Saturday 22 October 2022

पंजाब में पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा पर बिहार में जश्न, फूटे पटाखे



पंजाब में पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा पर बिहार में जश्न, फूटे पटाखे


नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) की बिहार इकाई द्वारा आज पंजाब सरकार के पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा का स्वागत करते हुए कल शाम शुक्रवार को जश्न मनाया गया। ये समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।




प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडे द्वारा बताया गया कि एनएमओपीएस का संघर्ष पूरे देश में रंग ला रहा है और पिछले 1 वर्ष के भीतर 4 राज्यों द्वारा नई पेंशन प्रणाली को बदलते हुए पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाना एनएमओपीएस के संघर्ष का ही परिणाम है।

प्रदेश महासचिव श्री शशि भूषण द्वारा बताया गया कि बिहार में भी हम लोग लगातार प्रयासरत हैं और कल ही बिहार के वित्त मंत्री से वार्ता की गई जो सकारात्मक रही।

जैसा कि आप जानते है कि बिहार में पुरानी पेंशन 1 सितंबर 2005 को समाप्त कर केंद्र के तर्ज पर तत्कालीन सरकार ने अपने राज्य में भी न्यु पेंशन स्कीम लागू कर दिया था। आज कर्मचारियों की एकजुटता के बदौलत राजस्थान, छतीशगढ़, झारखंड के अलावे पंजाब में भी पुरानी पेंशन लागू करवाने में सफल रहें।

प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव तिवारी द्वारा पूरे देश में पुरानी पेंशन की लहर को देखते हुए बिहार सरकार एवं केंद्र सरकार से मांग किया गया की यथाशीघ्र अपने सरकारी सेवकों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाए ।

मुख्य प्रवक्ता संतोष कुमार द्वारा पंजाब सरकार की घोषणा का स्वागत करते हुए बिहार के सभी संगठनों से एकजुटता बनाए रखने की अपील की गई और सरकार पर लगातार दबाव बनाए रखने का आह्वान किया गया।

विधिक सलाहकार श्री शंकर प्रसाद द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से लगातार अपनी मांग सरकार के समक्ष रखे जाने का अनुरोध किया गया।


इस अवसर पर एनएमओपीएस बिहार के प्रदेश अध्यक्ष श्री वरुण पांडे, महासचिव श्री शशि भूषण कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री संजीव तिवारी, मुख्य प्रवक्ता श्री संतोष कुमार, विधिक सलाहकार श्री शंकर प्रसाद सिंह, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ व पुलिस अनुसचिवीय के संयुक्त सचिव श्री नीरज मिश्रा, उपमहासचिव श्री सज्जन जी झा, संगठन सचिव श्री दिलीप कुमार एवं श्री हंस चौधरी, मीडिया प्रभारी श्री हलवंत सिंह, सोशल मीडिया प्रभारी श्री सूरज कुमार उपस्थित रहे।



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