station masters postponded his 72 hrs hunger strike
स्टेशन मास्टरों ने 72 घंटे की भूख हड़ताल स्थगित की
अखिल भारतीय स्टेशन मास्टर के दक्षिण रेलवे के स्टेशन मास्टरों के द्वारा प्रस्तावित भूख हड़ताल जो की आज आधी रात से यानी 10 दिसंबर की शुरुआत से लगातार 72 घंटे के लिए होनी थी, वो फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।<
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The hunger strike proposed by the station masters of Southern Railway of All India Station Master, which was to be held from midnight tonight i.e. beginning on December 10, for 72 consecutive hours, has been postponed for the time being. you are reading this news on www.operafast.com .
Southern Railway Division Branch Office Barrier To make this hunger strike successful, under the Man to Man Contact Program, an intensive campaign was conducted among the station masters by visiting all the stations, whose photo is given below.
दक्षिण रेलवे डिवीजन ब्रांच ऑफिस बैरियर इस भूख हड़ताल को सफल बनाने के लिए मैन टू मैन कॉन्टैक्ट प्रोग्राम के तहत सभी स्टेशन पर जाकर स्टेशन मास्टरों के बीच सघन अभियान चलाया था , जिसका फोटो नीचे दिया गया है।
अखिल भारतीय स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन ने रेलवे के प्रति अपनी नाराजगी जताने के लिए शुक्रवार के आधी रात से 72 घंटे की भूख हड़ताल करने का निश्चय किया था । क्योंकि रेल प्रशासन लंबे समय से लंबित मांगों को पूरा नहीं कर पा रहा है । ये वहीं स्टेशन मास्टर हैं जो रेलवे को चलाने में अहम रोल अदा करता है और भारतीय रेलवे का ब्रांड एंबेसडर कहलाता है । अन्य समाचार के लिए यहां click करें ।
The All India Station Masters Association had decided to go on a 72-hour hunger strike from midnight on Friday to express their displeasure with the Railways. Because the railway administration is not able to fulfill the long pending demands. This is the same station master who plays an important role in running the railways and is called the brand ambassador of Indian Railways.
स्टेशन मास्टर ही भारतीय रेलवे के विभिन्न विभागों के बीच रेल यातायात के संचालन और समन्वय स्थापित करता है । स्टेशन मास्टर बड़े बड़े स्टेशनों के व्यस्तम मार्गों पर परिचालन के साथ ही वे छोटे स्टेशनों पर भी काम करते हैं जहां कोई आबादी नहीं है और शिक्षा, चिकित्सा आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।
ऐसे करने के लिए स्टेशन मास्टर मजबूर है । फिर भी रेलवे प्रशासन दिन रात काम करने वाले स्टेशन मास्टरों की जायज मांगों की लगातार अनदेखी कर रहा है और अपनी बुनियादी मांगों को पूरा करने के लिए आंदोलन करने को मजबूर हैं ।
The station master coordinates and conducts rail traffic between the various departments of the Indian Railways. Station masters operate on the busy routes of major stations and they also work at smaller stations where there is no population and basic facilities like education, medical etc.
The station master is compelled to do so. Yet the railway administration is constantly ignoring the legitimate demands of the station masters who work day and night and are compelled to agitate to fulfill their basic demands.
what is fact ??
दक्षिण रेलवे कार्य समिति के अध्यक्ष के अनुसार स्टेशन मास्टरों द्वारा 10.12.21 के 00.00 से प्रस्तावित 72 घंटे का भूख हड़ताल, क्षेत्रीय श्रम आयुक्त(Regional Labour Commissioner), चेन्नई द्वारा हमारी हड़ताल नोटिस दिनांक 09.11.21 पर शुरू की गई सुलह कार्यवाही के कारण और RLC कार्यालय, चेन्नई में COM/G और CPO/IR के साथ पहले दौर की चर्चा के बाद स्थगित कर दिया गया है।
उनके द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार हड़ताल को स्थगित करना ID अधिनियम की धारा 22 के अनुसार एक कानूनी आवश्यकता है, लेकिन हमारा स्ट्राइक नोटिस अभी भी जीवित है। एक्शन कमेटी ने सभी स्टेशन मास्टरों से शॉर्ट नोटिस पर किसी भी हड़ताल के लिए तैयार रहने का अनुरोध किया है।
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According to the Chairman of Southern Railway Working Committee, the proposed 72 hour hunger strike from 00.00 of 10.12.21 by the Station Masters is defferred due to the conciliation proceedings initiated by the Regional Labor Commissioner (central), Chennai on their strike notice dated 09.11.21, after the first round of discussion with COM/G and CPO/IR at RLC Office, Chennai.
According to the release issued by them, postponing the strike is a legal requirement as per section 22 of the ID Act, but our strike notice is still alive. The Action Committee has requested all the Station Masters to be ready for any strike at short notice.
उनकी मुख्य मांगें थीं -
1. स्टेशन मास्टर के रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरना और प्रत्येक स्टेशन पर अतिरिक्त एसएम की नियुक्ति करना। 2. आईआरटी और आईडीटी में स्टेशन मास्टर्स को उनके मूल डिवीजन में रिलीव करें।
3. सभी योग्य स्टेशन मास्टर्स को ऑर्डर के अनुसार उनके MACP दिया जाए ।
4.पहले से स्वीकृत MACP को जल्दी रिफिक्स किया जाए .
Pre-approved MACP to be quickly fixed
5. सभी स्टेशन पर सुपरवाइजरी ss का नियुक्ति किया जाए ।
Super sir
ReplyDeleteGood morning sir
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