जहानाबाद के कृषि पदाधिकारी सुनील कुमार ने मशरूम को प्रोटीन का खान बताया ! यह खेती बिना खेत के होता है !मशरूम अपने घर के अंदर भी उगाया जा सकता है ! मशरूम के कई प्रजातियां होती है, सभी प्रजातियां औषधीय गुणों से भरपूर होता है , मशरूम की खेती कम जल में भी किया जाता है ! यहां तक कि कृषि अवशेष का भी समुचित उपयोग हो जाता है ! इससे रोजगार भी उत्पन्न किया जाता है !
मशरूम के पौष्टिक गुण आज के बदलते आर्थिक एवं सामाजिक परिवेश के लिए संतुलित एवं पौष्टिक आहार की आवश्यकता है ! संतुलित आहार के मुख्य स्रोत प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट बसा है जिनकी आवश्यकता कम मात्रा में शरीर को पड़ती है ! इसके अतिरिक्त लोहा, आयोडीन, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटैशियम, क्लोरीन, सल्फर, मैग्नीज, ब्रोमीन, कॉपर, कोबाल्ट और जींक इत्यादि सूक्ष्म तत्वों की भी आवश्यकता पड़ती है जिसकी कमी की पूर्ति मशरूम के द्वारा किया जा सकता है !
औषधीयय गुण :-
इसस मशरूम के अंतर्गत के ब्लड शुगर, एंटी कैंसर, एंटी ट्यूमर, दिल की बीमारी, मोटापा, lever की बीमारी इत्यादि को नियंत्रित करता है fertility और इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है !
वहां पर उपस्थित सरेन के किसान सलाहकार श्री नंद किशोर कुमार ने बताया के जहानाबाद जिले में पहले से भी मशरूम की खेती की जा रही है लेकिन एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत मशरूम की खेती करने के लिए कई किसान उत्साहित हैं ! अपनी मेहनत और लगन के बल पर इस कार्यक्रम को सफल बनाएंगे !
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