03.2025 से प्रभावी होगा।

11. ट्रेन नंबर 22702 बदलकर 22876 हो गया है और यह 01.03.2025 से प्रभावी होगा ।

12. ट्रेन नंबर 22701 बदलकर 22875 हो गया है और यह 01.03.2025 से प्रभावी होगा।

13. ट्रेन नंबर 18514 बदलकर 18513 हो गया है और यह 01.03.2025 से प्रभावी होगा।

14. ट्रेन नंबर 18513 बदलकर 18514 हो गया है और यह 01.03.2025 से प्रभावी होगा।

Monday, 18 November 2024

घर पर खड़ी गाड़ी का चालान कैसे कट जाता है। जाने इसका कारण.....

घर पर खड़ी गाड़ी का चालान कैसे कट जाता है। जाने इसका कारण.....

सरकार ने यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए अक्सर नए नए प्रयास कर रही है। इसी के तहत कई राज्य में हाई मास्क कैमरे लगवाया गया है।

ऐसे में कई बार बाइक , कार या बस ट्रक चौराहे पर रेड लाइट को क्रॉस कर जाता है । या फिर ओवर स्पीड में चलता है। बिना हेलमेट का भी बाइक चलाने के चक्कर में चलन कट जाता है। इसके तहत यातायात पुलिस द्वारा लगाया गया हाई मास्क कैमरे से नए गाड़ियों का ऑटोमैटिक चालान हो जाता है। या फिर उसके नंबर पर ट्रैफिक पुलिस ऑनलाइन चालान कर देता है।



ऐसे सोशल मीडिया या न्यूज में देखने पढ़ने को मिल रहा है कि अब लोग दूसरे के फेक नंबर लगाकर गाड़ी रोड पर चलाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में ऑनलाइन चालान नियम के उल्लंघन करने वाले नंबर पर भेज दिया जाता है। लेकिन फेक नंबर रहने के कारण ये ओरिजिनल नंबर वाले स्वामी के नंबर पर चलन जा रहा है।इसलिए आज के समय कुछ कहा नहीं जा सकता है। अपना चालान से बचने के लिए दूसरे गाड़ी का नंबर यूज किया जा रहा है। कई बार तो 2 व्हीलर का नंबर प्लेट 4 व्हीलर पर तो कभी 4 व्हीलर का नंबर प्लेट 2 व्हीलर पर लगाया जाने के कारण ऐसा होता है।

घर पर खड़ी गाड़ी का चालान कैसे कट जाता है। जाने इसका कारण.....

घर पर खड़ी गाड़ी का चालान (फाइन) कटने के कुछ संभावित कारण हो सकते हैं। ये कारण आमतौर पर यातायात नियमों या स्थानीय नियमों के उल्लंघन से जुड़े होते हैं। यहाँ कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:

1. गलत पार्किंग

यदि गाड़ी को "नो पार्किंग" जोन में खड़ा किया गया है, तो चालान कट सकता है।

सार्वजनिक रास्ता, फुटपाथ, या किसी के गेट के सामने गाड़ी पार्क करना भी चालान का कारण बन सकता है।

2. वाहन की वैधता

यदि वाहन का इंश्योरेंस, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC), या आरटीओ रजिस्ट्रेशन अपडेट नहीं है, तो चालान कट सकता है, भले ही गाड़ी खड़ी हो।
सड़क परिवहन विभाग द्वारा ई-चालान जारी किया जा सकता है।

3. अवैध मोडिफिकेशन

यदि गाड़ी में कोई ऐसा संशोधन किया गया है जो नियमों का उल्लंघन करता है (जैसे- लाउड हॉर्न, अनधिकृत स्टीकर, या नंबर प्लेट का सही न होना), तो चालान हो सकता है।

4. सीसीटीवी द्वारा निगरानी

यदि गाड़ी को सीसीटीवी के माध्यम से ट्रैक किया गया और नियमों के उल्लंघन की जानकारी सामने आई, तो चालान जारी किया जा सकता है।

5. जमीन के स्वामित्व से संबंधित विवाद

यदि गाड़ी ऐसी जगह खड़ी है, जो किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति है, तो शिकायत दर्ज कर चालान कराया जा सकता है।

गाड़ी चालान से बचने का समाधान:

