आज तमिलनाडु में सरस्वती पूजा और विश्वकर्मा पूजा क्यों मनाया जाता है।
आज देश भर में शारदीय नवरात्र धूमधाम से मनाया जा रहा है ! भक्त जन इस नवरात्रि के नौवें दिन मां दुर्गे की पूजा एवं हवन करते है !
In which state Navratri is celebrated as Saraswati Puja?
तमिलनाडुु में इस दिन जोर शोर से आयुत पूजा मनाया जाता है ! आयुत पूजा के दिन भक्तजन मां दुर्गा के अन्य रूप मां सरस्वती की पूजा करते हैं ! इस दिन हर व्यक्ति अपने दुकान , गाड़ी, औजार की पूजा करते हैं ! आज दक्षिण रेलवे के तिरुचिरापल्ली फोर्ट, पोनमलाई रेलवे स्टेशन समेत सभी स्टेशनों पर आयुत पूजा किया गया। इस स्टेशन के कर्मचारी भी धूमधाम से सरस्वती पूजा आयुत पूजा और विश्वकर्मा पूजा करते नजर आए । इस अवसर पर स्टेशन मास्टर पॉइंट मैन सिग्नल मेंटेनर, ट्रेन clerks, TTE इत्यादि उपस्थित थे । ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।
Saraswati Puja, viswakarma Puja and Ayudha Pooja are same?
आयुत पूजा एक हिंदू त्योहार है जो शारदीय नवरात्रि के दौरान मनाया जाता है। भारत के दक्षिणी भागों में, सरस्वती पूजा के साथ आयुत पूजा भी मनाई जाती है। इसी दिन लोग अपने छोटे बड़े गाड़ी की पूजा करते हैं। आज ऑटो रिक्शा, मारुति, हीरो, होंडा जैसे टू व्हीलर, फोर व्हीलर को सजावट करके पूजा की गया। ऐसे सभी हिंदू दुकानदार भी अपने दुकानों की पूजा धूम धाम से की।
How is Ayudha pooja performed?
आयुध पूजा का अर्थ है 'उपकरणों या यंत्रों की पूजा' और यह नवरात्रि उत्सव का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह नवरात्रि उत्सव के 9वें दिन या नवमी तिथि को मनाया जाता है। दोनों के बीच 8 दिनों तक चले भयंकर युद्ध के बाद देवी दुर्गा देवी ने राक्षस राजा महिषासुर का वध किया था।
What is the importance of Ayudha Pooja?
पूजा को एक सार्थक रिवाज माना जाता है, जो किसी के पेशे और उससे संबंधित उपकरणों पर विशेष ध्यान केंद्रित करता है और यह दर्शाता है कि एक दिव्य शक्ति इसके पीछे अच्छा काम कर रही है।
पूजा करने से पहले भक्त अपने उपकरणों, औजारों और वाहनों को साफ करेंगे। दुकानदार और व्यवसायी अपनी दुकानों और कार्यालयों की सफाई करेंगे और यहां तक कि छात्र भी अपनी किताबें साफ करके इस कृत्य में शामिल होंगे।
इस त्यौहार पर जिन औजारों और उपकरणों की पूजा की जाती है, उनमें कई सामान्य और प्रतीत होने वाले सांसारिक उपकरण और उपकरण शामिल होते हैं, जैसे कंप्यूटर, किताबें, कार या रसोई के उपकरण।
इसका उद्देश्य हर चीज में परमात्मा को देखना है, खासकर उन चीजों में जो किसी की आजीविका में इस्तेमाल होती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी इस दिन अपने औजारों की सफाई और पूजा करता है, उनके लिए भी यह दिन धन्य होता है।
आयुध पूजा पर, भक्त ज्ञान की देवी सरस्वती की भी पूजा करते हैं; धन की देवी लक्ष्मी; और पार्वती, जिन्हें दिव्य माता के रूप में भी जाना जाता है।
( AutoRiksha Puja by Driver at Trichy fort Station)
पूजा कैसे किया जाता है ??
पूजा कैसे करें पूजा कक्ष के सामने रंगोली बनाएं। देवी को लकड़ी के तख़्त या पीढ़ा के ऊपर रखें। देवी सरस्वती की छवि या मूर्ति को फूल, माला आदि से सजाएं। देवी की मूर्ति को ढकने के लिए सफेद कपड़े का प्रयोग किया जाता है। स्नान , ध्यान मंत्रोचार से पूजा करने के बाद फूल फल प्रसाद इत्यादि का भोग लगाकर हवन करें । फिर प्रसाद का वितरण करें।
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