किसान सलाहकारों ने प्रदेश स्तरीय बैठक कर प्रण लिया है कि चाहे कुछ भी हो जाए अपनी मांग पर अडिग रहेंगे। बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ ने इस बैठक में "आर या पार, जनसेवक इस बार" का नारा बुलंद करते हुए 13 जुलाई तक का कार्यक्रम तय कर लिया है। कल 1 जुलाई को जिला कृषि पदाधिकारी कार्यालय द्वारा सभी किसान सलाहकारों को जारी स्पष्टीकरण के कॉपी को जलाते हुए अपने अपने जिला कृषि कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।
आज पटना में किसान सलाहकार संघ के प्रदेश स्तरीय बैठक किया गया जिसमें निम्नलिखित निर्णय लिया गया। इसके प्रमुख जानकारियां इस प्रकार है-
1.इस बैठक में जानकारी सामने आई कि किसान सलाहकार संघ की एक टीम किशनगंज गया, जहाँ आर जे डी विधायक से मिला। वही टीम कृषि सचिव महोदय के गृह ग्राम जाकर उनके पिताजी से मिलकर अपना दुखड़ा बताया एवं उनसे हर संभव सहयोग का आग्रह किया। उनके द्वारा आशीर्वाद प्राप्त किया।
2. सोमवार से पटना में रहकर हर संभावित सहयोगीयों, माननीयों से मिलने की रणनीति बनी।
3. इस बैठक में जोर दिया गया कि अपने समस्या से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिलकर अवगत कराएंगे।
4. इस बैठक में यह बात भी सामने आया कि किसान सलाहकार के एक टीम पहले भी 27 जून को पटना में एक पूर्व सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री से कृषि मंत्री जी (जिनसे उनकी घनिष्ठता है) फोन करवाया गया।
कृषि मंत्री जी द्वारा बताया गया कि सलाहकारों के हित में 2000 बढ़ोतरी, 1800 ई पी एफ एवं 300 मोबाइल खर्च के साथ अवधि विस्तार की तैयारी विभाग की ओर से है, परन्तु ये लोग हड़ताल से वापस नहीं हो रहें हैं।
5. कुछ दिन पूर्व सभी किसान सलाहकारों को कारण बताओ नोटिस झाड़ी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था इस पर प्रदेश स्तरीय बैठक में एक मत होकर निर्णय लिया गया कि हड़ताल अवधि में स्पष्टीकरण का कोई औचित्य नहीं है अतः कोई जबाब नहीं देना है। ऐसे इस मैटर पर कुछ लोग पटना के वकील से भी बातचीत किया है और उपरोक्त मैटर पर वकील की भी यही राय है।
6. सभी किसान सलाहकारों ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि चाहे चयन मुक्त का आदेश ही क्यों न जारी हो, योगदान नहीं करना है।
7. पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह से मिला गया, उन्होंने हर संभव सहयोग का वादा किया एवं आंदोलन जारी रखने का सलाह दिया। साथ ही मंगलवार से पटना वे स्वयं रहेंगे, मिलते रहने का निर्देश दिया।
8. साम, दाम हर दृष्टिकोण बनाए रखने पर विचार किया गया।
9. वर्तमान एफ आई आर से निश्चिंतता जताते हुए, इस विषय पर बाद में जो कानूनी प्रक्रिया होगी, देखा जाएगा का निर्णय हुआ।
10. जमुई जिले से प्रतिवेदित रीपोर्ट में स्पष्टीकरण देने वाले की संख्या- शून्य पर प्रसन्नता व्यक्त की गई।
अंत में सभी आंदोलित साथियों को नमन करते हुए सभा की कार्यवाही समाप्त की गई।
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