हमेशा वाहन के कागजात अपडेट रखें।

गाड़ी को सही और निर्धारित जगह पर पार्क करें।

समय-समय पर ई-चालान वेबसाइट या ऐप पर जांच करें।

यदि आपको लगे कि चालान गलत है, तो संबंधित विभाग में अपील कर सकते हैं।

अगर आपका चालान कट गया है, तो आप परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर इसे चेक और भुगतान कर सकते हैं।

Saturday, 16 November 2024

न्यू पम्बन ब्रिज का मैजेस्टिक दृश्य, उदघाटन को तैयार, जल्द ही रामेश्वरम तक जाएगी ट्रेन...

न्यू पम्बन ब्रिज का मैजेस्टिक दृश्य, उदघाटन को तैयार, जल्द ही रामेश्वरम तक जाएगी ट्रेन...

मंडपम और रामेश्वरम के बीच समुद्र को पर बना पंबन ब्रिज अब बनकर तैयार होने को है। अगर अप्रत्याशित रूप से कोई देरी नहीं हुई तो जल्द ही रामेश्वरम के लिए फिर से रेल सेवा शुरू हो जाएगी। क्योंकि पुल से संबंधित 99% कार्य पूरा हो चुका है। यह समाचार coming hindi news पर पढ़ रहे हैं।



जैसा कि आप जानते हैं कि पंबन समुद्री पुल की जीर्ण शीर्ण होने के कारण मौजूदा पुल के नजदीक ही एक नए पुल का निर्माण कार्य रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा 2019 में शुरू किया गया था।

लेकिन पुराने पुल पर ट्रेनों की आवाजाही दिसम्बर 2022 से रोक दी गई थी। ज्यादातर ट्रेन सेवा मंडपम और रामनाथपुरम तक ही चल रही है। लेकिन अब जल्द ही भारतीय रेलवे द्वारा रामेश्वरम तक ट्रेन चलायी जाएगी।

पंबन ब्रिज कहां हैं ?

पंबन ब्रिज भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक प्रमुख रेलवे ब्रिज है, जो पाक स्ट्रेट पर बना हुआ है। यह ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ता है और इसकी लंबाई लगभग 2.3 किलोमीटर है।

पंबन ब्रिज का निर्माण 1914 में हुआ था और यह उस समय भारत का सबसे लंबा सेतु था। यह ब्रिज भारतीय रेलवे के दक्षिणी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है और यहाँ से गुजरने वाली ट्रेनें तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक राज्यों को जोड़ती हैं।

पंबन ब्रिज की विशेषताएं:

1. लंबाई: 2.3 किलोमीटर

2. चौड़ाई: 3.65 मीटर

3. ऊंचाई: 12.8 मीटर

4. निर्माण वर्ष: 1914

5. सामग्री: स्टील और कंक्रीट


पंबन ब्रिज के महत्व:

1. रेलवे परिवहन: यह ब्रिज रेलवे परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

2. स्थानीय अर्थव्यवस्था: यह ब्रिज स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करता है।

3. पर्यटन: यह ब्रिज पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है।

4. सांस्कृतिक महत्व: यह ब्रिज तमिलनाडु की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

पंबन ब्रिज के निर्माण में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

1. जलवायु परिस्थितियाँ: पाक स्ट्रेट में तेज़ हवाएं और ऊंची लहरें होती हैं।

2. समुद्री जल: समुद्री जल के कारण सेतु के निर्माण में कई समस्याएं आईं।

3. भूमि की उपलब्धता: रामेश्वरम द्वीप पर भूमि की उपलब्धता कम थी।

इन चुनौतियों के बावजूद, पंबन ब्रिज का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हुआ और यह आज भी भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

Thursday, 14 November 2024

पुलिस केन्द्र गया में महिला सिपाही के द्वारा आत्महत्या के मामले में तीन अभियुक्त गिरफ्तार

गया पुलिस की त्वरित कार्रवाई, पुलिस केन्द्र गया में महिला सिपाही के द्वारा आत्महत्या के मामले में तीन अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार :- 

