रेलवे बोर्ड का आदेश, हर रेलकर्मचारी को अपने आवास पर लगाना होगा तिरंगा
आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन के तहत भारतीय रेलवे ने अपने सभी कर्मचारियों को जो लगभग 13 लाख की संख्या में है, उन सभी को अपने घरों पर तिरंगा झंडा फहराने के लिए राष्ट्रीय झंडा तिरंगा उपलब्ध करवा दिया गया है। यह समाचार www.operafast.com पर पढ़ रहे हैं।
जिस कर्मचारी को झंडा नही मिला है उनको कल तक हर हाल में विभाग के प्रमुख द्वारा उनके कार्यस्थल पर उपलब्ध करवा दिया जायेगा। ऐसे तो स्टेशन पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आज 11 अगस्त को ही तिरंगा झंडा फहरा दिया गया लेकिन रेलवे द्वारा उपलब्ध तिरंगा झंडा को रेलकर्मी अपने आवास पर 13 अगस्त को फहरा सकेंगे। यह भारत सरकार के हर घर तिरंगा कार्यक्रम योजना के द्वारा किया जा रहा है।
रेल कर्मचारी किस दिन फहराएंगे झंडा
जैसा कि आप जानते हैं कि हर घर तिरंगा योजना के तहत 13 से 15 अगस्त तक प्रत्येक रेलवे कर्मचारी को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना है । हर घर तिरंगा फहराने का निर्देश रेलवे बोर्ड के द्वारा दिया गया है। राष्ट्रीय ध्वज फहराने हेतु तिरंगा झंडा खरीदने के लिए कर्मचारियों को कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। बल्कि भारतीय रेलवे अपने कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज उनके कार्यालय तक उपलब्ध करवा दिया है इसके बदले में अगस्त 2022 के सैलरी से ₹38 की कटौती कर ली जाएगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने देश के क्षेत्रीय रेलवे और रेल मंडलों को पत्र के माध्यम से सूचित भी कर दिया है।
रेलकर्मचारी के लिए झंडा का मूल्य क्या होगा
झंडा वितरण के लिए रेलवे के आपूर्ति विभाग द्वारा एक निजी एजेंसी को झंडा निर्माण और आपूर्ति की जिम्मेदारी सौंपी है और प्रत्येक झंडे का दाम ₹38 निर्धारित किया गया है।
रेलवे यूनियन ने क्या कहा
रेलवे के विभिन्न विभन्न यूनियनों के अनुसार यह राष्ट्रीय ध्वज स्टाफ बेनिफिट फंड से खरीदने का निर्देश जारी किया गया है इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए लेकिन तिरंगा के एवज में जो वेतन से कटौती किया जा रहा है यह सही नहीं है इसके लिए स्टाफ बेनिफिट फंड का ही उपयोग किया जाना चाहिए। कुछ रेलवे कर्मचारियों ने बातचीत के दरमियान बताया कि रेल कर्मचारियों के वेतन से कटौती के बजाय रेलकर्मी को खुद ही तिरंगा खरीदने के लिए कहा जाए । रेलवे के कर्मचारी इतने सक्षम है कि वह बाजार से एक झंडा तो खरीद सकते हैं।
भाजपा कार्यालय कितना में बेच रहा
हम आपको बता दें कि पूरे भारत में हर घर तिरंगा का अभियान शुरू हो चुका है इसके लिए हर विभाग जोर शोर से तिरंगा बेचना शुरू कर दिया है। कहीं कहीं तो भाजपा वाले भी स्टॉल लगाकर 50 रुपया में झंडा बेचते नजर आ रहे हैं।
राशन दुकानों पर तिरंगा का मूल्य 20 रुपया
कुछ लोगों का कहना है कि ये आजादी का अमृत महोत्सव के नाम पर आम जनता से जबरन वसूली की जा रही है।
करनाल में गरीब लोगों को डिपो से राशन लेने से पहले 20 ₹ का झंडा ख़रीदना अनिवार्य कर दिया गया है। विभाग के अधिकारियों ने सख़्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी राशन कार्ड धारक को बिना तिरंगा लिए राशन नही दिया जाएगा। हर डिपो पर करीब 170 तिरंगे झंडे बेचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
दिल्ली में एमसीडी कर्मचारी घर घर जाकर 40 से 50 रुपए लेकर झंड़ा बेच रहे हैं।
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