Saturday, 4 June 2022

Karmayogi program changed the heart of railway employees, now the passengers will get best service

 

कर्मयोगी प्रोग्राम से रेलकर्मियों का हुआ हृदय परिवर्तन, अब रेल यात्री की करेंगे सेवा


भारतीय रेलवे अपने एक लाख फ्रंट लाइन कर्मचारियों को मिशन रेल कर्म योग के तहत भगवान रूपी यात्रियों को सेवा भाव से उनका सभी कही और अनकहीं समस्याओं को चुटकियों में करेंगे।  यह प्रशिक्षण मिशन रेल कर्मयोगी का मुख्य उद्देश्य देखकर अपने फ्रंटलाइन कर्मचारियों को दृष्टिकोण को बदलना है। पहला उन्हें सेवा करने का इरादा विकसित करने में मदद करना उनकी सेवा करने की क्षमता का निर्माण करना है।



Indian Railways will serve its one lakh front line employees to the passengers in the form of God under the Mission Rail Karma Yoga and will solve all their problems in a pinch. The main objective of this training mission Rail Karmayogi is to change the attitude of its frontline employees by seeing. The first is to help them develop an intention to serve, to build their ability to serve. You are reading this news on www.operafast.com


रेलवे बोर्ड के अनुसार यह प्रशिक्षण रेलवे के स्टेशन मास्टर, टीटीई, बुकिंग क्लर्क, पार्सल क्लर्क और गुड्स क्लर्क को ही दिया जा रहा है क्योंकि इनलोग ही पैसेंजर और आम नागरिक से सीधा जुड़े होते हैं।


रेल कर्मयोगी को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट लखनऊ को मिली है ।

According to the Railway Board, this training is being given to Railway Station Master, TTE, Booking Clerk, Parcel Clerk and Goods Clerk only because these people are directly connected with the passenger and the common citizen.



Indian Railway Institute of Transport Management Lucknow has got the responsibility of training Rail Karmayogi.


हमारे www.operafast.com  संवाददाता ने स्टेशन मास्टरों के एक बैच को ट्रेनिंग दे रहे अधिकारी TVS Prasad, Md. जाकिर हुसैन और नर्सिंग लाल मीना से संपर्क किया और उसके दूरगामी प्रभाव को जानने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि आने वाले समय में सभी रेलकर्मी बहुत ही विनम्र और आगे बढ़कर यात्रियों, नागरिकों को हो रही परेशानी से निजात दिलाने में सहायक होंगे



There were training officer of a batch TVS Prasad, Md.,  Zakir Hussain and Nursing Lal Meena told about its far-reaching impact for passenger satisfaction and hapiness. then they told that in the coming times, all the railway workers will be very polite and go ahead and help the passengers and citizens to get rid of the trouble. 


तिरुचिरापल्ली डिवीजन मुख्यालय के मीटिंग हॉल में ट्रेनिंग ले रही महिला स्टेशन मास्टर B शरण्या पूछने बताई की मुझे यात्रियों को सेवा करने में आत्म संतुष्टि, प्रतिफल और खुशी होगी। ऐसे हमने पहले भी जरूरतमंद यात्रियों की सहायता की है, अब यह कर्मयोगी की ट्रेनिंग के कारण और अधिक उत्साह से हर तरह के समस्या से निजात दिलाने की कोशिश करूंगी।


Sharanya satish, a lady station master taking training in the meeting hall of Tiruchirappalli Division Headquarters, asked that I would have self-satisfaction, reward and happiness in serving the passengers. In this way we have helped the needy travelers in the past, now due to the training of Karmayogi, I will try to get rid of all kinds of problems with more enthusiasm.


वहीं श्रीनिवासन लायर ने बताया कि इस प्रोग्राम के तहत रेल यात्रियों के साथ प्रोफेशनल समस्याओं के साथ यात्रा के दौरान किसी तरह का व्यक्तिगत कठिनाई हो तो उसे समाधान कैसे किया जाएगा, ये समझने में मदद मिली है।


On the other hand, Srinivasan Lair said that under this program, along with professional problems with railway passengers, if there is any kind of personal difficulty during the journey, it has helped in understanding how it will be resolved.


27 people including Nanilaam SS v Ravi, Mukesh Kumar, Shashi Bhushan Singh, Chandan Kumar, P. Kanan, R. Saravanan were involved in the Karmayogi program.


कर्मयोगी प्रोग्राम में  नानिलाम एसएस v रवि, मुकेश कुमार , शशि भूषण सिंह, चंदन कुमार, P. Kanan, R. Saravanan समेत 27 लोग शामिल थे।

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