मुजफ्फरपुर की कृष्ण बम, नही है किसी सेलिब्रिटी से कम, तो फिर बोलो बम बोल बम
भारत में सभी शिव भक्तों की इच्छा होती है कि अपने नजदीक के शिव मंदिर में बाबा भोले नाथ के शिवलिंग पर एक बार जलाभिषेक जरूर करें। इसी तरह झारखंड स्थित देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में भी भक्तों का रैला लगा रहता है। और वो श्रावण मास के सोमबारी हो तो क्या कहना। लेकिन जब सोमवार को बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक कि बात आए और कृष्ण बंम की चर्चा नहीं हो, ये तो बिलकुल निराधार है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।
हां तो बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाली एक महिला कृष्ण बम हर साल श्रावण मास में रविवार को सुल्तानगंज से जल लेकर झारखंड स्थित बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक करती है और ये सिलसिला पिछले 40 वर्षों से अनवरत जारी है।
ये 72 साल की महिला हर रविवार को सुल्तानगंज से जल उठाती हैं और झारखंड के देवघर के लिए रवाना हो जाती हैं। वे 108 किलोमीटर की इस मुश्किल भरे रास्ते को 15 से18 घंटे में पूरा कर लेती हैं। इनके साथ पूरे यात्रा के दौरान पुलिस का घेरा भी मौजूद रहता है।
बिहार की मुजफ्फरपुर की रहने वाली कृष्णा रानी जो एक टीचर हैं, वे अब 'कृष्णा बम' के नाम से जानी जाती हैं।
जब वे सावन के महीने में देवघर के लिए निकलती हैं तो उन्हें देखने और उनसे आर्शीवाद लेने के लिए रास्ते में हजारों लोग कतार में लगे रहते हैं।
वे सावन के हर सोमवार को सुल्तानगंज से 'डाक बम' के रूप में देवघर पहुंचती हैं और बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करती हैं।
बता दें कि डाक बम उसे कहा जाता है जो गंगाजल लेकर लगातार चलते या दौड़ते हुए 24 घंटे के अंदर सुल्तानगंज से देवघर 108 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचता है।
Krishna bam kahan hai abhi
कृष्ण बम मुजफ्फरपुर से जैसे ही भागलपुर पहुंचती है वैसे ही ये पुलिस प्रशासन के लिए वीआईपी हो जाती थी। 1982 से लगातार 40 वर्ष तक हर श्रावणी मेला में प्रत्येक सोमवार को जल लेकर डाक बम के रूप में जाती थी। लेकिन इस बर्ष 2023 में कृष्णा बम डाक लेकर नही जा रही है। अभी वो पुणे में है और वो बताती है कि पिछले वर्ष ही भोलेनाथ को बता दिया था कि अब अगले बार से नही आ पाऊंगी। क्योंकि ये शरीर साथ देगी या नहीं देगी , कह नहीं सकते।
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