विशेष भूमि सर्वेक्षण में नियुक्त 96 अमीनो के सर्टिफिकेट फर्जी
बिहार सरकार द्वारा भूमि सर्वेक्षण करवाया जा रहा है ।इस भूमि सर्वेक्षण हेतु बहाल किया गया अमीन अभी ज्वाइन करके काम भी कर रहे है । लेकिन इस बहाली में फर्जीवाड़ा भी सामने आया है, कई ऐसे अमीनो की बहाली कर दी गई है जिनका सर्टिफिकेट ही फर्जी है । ऐसे फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल 96 अमीनों को अपने पद से हटा दिया गया है , और उनके खिलाफ जांच चल रही है। इन अमीनो की बहाली संविदा पर किया गया था । ऐसे बहाल सभी अमीनो और दूसरे पदधारकों के सर्टिफिकेट की जांच का आदेश दिया गया है। आप यह न्यूज www.operafast.com पर पढ़ रह हैं
विभिन्न जिलों में इनकी पद स्थापना भूमि सर्वेक्षण के लिए विशेष अमीन की तौर पर में किया गया है । अभी 96 ऐसे अमीनों को बर्खास्त कर दिया गया है जिनके सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया है और उनके खिलाफ जांच भी चल रही है। ऐसे मामले सामने आने के बाद संविदा पर बहाल सभी अमीन और दूसरे पदधारकों के सर्टिफिकेट की जांच करने का आदेश दिया गया है।
इन फर्जी अमीनों में 38 अमीनों ने एक ही विवि का फर्जी सर्टिफिकेट (Fake Certificate) बनवाकर जमा किया था। बाकी 58 अमीनों के सर्टिफिकेट देश के अलग-अलग विश्वविद्यालय या संस्थानों के हैं। भू अभिलेख निदेशक के जय सिंह के अनुसार इन सभी बर्खास्त किए गए 96 अमीनों से दिया गया वेतन पैसे की वसूली की जाएगी और फर्जीवाड़ा के आरोप में प्राथमिकी भी दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।
विभिन्न जिलों में इनकी पद स्थापना भूमि सर्वेक्षण के लिए विशेष अमीन की तौर पर में किया गया है ।
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style="text-align: left;">अभी 96 ऐसे अमीनों को बर्खास्त कर दिया गया है जिनके सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया है और उनके खिलाफ जांच भी चल रही है। ऐसे मामले सामने आने के बाद संविदा पर बहाल सभी अमीन और दूसरे पदधारकों के सर्टिफिकेट की जांच करने का आदेश दिया गया है। इन फर्जी अमीनों में 38 अमीनों ने एक ही विवि का फर्जी सर्टिफिकेट (Fake Certificate) बनवाकर जमा किया था। बाकी 58 अमीनों के सर्टिफिकेट देश के अलग-अलग विश्वविद्यालय या संस्थानों के हैं। भू अभिलेख निदेशक के जय सिंह के अनुसार इन सभी बर्खास्त किए गए 96 अमीनों से दिया गया वेतन पैसे की वसूली की जाएगी और फर्जीवाड़ा के आरोप में प्राथमिकी भी दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।
p style="text-align: left;">इन 96 विशेष भूमि सर्वेक्षक अमीनो में 38 अमीनों की बहाली के लिए जो सर्टिफिकेट जमा किया गया था वो झांसी स्थित बुंदेलखंड विवि का है । सभी ने इस विवि से सिविल इंजीनियरिंग हासिल डिप्लोमा का प्रमाण पत्र जमा किया था। इनकी ज्वाइनिंग के पश्चात सर्टिफिकेट के सत्यापन के लिए सभी सर्टिफिकेट को बुंदेलखंड विवि भेजा गया था जहां के कुल सचिव ने पत्र लिख कर बताया कि इस बुंदेलखंड विवि में सिविल इंजीनियरिंग में किसी तरह की डिप्लोमा का कोर्स की पढ़ाई नही कराये जाती है। विवि ने यह सूचना दो बार लिखकर बताया है । विवि का आखिरी पत्र 19 नवम्बर को मिला है । अब इनके खिलाफ बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ।
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