घटना का विवरण :-

दिनांक-11.11.2024 को पुलिस केंद्र, गया में प्रतिनियुक्त एक महिला सिपाही द्वारा आत्महत्या करने की सूचना प्राप्त होने पर, वरीय पुलिस अधीक्षक महोदय, गया के द्वारा स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था। साथ ही घटनास्थल को संरक्षित करते हुए FSL एवं तकनीकी टीम को भी बुलाया गया था। तत्पश्चात् शव को पोस्टमार्टम हेतु एन०एम०सी०एच० गया भेजा गया।



इस संबंध में रामपुर थाना कांड संख्या-588/24, दिनांक-11.11.2024, धारा- 103(1)/61 बी०एन०एस० दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।

गया पुलिस की कार्रवाई:-

वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक, गया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जिसमे नगर पुलिस उपाधीक्षक-2, रामपुर थानाध्यक्ष, रामपुर थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी/कर्मी तथा तकनीकी शाखा गया के पुलिस पदाधिकारी/कर्मी को शामिल किया गया।

उक्त गठित विशेष टीम के द्वारा इस कांड के अनुसंधान में आए हुए साक्ष्यों के आधार पर तकनिकी अनुसंधान एवं आसूचना संकलन कर इस कांड में संलिप्त अप्राथमिकी अभियुक्त 01. टिंकु कुमार, पे० अरविन्द प्रसाद, सा० मोहनचक, थाना इस्लामपुर, जिला नालंदा को एक मोबाईल फोन के साथ से गिरफ्तार किया गया तथा 02. चैतन्य कुमार, पे० महेश प्रसाद, सा० बरदीह, थाना इस्लामपुर, जिला नालंदा को एक मोबाईल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया।


गिरफ्तार टिंकु कुमार (मृतिका के जिजा) ने इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि मृतिका महिला सिपाही मेरी छोटी साली थी। जिससे मेरी काफी बातचीत होती थी। उसकी शादी बृजमोहन कुमार, पे० मिथलेश कुमार, सा० दयामचक, जिला नालन्दा से तय हो जाने के बाद वो मेरे से काफी कम बातचीत करने लगी थी। जिससे व्यथित होकर मैने बृजमोहन कुमार को अपने दोस्त (चैतन्य कुमार) के मोबाईल से व्हाट्सएप कॉल करके बोला कि मैं शिवम दरोगा बोल रहा हूँ तुम्हारा जिस लड़की से शादी तय हुआ है, वो लड़की ठीक नही है। जिसके बाद मेरे दोस्त (चैतन्य कुमार) ने भी बृजमोहन कुमार से बात कर मेरी बातो का पुष्टि करते हुए उससे अपना रिश्ता तोड़ लेने के लिए बोला। जिसके पश्चात् बृजमोहन कुमार के द्वारा मेरी साली (मृतिका महिला सिपाही) को कॉल करके मानसीक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया जिससे मेरी साली परेशान होकर आत्महत्या कर ली।

➤ तत्पश्चात् उक्त गठित टीम के द्वारा 03. बृजमोहन कुमार, पे० मिथलेश कुमार, सा० दयामचक, जिला नालन्दा को भी गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार अभुियक्तों का नाम / पता :-

• टिकु कुमार, पे० अरविन्द प्रसाद, सा० मोहनचक, • चैतन्य कुमार, पे० महेश प्रसाद, सा० बरदीह, दोनों थाना इस्लामपुर, जिला नालंदा।

• बृजमोहन कुमार, पे० मिथलेश कुमार, सा० दयामचक, जिला नालन्दा।


Wednesday, 13 November 2024

आर्म्स एक्ट के दो अभियुक्तों लुधियाना से गिरफ्तार कर लायी पुलिस



बिहार के जहानाबाद जिले की पुलिस द्वारा आर्म्स एक्ट में दर्ज प्राथमिकी के 2 अभियुक्त को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार कर के जहानाबाद ले लायी है। यह समाचार Coming Hindi News पर पढ़ रहे हैं।

यह गिरफ्तारी सिकरिया थाना कांड सं0-794/24, दिनांक 12.10.24 धारा-109/352 BNS एवं 27 आर्म्स एक्ट के प्राथमिकी के नामजद अभियुक्त गुंजन कुमार उर्फ सोनु राज, पे०-विनय सिंह उर्फ भोला सिंह, सा०-बारा, थाना-भगवानगंज, जिला-पटना एवं राहुल कुमार, पे०-गिरीश मुंडा, सा०-रामदेव चक, थाना-सिकरिया, जिला-जहानाबाद को GL रियल स्टेट नियर स्कूल, गोविन्द गढ़, थाना-पोकल प्वाइंट, जिला-लुधियाना (पंजाब) जो बैजनाथ सिंह, पे०-अनुप सिंह के घर से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जहानाबाद लाया गया।



