Wednesday, 21 May 2025

कश्यप एक पाकिस्तानी एजेंट ... जाने गुप्तेश्वर पाण्डेय नहीं क्यों ऐसा कहां



यूँ ही कोई गुप्तेश्वर पांडेय नहीं हो जाते.........!!

बिहार पुलिस कैडर के डीजीपी पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत IPS अधिकारी श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय जी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर बिहार के चर्चित चेहरे के बारे में बताए हैं।

बिहार में मनीष कश्यप नाम के एक पत्रकार हैं । अभी एक डॉक्टर साहेब ने बताया कि पाकिस्तानी सेना के जनरल मौलाना मुनीर से मनीष के निजी संबंध है ।




 पाकिस्तानी जनरल ने भारत सरकार के ऑपरेशन सिंदूर का बदला लेने के लिए पटना के मनीष कश्यप को सेट कर गोला ,बम ,बारूद ,मिसाइल और एटम बम के साथ अकेले पटना PMCH (patna medical college and hospital ) को उड़ाने के लिए भेज दिया । मनीष को पीएमसीएच पर हमला कर उसको उड़ाना था । सैकड़ों डॉक्टर और हजारों मरीज की जिंदगी खतरे में थी।इसी बीच पीएमसीएच के डॉक्टरों को जनरल मुनीर की साजिश का पता चल गया । सैकड़ों देश भक्त डॉक्टरों ने अपनी जान को जोखिम को डाल कर देश के लिए शहादत देने का संकल्प लेते हुए बम गोली मिसाइल की परवाह किए बिना मनीष कश्यप पर हमला कर दिया जो अकेले थे । उनको घायल किया लेकिन चूँकि वो हिंसा में विश्वास नहीं करते इसलिए मनीष की हत्या नहीं की । अपने इस शौर्य पराक्रम से बहादुर डॉक्टर लोगों ने पीएमसीएच के सैकड़ों डॉक्टरों और हज़ारों मरीजों की जान बचा ली । पता चला है कि मनीष कश्यप के पास से Ak 47 सहित भारी संख्या में गोली बम और मिसाइलें बरामद की गई हैं । वही बहादुर डॉक्टर लोग अब एटम बम की खोज कर रहे हैं जो मनीष कश्यप लेकर गए थे । 

आशा है जल्दी उसकी भी बरामदगी हो ही जाएगी । मैं भारत सरकार से अपील करता हूँ कि पाकिस्तानी एजेंट आतंकवादी मनीष की पीएमसीएच को उड़ाने की योजना को अपनी जान जोखिम में डाल कर ध्वस्त करने के लिए उन डॉक्टरों को चिन्हित कर जीते जी उनको परमवीर चक्र देकर सम्मानित किया जाए । हमे ऐसे राष्ट्र भक्त ओजस्वी तेजस्वी पराक्रमी डॉक्टरों पर गर्व है । उन्होंने बिहार ही नहीं पूरे देश में अपने समुदाय का और देश का भी नाम रौशन किया है । बिहार या देश के चिकित्सकों के संघ ने भी अभी तक इन महापुरुषों को सम्मानित नहीं किया ,ये चिंता की बात है । इससे इन वीरों का मनोबल गिरेगा ।
 इस अभियान में भाग लेने वाले सभी डॉक्टर बंधुओं के पुरुषार्थ को मेरा विनम्र प्रणाम !जब तक ऐसे भारत माँ के सपूत हैं तब तक देश की आन बान शान को कोई खतरा नहीं ।

Saturday, 17 May 2025

गया शहर का नाम बदला, सरकार ने दी मंजूरी

गया शहर का नाम बदला, सरकार ने दी मंजूरी


 बिहार के कई शहर पौराणिक , ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने इसी उद्देश्य से बिहार के एक महत्वपूर्ण शहर का नाम बदल दिया है।





    ये शहर पहले गया नाम से जाना जाता था लेकिन अब इसका नामकरण ' गया जी ' कर दिया गया है। इसका कारण भी ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक है।


    गया शहर नामकरण के मद्देनजर बिहार सरकार के सचिव मोहम्मद सोहेल के द्वारा प्रेस नोट जारी कर इसकी सूचना दी गई है।

आम लोग इसे हमेशा से 'गया जी' ही कहते आ रहे थे। लेकिन सरकार ने लेटर जारी कर इस पर अपनी मुहर लगा दी है।

  गया शहर प्रमुख रूप से तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद्ध है । प्रमुखतः हिंदू धर्म के लिए। यहां फल्गु नदी के किनारे विष्णु पद मंदिर है । जहां हिंदू लोग अपने पूर्वजों का पिंडदान करते है। यहां भगवान विष्णु का प्रसिद्ध मंदिर है जहां उनका चरण है। ऐसे गया शहर का नाम आज गया सुर नामक राक्षस के नाम पर पड़ा था। ऐसे आज भी कहा जाता है कि यह शहर गया सुर के पीठ पर बसा है।

   गया में विष्णु पद मंदिर, पितृ योनि पर्वत, अक्षयवट, मार्कण्डेय महादेव मंदिर है।