इतना भी गुरूर ना कर शाही सल्तनत पर।
ठोकरों में गिरते हैं ताज यहां जमीं पर।।
नीतीश कुमार दुनिया के इकलौते मुख्यमंत्री हैं जो मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए मुख्यमंत्री बनने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हैं ताकि फिर से मुख्यमंत्री बन सकें।
नीतीश कुमार इस्तीफे के बाद राजनीतिनिक गलियारों में बयानबाजी तेज हो गई है। कयासों का दौर जारी है। सभी लोग अपने अपने भाव व्यक्त करने में लग गए हैं। किसे क्या कहा जाए, राष्ट्रीय जनता दल के तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी भाव व्यक्त करते हुए लिखें हैं कि बस सत्ता का ख़्याल है तेरी भावों में, अपनों के भावों का क्या हुआ'।
ऐसे तो आप जान ही रहे होंगे कि नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राजद समर्थित सरकार धराशाई हो गई है। अब नीतीश कुमार एक बार फिर से पुराने नाव पर सवार होने जा रहे हैं।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी का कहना है कि नीतीश कुमार के साथ गठबंधन होने की स्थिति में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारा तय होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश के खाते में लोकसभा की 10 से 12 सीटें जानी चाहिए। विधानसभा में उनहें 60 से 65 सीटें ही दी जाएं, पहले ही सब कुछ तय कर लिया जाए, तब सीएम बनाना जाए।
लेकिन उनके उपमुख्यमंत्री बनने के चर्चाओं के बीच ये वाक्या पुराना प्रतीत होने लगा है। नीतीश कुमार के नवीं बार मुख्यमंत्री बनते ही विजय सिन्हा के साथ साथ सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बन जायेंगे।
ऐसे नीतीश कुमार इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया कर्मियों को बताएं कि पार्टी के सभी सदस्यों से राय मशविरा करने के बाद ही इस्तीफा दिया है। अब गठबंधन से हम अलग हो गए हैं, गठबंधन की हालत ठीक नहीं थे। सभी कामों का क्रेडिट राजद वाले ले रहे थे। हम पुराने गठबंधन में जा रहे हैं ।
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