इजरायल और फिलिस्तीन का यह विवाद कोई नया नहीं है यह विवाद इसराइल फिलिस्तीन के बंटवारे के बाद से ही यह चला आ रहा है !
आइए समझते हैं इजरायल फिलीस्तीन बिवाद को बिल्कुल सरल शब्दों में
1948 में इजरायल देश बना , जिस हिस्से में इजरायल बना , इजरायल बनने से पुर्व वो 100 परसैंट एरिया फिलीस्तीन का था
बंटवारे के हिसाब से 48 प्रतिशत हिस्सा इजरायल को मिला जबकि 44 प्रतिशत हिस्सा फिलीस्तीन को मिला !
बाकी का 8 प्रतिशत हिस्सा जो येरूशलम कहा जाता है ,जो कि ईसाई यहूदी और मुसलमान तीनों का पवित्र स्थल है इसे यू एन ओ ने अपने अधिपत्य में ले लिया , यानी ये हिस्सा न फिलीस्तीन का है और ना ही इजरायल का ,
इजरायल के स्थापना के साथ ही बिवाद बढ गया छह मुस्लिम देशों ने इजरायल पर आक्रमण कर दिया !
मुस्लिम देश जहां युद्ध जीतने के लिए लड़ रहे थे वहीं इजरायल अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रहा था !
इजरायल ने मात्र छह दिनों में ना सिर्फ युद्ध जीत लिया बल्कि फिलीस्तीन का एक बड़ा हिस्सा कब्जा कर लिया !
तीन बार मुस्लिम देशों ने इजरायल पर आक्रमण किया और तीनों बार हारे और फलिस्तीन को अपनी जमीनें गंवानी पड़ी !
आज की स्थिति में है कि फिलिस्तीन के पास मात्र 12 प्रतिशत हिस्सा बच्चा है , और वो भी एक पास नहीं है
ऐसे समझिए कि एक हिस्सा यूपी में है तो दूसरा हिस्सा केरल में है !
एक हिस्सा जो बड़ा है यानी 8 प्रतिशत उसे वेस्टबैंक कहा जाता है वो अरब देशों से सटा है !
दूसरा हिस्सा जो 4 प्रतिशत है वो मिश्र से लगा है उसे गाजा पट्टी कहा जाता है !
फिलीस्तीन को ना सेना रखने का अधिकार है, ना ही हथियार ! उनके पास है मुसलमानों के पारम्परिक हथियार , यानी पत्थर !
वो वही चला के मारते हैं , बदले में इजरायल गोली मार देता है !
अब जो हिस्सा अरब से लगा है वो अपेक्षा कृत शांत रहता है ! वहां लोग प्रोटेस्ट करते हैं , धरना देते हैं , आंदोलन करते हैं !
दूसरा हिस्सा जो मिश्र से लगा है जिसे गाजा पट्टी कहा जाता है वो हमास नाम के एक आतंकी संगठन के कब्जे में है, वो राकेट से हमला करते हैं, इरान मिश्र के रास्ते उनको हथियार मुहैया कराता है !
अब हमास के पास जो राकेट लांचर है वो बहोत हल्के क्षमता वाले हैं, उन्हें कंधे और ऊंट खच्चर पर ढोया जा सकता है, खेत में खड़ा करके वो दागते हैं !
पहले वो दो चार राकेश दागते थे, इजरायल तकनीकी रूप से बहोत आगे है , वो उन राकेट को हवा में ही उड़ा देते थे !
इसको देखते हुए अब हमास एक साथ हजार पन्द्ररह सौ राकेट दाग देता है, इन राकेट का कोई फिक्स टार्गेट नहीं होता, मने कहीं भी गिर जाए !
अब इजरायल के पास एंटी मिसाइल क्षमता है, पर एक साथ हजार पन्द्ररह सौ राकेट की वजह से वो कन्फयूज हो जाता है और सबको खत्म नहीं कर पाता !
पर इन राकेटों की क्षमता कितनी होती है वो आप इस बात से समझिए कि पन्दरह सौ राकेट में से तीन राकेट इजरायल में गिरे और आदमी मरा एक !
जबकि इजरायल एक राकेट दागता है तो तीन चार सौ निपट जाते हैं !
अभी जो बिवाद शुरू हुआ वो इस बात से हुआ कि जमीन का एक हिस्सा जहां इस समय लगभग पांच सौ घर फिलीस्तीनी के हैं, और वो हिस्सा अल अक्सा मस्जिद से नजदीक है उसे यहूदियों ने डेढ़ सौ साल पहले चौगुना कीमत देकर अरब वालों से खरीदा था , जिसका मुकदमा चल रहा था !
कुछ दिन पहले इजराइली कोर्ट ने उस हिस्से को खाली कराके वो जमीन यहूदियों को सौंपने और फिलिस्तीनीयों को दूसरी जगह बसाने का आदेश दिया !
कोर्ट के आदेश पर उस जमीन को खाली कराया जा रहा था जिसका बिरोध फिलिस्तीन सहित सभी मुस्लिम देश कर रहे थे , खासकर तुर्की
इनका कहना था कि डेढ सौ साल पुरानी बात को अब लागू नहीं किया जा सकता, यथा स्थिति बनी रहनी चाहिए !
ये वही तुर्की है जो सोफिया हयात चर्च को मस्जिद में बदल दी , ये तर्क देकर कि हमारे राजा ने चार सौ साल पहले अंग्रेजों से इसे खरीदा था !
खैर , जुम्मे के दिन काफी संख्या में मुसलमान अल अक्सा मस्जिद में इकट्ठा हुए और नमाज अदा करने के बाद अपने आदत के अनुसार इजरायली सेना पर पत्थरबाजी शुरू कर दिया !
जिसके जवाब में इजरायली सैनिक इनको पूरी ताकत के साथ मुकाबला किया और मस्जिद के अंदर घुस गई !
मस्जिद के अंदर घुस कर भी जो जिस कंडिशन में मिला उसे उसी कंडीशन में जमकर पीटा !
जिससे नाराज होकर हमास ने इजराय
ल पर राकेट से हमला कर दिया !
इस हमले में अब तक छह इजरायली नागरिक मारे जा चुके हैं और लगभग पन्द्रह घायल हैं !
जबकि जबाबी कार्यवाही में तीन सौ से ज्यादा फिलीस्तीनी मारे जा चुके हैं और आठ सौ से ज्यादा घायल हैं !
इजरायल ने कहा है कि अब वो तब तक नहीं रूकेगा जब तक हमास को पूरी तरह समाप्त नहीं कर देगा
जबकि सच्चाई ये है कि इजरायल तब तक नहीं रूकेगा जबतक वो फिलीस्तीन का बाकी बचा 12 प्रतिशत हिस्सा भी कब्जा नहीं कर लैगा।।
*साभार
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