उल्लेखनीय है कि दुर्गापूजा में कांड के वादी के उपर जान मारने के नियत से गोली चलाया गया था जिसमें गौरव कुमार सिंह, पे०-सुनील सिंह एवं पिंटु कुमार, पे०-चन्देश्वर ठाकुर दोनों सा०-बिस्टौल, थाना-सिकरिया, जिला-जहानाबाद जख्मी हो गए थे।

गिरफ्तारीः-

(1) गुंजन कुमार उर्फ सोनु राज, पे०-विनय सिंह उर्फ भोला सिंह, सा०-बारा, थाना-भगवानगंज, जिला-पटना

(2) राहुल कुमार, पे०-गिरीश मुंडा, सा०-रामदेव चक, थाना-सिकरिया, जिला-जहानाबाद

Monday, 11 November 2024

जहानाबाद पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए गुमशुदा लड़का को बरामद किया गया



जहानाबाद पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए गुमशुदा लड़का को बरामद किया गया।


आज दिनांक-11.11.24 को रणविजय कुमार सिन्हा, पिता-स्व० परशुराम सिंह, ग्राम-ओकरी वर्तमान पता निजामुद्वीनपुर, थाना-नगर, जिला-जहानाबाद जो किराये के मकान में रहते है के द्वारा एक लिखित आवेदन नगर थाना को दिया गया कि उनका पोता शुभम कुमार, उम्र 15 वर्ष कल शाम से घर से लापता है। यह समाचार COMING Hindi News पर पढ़ रहे हैं।



शुभम के दादा द्वारा बताया गया कि काफी खोजबीन करने के बाद भी इनके पोता के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। इस आवेदन पर नगर थाना द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 02 घंटे के अंदर गुमशुदा लड़का को जहानाबाद बस स्टैण्ड से सकुशल बरामद कर परिजन को सौंप दिया गया।

Saturday, 9 November 2024

बरौनी जंक्शन पर हुए हादसे की जांच रिपोर्ट सार्वनिक, मो. सुलेमान दोषी

बरौनी जंक्शन पर हुए हादसे की जांच रिपोर्ट सार्वनिक, मो. सुलेमान दोषी

दिनांक - 09.11.24 को बरौनी स्टेशन में ट्रेन नंबर 15204 के इंजन एवं कोच के बफर के बीच बरौनी स्टेशन पर कार्यरत पोर्टर अमर कुमार के दबने के संबंध में संयुक्त जाँच रिर्पोट को सार्वजनिक कर दिया है। यह समाचार COMING Hindi News पर पढ़ रहे हैं।इस जांच रिपोर्ट के अनुसार -


1. दिनांक 09.11.24 को लाईन सं० 06 (Platfrom) पर 15204 (लखनउ बरौनी एक्सप्रेस) 08:10 बजे आई। स्टेशन पर कार्यरत स्टेशन मास्टर (Main) द्वारा पॉइंट्समैन मो. सुलेमान एवं अमर कुमार को Engine detach करने के लिए भेजा। Engine को detach करने के दरम्यान इंजन एवं कोच के बफर के बीच पॉइंट्समैन अमर कुमार दब गया जिससे तत्काल उनकी मृत्यु हो गयी।

2. रेलवे कर्मचारी :- इस दुर्घटना के समय स्टेशन पर कार्यरत स्टेशन मास्टर (Main) नागमणि थे,  जिनका पोस्टिंग हेडक्वार्टर बरौनी जंक्शन है।

• लोको शंटर के रूप में राकेश रौशन की ड्यूटी थी।

• Pointsman - अमर कुमार एवं मो सुलेमान दोनों का पोस्टिंग हेड क्वार्टर भी बरौनी जंक्शन है।

इंजन का विवरण:- 22375, GKP WAP4, IA

3. निरीक्षण :-

a. इंजन संख्या 22375 एवं कोच LWLRRM 151578 Eco के साउथ साइड (हावड़ा इंड) के Side buffer के बीच कॉटावाला अमर कुमार दबा हुआ पाये गये एवं मृत थे।

b. स्टेशन पर लगे CCTV footage का अध्ययन किया गया जिसमें निम्न तथ्य सामने आयी।

> 15204 लाईन सं० - 06 में 08:10 पर आई।

> लोको शंटर द्वारा इंजन का चार्ज लगभग 08:12 में लिया।

> 15204 को 08:15 में लोड सहित Fueling point पर लाया गया Power car मे तेल हेतु।

> काँटावाला सुलेमान द्वारा 08:27 (लगभग) Buffer माँगा गया। पुनः हाथ के इशारे से आगे बढने का इशारा किया।

> लगभग 08:28 में पुनः हाथ के इशारे से पीछे करने का इशारा किया।

> लगभग 08:29 में पुनः सुलेमान द्वारा तेजी से पीछे से भागकर आया और आगे बढने का इशारा किया।

> 08:29 में कई लोग इंजन की ओर दौड़ते दिखा।

4.. इंजन एवं पावरकार ; LWLRRM) का CBC detached (समय 10:15) में करके शव को निकाला गया। 11:10 में Body को Track से हटाया गया एवं 12:15 में Ambulance के द्वारा Postmortem के लिए भेजा गया।

निष्कर्षः- रिपोर्ट में घटना का अवलोकन CCTV footage, गवाहों के ब्यान एवं उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर निष्कर्ष पर निकाला गया कि काँटावाला मो. सुलेमान एवं काँटावाला अमर कुमार के बीच उचित समन्वय एवं सामंजस्य की विफलता के कारण भ्रम की स्थिति में लोको शंटर को गलत संकेत मो. सुलेमान द्वारा दिया गया इशारा दुर्घटना का कारण बना।

जिम्मेदारी :- मो. सुलेमान (काँटावाला) / बरौनी





Tuesday, 5 November 2024

नही रहीं बिहार कोकिला, 72 वर्ष के आयु में निधन...

नही रहीं बिहार कोकिला, 72 वर्ष के आयु में निधन...

PATNA :- आज बिहार कोकिला लोक गायिका शारदा सिन्हा का दिल्ली के AIMS अस्पताल में निधन हो गया। वे 72 साल की थी। वे कैंसर से पीड़ित थी। उन्हें एम्स में वेंटिलेटर पर रखा गया था। वे आज रात 9 बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली। यह समाचार COMING Hindi News पर पढ़ रहे हैं।



शारदा सिन्हा एक प्रसिद्ध भारतीय गायिका थी , जो अपनी मधुर और भावनापूर्ण आवाज के लिए जानी जाती हैं। वह मुख्य रूप से भोजपुरी और मैथिली भाषाओं में गाती हैं, लेकिन उन्होंने हिंदी और अन्य भाषाओं में भी गाया है।


शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के दरभंगा जिले में हुआ था। उन्होंने अपने संगीत करियर की शुरुआत बहुत कम उम्र में की थी और जल्द ही उन्हें भोजपुरी और मैथिली संगीत जगत में एक प्रमुख गायिका के रूप में मान्यता मिली।

शारदा सिन्हा ने कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए हैं, जिनमें पद्म श्री, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान, शामिल है। उन्हें भोजपुरी और मैथिली संगीत में उनके योगदान के लिए कई अन्य पुरस्कार भी मिले हैं।


शारदा सिन्हा की गायन शैली में भावनात्मकता और गहराई है, जो उनके गीतों को बहुत ही भावपूर्ण और आकर्षक बनाती है। वह अपने गीतों में जीवन के विभिन्न पहलुओं को व्यक्त करती हैं, जैसे कि प्रेम, विरह, सुख और दुख।


शारदा सिन्हा के कुछ प्रसिद्ध गीत हैं:


- "चित्तोड़ की रानी"

- "मैं तो भोजपुरिया"

- "मैथिली गीत"

- "प्रेम की प्यास"

- "विरह की आग"


शारदा सिन्हा भारतीय संगीत जगत में एक महान गायिका के रूप में मानी जाती हैं और उनकी गायन शैली ने कई युवा गायिकाओं को प्रेरित किया है।
(META AI)